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11 Wonderful Health Benefits Of Drinking Hibiscus Tea

Almost everyone is familiar with the beautiful, large and colourful flowers of the hibiscus plant. The hibiscus flowers not only create a natural beauty in your garden, but they also have medicinal uses. You can make teas and liquid extracts from




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COVID-19: Is It Safe To Wear Contact Lenses During The Pandemic?

As of today, the total number of confirmed COVID-19 cases in India is 59662, with 17847 recovered cases and 1981 deaths. The concerns related to COVID-19 pandemic is increasing day by day. The WHO and CDC along with many healthcare institutions




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COVID-19 & Hypertension: What You Need To Know

According to recent reports by WHO, there are 4,034,567 COVID-19 infected persons around the world, with 276,690 deaths. Researchers and health experts around the globe are ardently focused on studying the novel coronavirus, where new findings and understanding help in the




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COVID-19: Scientists Identify Mutation In Coronavirus, Similar To SARS

On December 2019, Wuhan Municipal Health Commission reported a cluster of cases of pneumonia which was later identified as the novel coronavirus. In May, the advent of COVID-19 is in the sixth month, which has caused 276, 690 deaths globally and




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13 ಜನರಿಂದ 328 ಮಂದಿಗೆ ಕೊರೊನಾ: ಬೆಚ್ಚಿಬೀಳಿಸುವ 'ಸೂಪರ್ ಸ್ಪ್ರೆಡರ್ಸ್' ಕಹಾನಿ!

ಬೆಂಗಳೂರು, ಮೇ 9: ಕರ್ನಾಟಕ ರಾಜ್ಯದಲ್ಲಿ ಇಲ್ಲಿಯವರೆಗೂ ಒಟ್ಟು 753 ಮಂದಿಗೆ ಡೆಡ್ಲಿ ಕೊರೊನಾ ವೈರಸ್ ಸೋಂಕು ತಗುಲಿದೆ. ಆ ಪೈಕಿ ಈಗಾಗಲೇ 30 ಮಂದಿ ಕೊರೊನಾ ವೈರಸ್ ಗೆ ಬಲಿಯಾಗಿದ್ದರೆ, 376 ಜನ ಸಂಪೂರ್ಣವಾಗಿ ಗುಣಮುಖರಾಗಿದ್ದಾರೆ. ಸದ್ಯ ರಾಜ್ಯದಲ್ಲಿ 346 ಕೋವಿಡ್-19 ಆಕ್ಟೀವ್ ಕೇಸ್ ಗಳಿವೆ. ದಿನದಿಂದ ದಿನಕ್ಕೆ ಕೊರೊನಾ ಸೋಂಕಿತ ಪ್ರಕರಣಗಳು ಗಣನೀಯವಾಗಿ ಏರಿಕೆ




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10ನೇ ತರಗತಿ ಪರೀಕ್ಷೆಗಳನ್ನು ರದ್ದುಮಾಡಿ: ಸರ್ಕಾರಕ್ಕೆ ಮನವಿ

ಬೆಂಗಳೂರು, ಮೇ 10: ಕರ್ನಾಟಕ ರಾಜ್ಯದಲ್ಲಿ ಎಸ್ಎಸ್ಎಲ್ಸಿ ಪರೀಕ್ಷೆಗಳನ್ನು ರದ್ದುಮಾಡಿ ಶಾಲಾ ಹಂತದಲ್ಲಿ ನಡೆದಿರುವ ಸಿದ್ಧತಾ ಪರೀಕ್ಷೆ ಹಾಗು ಆಂತರಿಕ ಪರೀಕ್ಷೆಗಳಲ್ಲಿ ಮಕ್ಕಳ ಸಾಧನೆಯನ್ನು ಆಧರಿಸಿ ತೇರ್ಗಡೆ ಮಾಡುವ ಬಗ್ಗೆ ಸಚಿವ ಸುರೇಶ್ ಕುಮಾರ್ ಗಮನ ಹರಿಸಲಿ ಎಂದು ಶಿಕ್ಷಣ ತಜ್ಞ ನಿರಂಜನಾರಾಧ್ಯ ಮನವಿ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ. ಹೆಚ್ಚುತ್ತಿರುವ ಕೋರೋನ ಭೀತಿಯ ಹಿನ್ನೆಲೆಯಲ್ಲಿ 2019-20ರ ಶೈಕ್ಷಣಿಕ ಸಾಲಿನ 10




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કોરોના: કેન્દ્ર સરકારે આ રાજ્યોમાં મોકલી 10 ટીમ, વાયરસ સામેની જંગમાં કરશે મદદ

કોરોનાના સંકટમાં કેન્દ્ર સરકારે શનિવારે ગુજરાત, તામિલનાડુ, ઉત્તર પ્રદેશ, મધ્યપ્રદેશ, પંજાબ, પશ્ચિમ બંગાળ, આંધ્રપ્રદેશ અને તેલંગાણાની રાજ્ય સરકારોને મદદ કરવા માટે વિવિધ સરકારી વિભાગોના અધિકારીઓની 10 કેન્દ્રીય ટીમો મોકલી હતી. આમાંની એક કેન્દ્ર પહેલેથી જ મહારાષ્ટ્રના કોરોના વાયરસ સામેના યુદ્ધમાં રાજ્ય




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અમેરિકાામાં કોરોનાનો કહેર, 24 કલાકમાં 1568 લોકોના મોત

નવી દિલ્હીઃ પાછલા 24 કલાકમાં કોરોના વાયરસના સંક્રમણને કારણે અમેરિકામાં 1568 લોકોએ જીવ ગુમાવ્યા છે, જૉન્સ હૉપકિન્સ યૂનિવર્સિટીના રિપોર્ટ મુજબ પાછલા 24 કલાકમાં અમેરિકામાં કોરોનાથી મરનાર લોકોની સંખ્યા 78746 થઈ ગઈ છે, જ્યારે કોવિડ 19થી સંક્રમિત કુલ લોકોની સંખ્યા 13.47 લાખ




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Madhya Pradesh Accident: નરસિંહપુરમાં ટ્રક અકસ્માતમાં 5 મજૂરના મોત, 11 ઘાયલ

નરસિંહપુરઃ મધ્ય પ્રદેશથી એક દુખદ ઘટના સામે આવી રહી છે, અહીંના નરસિંહપુર જિલ્લાની સીમા પર એક રોડ અકસ્માતમાં પાંચ મજૂરોના મોત થયાં છે અને 11 મજૂર ઘાયલ થઈ ગયા છે, પ્રાપ્ત જાણકારી મુજબ શનિવારે મોડી રાતે નરસિંહપુર જિલ્લાના મુંગવાની પોલીસ સ્ટેશન




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દેશમાં પાછલા 24 કલાકમાં 3277 નવા કેસ, 127 લોકોના મોત થયાં

નવી દિલ્હીઃ ભારતમાં કોરોના વાયરસનો કહેર સતત વધી રહ્યો છે, દેશમાં કોરોના વાયરસનો કહેર અટકવાનું નામ નથી લઈ રહ્યો. પાછલા 24 કલાકમાં 3227 નવા મામલા સામે આવ્યા છે અને 127 લોકોના મોત થયાં છે. સ્વાસ્થ્ય મંત્રાલય મુજબ દેશમાં કોરોના વાયરસના 62939




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CBSE: 3000 કેન્દ્ર પર 1.5 કરોડ કોપીનુ ચેકિંગ શરૂ થયું, 50 દિવસમાં કામ પૂરું થઈ જશે

નવી દિલ્હીઃ CBSE દ્વારા ધોરણ 10 અને 12માના ક્લાસની પરીક્ષાઓની તિથિઓની ઘોષણા કરાયા બાદ માનવ સંસાધન વિકાસ મંત્રી રમેશ પોખરિયાલે પેપર ચકાસવાની તૈયારી શરૂ કરાવી દીધી છે. શનિવારે માનવ સંસાધન વિકાસ મંત્રીએ કહ્યું કે દેશભરમાં 3000 સીબીએસઈ સ્કૂલોને 10મી અને 12મીના




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Rare syndrome tied to COVID-19 kills three children in New York, Cuomo says

Three children in New York have died from a rare inflammatory syndrome believed to be linked to the novel coronavirus, Governor Andrew Cuomo said on Saturday, a development that may augur a pandemic risk for the very young.




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China reports first coronavirus case in Wuhan since April 3 among 14 new infections

China's National Health Commission reported 14 new confirmed coronavirus cases on May 9, the highest number since April 28, including the first for more than a month in the city of Wuhan where the outbreak was first detected late last year.




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Britain to quarantine travellers for 14 days, UK airlines body says

The British government has told airlines it will introduce a 14-day quarantine period for most people arriving from abroad to try to avoid a second peak of the coronavirus outbreak, an association representing the airlines said on Saturday.




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More than 1,000 queue for food in rich Geneva amid coronavirus shutdown

The line of people stretched for more than 1 km (half a mile) outside an ice rink where volunteers were handing out around 1,500 parcels to people who started queuing as early as 5 am.




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Ricciardo expects a bit of chaos when F1 returns

Daniel Ricciardo cannot wait for Formula One to get back to racing in a COVID-19 blighted season, and when it does he reckons the first grand prix could be a recipe for chaos.




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Cycling: Vuelta cancels stages in Portugal amid COVID-19 crisis

This year's Tour of Spain will not go through Portugal as planned because of the COVID-19 crisis, organisers said on Saturday.




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F1 without a crowd leaves Hamilton with an empty feeling

Six-times Formula One world champion Lewis Hamilton says the prospect of a home British Grand Prix without spectators leaves him empty inside but he is still raring to get going after months of waiting.




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On this day: Born May 11, 1984: Andres Iniesta, Spanish footballer

A shy village boy who could not bear to leave his parents' bed, Andres Iniesta may have seemed an unlikely candidate to become one of the best footballers of all time, but anyone who saw him play rarely had serious doubts.




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1985 की जीत ने भारतीय क्रिकेट का भविष्य तय किया, टीम इंडिया ने खुद को साबित किया था

टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने पिछले दिनों कहा कि 1985 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ क्रिकेट जीतने वाली टीम विराट कोहली की वर्तमान वनडे टीम को हरा सकती है। यह बयान कुछ लोगों को विवादास्पद लग सकता है। 1980 के लोगों के लिए यह जीत विशेष थी। शास्त्री ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया। श्रीकांत और जावेद मियांदाद को पीछे छोड़ते हुए शास्त्री प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने थे। शास्त्री को ऑडी कार मिली जो उस समय काफी चर्चित रही।

1983 वर्ल्ड से पहले टीम इंडिया का वनडे में प्रदर्शन अच्छा नहीं था। 1983 वर्ल्ड कप के फाइनल में विंडीज पर अप्रत्याशित जीत ने दुनिया काे अचंभित कर दिया। इसने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा दी। 1984 में टीम ने शारजाह में एशिया कप जीता। इसी जगह एक साल बाद रोथमैंस कप जीता। इन दोनों के बीच 1985 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप की जीत शानदार थी।

भारतीय टीम कागजों पर मजबूत नहीं थी
इसने भारतीय क्रिकेट के भविष्य को तय किया। रंगीन कपड़ों में खेल रहे खिलाड़ी और टीवी पर कवरेज ने इसे और शानदार बनाया। टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को हराया। टीम टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला हारी ही नहीं। इसने साबित किया कि 1983 वर्ल्ड कप में मिली जीत अप्रत्याशित नहीं थी। शास्त्री की बात आंकड़ों से बेमेल खाती है। लेकिन 1983-1985 की टीम कागजों पर मजबूत नहीं थी लेकिन खिताब जीतने के मामले में आगे थी। जब तक विराट कोहली और उनकी टीम ऐसा नहीं कर सकती और भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी छाप छोड़ सकती है। तब तक 1985 और 2020 की टीमों के बीच बात चलती रहेगी।



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भारतीय टीम ने 1985 वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में पाकिस्तान को हराया था। टीम टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला हारी ही नहीं।




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पहलवान साक्षी ने कहा- पहली बार 15 दिन तक एक जगह रही, अब नकारात्मक विचार आने लगे

रेसलर साक्षी मलिक पहली बार लगातार 15 दिन तक घर पर हैं। लॉकडाउन के कारण वे अभी रोहतक स्थित घर पर ट्रेनिंग कर रही हैं। इस दौरान उन्हें नकारात्मक विचार आते हैं। 2016 रियो ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी का टोक्यो ओलिंपिक में उतरना मुश्किल है। एशियन ओलिंपिक क्वालिफायर के मुकाबले में वे सोनम मलिक से हार गईं।

एशियन क्वालिफायर के मुकाबले मार्च 2021 में होने हैं। यदि सोनम को यहां से ओलिंपिक को टिकट नहीं मिलता है तो अप्रैल 2021 में वर्ल्ड क्वालिफायर से पहले एक बार फिर साक्षी और सोनम के बीच मुकाबला हो सकता है।

क्वारेंटाइन में जीवन पूरी तरह अलग है
साक्षी ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि लॉकडाउन 15 दिन तक चलेगा। लेकिन यह बढ़ता रहा।’ 27 साल की साक्षी 15 साल से रेसलिंग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार है कि मैं इस तरह की चीजों का अनुभव ले रही हूं। घर में क्वारेंटाइन हूं। जीवन पूरी तरह से अलग है। मैं एक जगह पर 15 दिन से ज्यादा कम ही रही हूं। पहले प्रशिक्षण या टूर्नामेंट के लिए मुझे जाना ही पड़ता था।



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भारतीय रेसलर साक्षी मलिक ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि लॉकडाउन 15 दिन तक चलेगा। लेकिन यह बढ़ता रहा।’ 27 साल की साक्षी 15 साल से रेसलिंग कर रही हैं। -फाइल फोटो




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कोरोना संक्रमित 54 फीसदी हुए स्वस्थ, अस्पताल से 51 को मिली छुट्टी

कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे में बिहार के लिए खुशी की बात यह है कि अभी तक कुल संक्रमित मरीजों में से लगभग 54 फीसदी कोरोना वायरस को हराने में सफल रहे हैं। यह राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

कोरोना संक्रमण से ठीक होने का राष्ट्रीय औसत 29 फीसदी के लगभग है। शनिवार को राज्य के 51 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दिया। अभी तक कुल 318 लोगों को कोरोना संक्रमण पर जीत मिली है। शुक्रवार को 49 लोगों को हॉस्पिटल से छुट्‌टी मिली थी, जबकि बुधवार को 30, मंगलवार को 46 और सोमवार को 13 संक्रमित लोगों की अंतिम रिपोर्ट निगेटिव आई है।

शुक्रवार को गोपालगंज के 14, कैमूर और बक्सर के 9-9 मरीज, रोहतास के 6, सारण के 3, पश्चिम चंपारण के 3, औरंगाबाद के 2 के साथ-साथ पटना, मुंगेर और सीवान के एक-एक कोरोना संक्रमित स्वास्थ होकर घर गए।



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पटना के कोरोना हॉटस्पॉट राजाबाजार में सड़क पर तैनात पुलिस के जवान।




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1200 प्रवासियों को लाने वाली केरल श्रमिक स्पेशल ट्रेन 6 घंटे लेट पहुंची

केरल से श्रमिक स्पेशल ट्रेन शनिवार देर शाम 12 सौ प्रवासियों को लेकर बेतिया रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यह ट्रेन केरल के अल्लपूझा से श्रमिकों को लेकर आ रही है। इस ट्रेन को बेतिया स्टेशन पर शनिवार संध्या 4 बजे पहुंचनी थी। लेकिन 6 घंटे विलंब से ट्रेन करीब 8 बजे बेतिया रेलवे स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन अधीक्षक अनंत बैठा ने बताया कि केरल से आने वाली ट्रेन अपने निर्धारित समय से करीब चार घंटे विलंब से चल रही है। ट्रेनों के विलंब से चलने को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं कर्मियों की परेशानी बढ़ती दिखी। वहीं कार्य पर तैनात रेलकर्मी की परेशानी भी कम नहीं रही। बेतिया पहुंचने वाले प्रवासियों की सुविधा एवं उनकी थर्मल स्क्रिनिंग कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 16 काउंटर बनाए गए थे। सभी काउंटर पर जिला प्रशासन के निर्देश पर कर्मियों की तैनाती की गई थी।



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स्पेशल ट्रेन की इंतजार में चुस्त-दुरुस्त पुलिस प्रशासन।




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गुजरात से आए थे 11 छात्र, रोजे में रहने के बाद भी स्क्रीनिंग के लिए डॉक्टर व बीडीओ के पास 12 बजे तक लगाते रहे चक्कर

शनिवार को गुजरात के भरुच से 11 छात्र बाबूबरही स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। पहुंचने के बाद छात्रों को स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र बाबूबरही से प्रखंड विकास पदाधिकारी के चेंबर तक कई घंटों तक चक्कर लगाना पड़ा। इसके बाद भी दिन के 12 बजे तक एक भी छात्र की स्वास्थ्य जांच नहीं हो पाई। छात्रों ने बताया कि डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह बीडीओ के पास भेज देते हैं और बीडीअाे के पास जाते हैं तो वे डॉक्टर के पास भेज देते हैं। जिसके कारण से छात्रों में बेचैनी व गुस्सा देखा गया। सभी छात्र रोजा रखे थे। इसके बाद भी स्वास्थ्य केंद्र तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी के चक्कर लगाना पड़ा।

बीडीओ बोले- मेरे संज्ञान में नहीं है ऐसी काेई भी जानकारी
गुजरात के भरुच से आए मदरसा के छात्रों ने स्वास्थ्य विभाग तथा बाबूबरही के कोरोना मैनेजमेंट के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा कि शनिवार रात्रि तकरीबन 3 बजे रात्री में बाबूबरही स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। जहां स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र और प्रखंड कार्यालय के कई घंटा तक चक्कर लगाते रहे। लेकिन स्वास्थ्य जांच नहीं हो पाई। वहीं चिकित्सा विभाग का कहना है कि यहां पर थर्मल स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। देश के अन्य राज्यों से आए प्रवासियों को पहले किसी क्वारेंटाइन सेंटर में रहना है, जहां मेडिकल टीम जाकर उन लोगों के स्वास्थ्य जांच करती है। वहीं बीडीओ प्रकाश कुमार ने बताया कि इस तरह की बात हमारे संज्ञान में नहीं आई है।



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बाबूबरही में स्क्रीनिंग कराने के लिए परेशान हो रहे छात्र।




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ब्रह्मपुर में जल-जमाव काे ले परेशान लोगों ने किया प्रदर्शन, एनएच 19 पर पर पहुंच कर की नारेबाजी

शहर के ब्रह्मपुर पुल के पास वार्ड नं 2 में सड़क पर जलजमाव के कारण लोग वर्षो से परेशान हैं। इसको लेकर लोगों ने एनएच 19 पर प्रदर्शन किया।बताया जाता हैं कि जलजमाव के कारण दर्जनों घर के परिवारों को नाला में घुस कर सड़क पार करना पड़ता हैं जिसे बच्चे, बुजुर्ग साईकिल सवार हमेशा गिरते पड़ते रहते हैं। जिसे दर्जनों परिवारों के लोगों को घर से निकलने में भाड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। यह मुख्य सड़क एनएच 19 को जोड़ती हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि जलनिकासी को मांग को लेकर स्थानीय विधायक एवं वार्ड पार्षद को अवगत कराने पर विधायक द्वारा जलजमाव का स्थिति का जायजा लिया गया। लेकिन फिर भी उचित कार्रवाई नही की गई।

वहीं विकलांग राजेश शर्मा ने कहा की वर्षो से जल एकत्रित होने के कारण यहां कीड़े मकोड़े एवं मच्छरों का अंबार लगा है जिसे मेरे और परिवारों के सदस्यों का हमेशा तबियत खराब रहता हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से बाद में मरेंगे पहले हमलोग दूषित जल के गन्ध से मर जाएंगे। उन्होंने कहा जल एकत्रित होने कारण मैं केवल दिव्यांग पेंशन लेने के लिए बाहर जाता हूं। वही भूषण राय ने कहा की नाला का पानी के गन्ध से यहाँ रहना दुष्वार हो गया हैं हमेशा घरों के दरवाजे खिड़की बंद रखना पड़ता हैं।

बताया जाता हैं उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक एवं वार्ड पार्षद को इस समस्या को लेकर कई बार अवगत कराया गया।जिसके बाद प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकरने वाले में सुनीता देवी ,अनिता देवी, जानकी देवी ,राजेश शर्मा, भूषण राय, रमेश श्रीवास्तव,पवन मिश्रा,बिगन चौधरी,अनिल कुमार के अलावा आदि लोग मौजूद रहे।



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People agitated over water logging in Brahmapur, sloganeering on NH 19




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सूरत से दूसरी बार आई विशेष ट्रेन से 1206 प्रवासी पहुंचे छपरा जंक्शन, स्क्रीनिंग में सभी मिले स्वस्थ

लगातार तीसरे दिन श्रमिक स्पेशन ट्रेन छपरा जंक्शन पहुंची। सूरत से आने वाली यह दूसरी खेप की ट्रेन थी। गुरुवार को सूरत से पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन आयी थी और शुक्रवार को तेलंगना से आयी। शनिवार सर्वप्रथम जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के द्वारा ट्रेन की सबसे पिछली बोगी तक जाकर निकलने वाले सबसे पहले व्यक्ति का स्वागत किया गया। इसके बाद बारी-बारी से लोगों के उतरने का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने अपने धैर्य का परिचय दिया और सभी प्रक्रियाओं का समुचित रूप से पालन किया। प्लेटफार्म पर हीं लोगों को और उनके बैग या थैले को सैनिटाइज किया गया। इसके लिए टीम लगी हुयी थी।
स्टेशन पर खाने और पीने की भी की गई थी पूरी व्यवस्था
प्लेटफार्म से बाहर निकलने पर सभी की स्क्रीनिंग की गयी। जिसके लिए 14 काउण्टर बनाये गये थे और सभी काउण्टर पर दो-दो प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मी लगाये गये थे। इसके बाद सभी लोगों को जिला प्रशासन द्वारा तैयार कराये गये फुड पैकेट्स और पानी का बोतल दिया गया। बच्चों को अलग से बिस्किट, टॉफी और कुरकुरे का पैकेट दिया गया। उसके बाद लोगों को उनके गंतव्य के जिलों में बसों के माध्यम से भेज दिया गया। जंक्शन पर काफी अच्छी व्यवस्था की गयी थी, छपरा जंक्शन को फुलों और गुब्बारों से सजाया गया था। प्रवासी यात्री छपरा पहुंच कर काफी खुश दिखे। आगंतुकों के द्वारा यहां की गयी व्यवस्था को काफी अच्छा बताया गया। छपरा जंक्शन पर आये 1206 लोगों में सबसे अधिक मुजफ्फरपुर जिला के 375, सारण जिला 321, गया के 175, पटना 169, दरभंगा के 77, पुर्णिया 28, सहरसा के 23, भागलपुर 20, और मुंगेर जिला के 15 व्यक्ति शामिल थे।
21 दिन गृह प्रखंड में बनाए गए क्वारेंटाइन कैंप में रखा जाएगा
इस अवसर पर मीडिया से वार्ता में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि आये हुए सभी लोगों को उनके गृह जिला में भेजा जा रहा है जहां से उन्हें उनके गृह प्रखंड में बनाए गये क्वारेंटाइन कैम्प में रखा जाएगा। सारण जिला में भी जो 321 लोग आज सूरत से आये है। उन्हें भी उनके गृह प्रखंड में बनाये गये क्वेरेंटाइन कैम्प में भेजा जा रहा है। इस कैम्प में उन्हें 21 दिन रखा जाएगा। वहां सभी लोगों को डिग्निटी किट उपलब्ध कराया जाएगा जिसमें पहनने का कपड़ा, थाली-ग्लास, बाल्टी-मग, साबुन-सर्फ, ऐनक-कंघी, टूथपेस्ट-ब्रस आदि रहेगा। इन कैम्पों में सुबह में नाष्ता और दो बार का भोजन ससमय उपलब्ध कराया जाएगा।

इन्फ्लूएंजा के लक्षण वाले लोगों के लिए गए सैंपल
जिलाधिकारी ने बताया कि बाहर से आये हुए 134 प्रवासियों का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया है तथा सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि कोरेन्टाइन कैम्प में रह रहे एवं आने वाले प्रवासियों में सभी बुजुर्ग व्यक्तियों तथा इन्फ्लूएंजा के लक्षण वाले व्यक्तियों का सैम्पल लेकर जांच करा ली जाये।

55 बसों से राज्य के विभिन्न जिलों के लिए भेजे गए सभी यात्री
1206 लोगों को सूरत से लेकर स्पेशल ट्रेन छपरा जंक्शन पर पहुंची ट्रेन की अगवानी करने के लिए डीएम एसपी एसडीओ समेत तमाम पदाधिकारी तैनात थे। अफसरों ने यात्रियों का स्वागत किया फिर उनकी स्वास्थ्य जांच कराई। उनके जिलों के लिए विदा कर दिया छपरा जंक्शन से कुल 55 बसें बिहार के विभिन्न जिलों के लिए खुली।

यात्रियों ने सारण की धरती को चूमकर जताई खुशी
छपरा जंक्शन पहुंचते हे यात्रियों ने उन्होंने धरती को चूमा और फिर बहुत ही खुशी जताई उन्होंने कहा कि सारण में आ गए हैं तो हम अपने घर में आ गए हैं अब कोई टेंशन नहीं है ना ही ना ही कोई परेशानी है यात्री अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि वे सूरत में एक फैक्ट्री में काम करते थे जहां पर वह किराए में रहते थे कंपनी बंद हो गई तो किराएदार ने भगाना शुरू कर दिया वह अपना किराया मांगने लगा ऐसे में घर वापस होना मजबूरी थी।



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1206 expatriates arrive at Chhapra junction by special train from Surat for second time, all found healthy at screening




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अधिकारी बोले : अत्यधिक गर्मी व नमी के मौसम में 1 से 15 साल के बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं

लक्ष्मीपुर लक्ष्मणवा पंचायत के वार्ड नंबर 7 व 10 के अनुसूचित जाति बस्ती में शनिवार को मस्तिष्क ज्वर व चमकी बुखार पर चौपाल का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया। अधिकारियों ने कहा कि मस्तिष्क ज्वर एक गंभीर बीमारी है। जिसका इलाज समय से होने के बाद यह ठीक हो सकता है। अत्यधिक गर्मी व नमी के मौसम में यह बीमारी फैलती है। एक से पंद्रह वर्ष तक के बच्चे इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं। इस बीमारी में सर दर्द, तेज बुखार का आना, जिसका पांच से सात दिनों से ज्यादा रहना, अर्ध्द चेतना व मरीज में पहचानने की क्षमता नखो देना आदि है। इसके अलावे भ्रम की स्थिति में होना, बच्चे का बेहोश हो जाना। शरीर में चमकी होना अथवा हाथ पैर में थरथराहट होना। पूरे शरीर या किसी खास अंग में लकवा मार देना या हाथ पैर का अकड़ जाना। यह मस्तिष्क ज्वर व चमकी बुखार की लक्षण है।

रोगी के अभिभावक क्या नहीं करें
बच्चे को खाली पेट लीची ना खिलाएं। बच्चे को कंबल या गर्म कपड़ों में ना लपेटें। बच्चे की नाक बंद नहीं करें। बेहोशी की अवस्था में बच्चे के मुंह से कुछ ना दें। मौके पर यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सतीश कुमार शाही, महिला पर्यवेक्षिका सुनीता कुमारी विकास मित्र उमाशंकर राम, केयर के राजीव रंजन, संतोष कुमार, एएनएम रीता कुमारी सभी आशा सेविकाएं व ग्रामीण महिला एवं पुरुष उपस्थित थे।



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चमकी बुखार से जागरूकता को लेकर लगे चौपाल में उपस्थित लोग।




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बंगाल जा रहे 14 प्रवासी मजदूर पूछताछ के बिना हुए बॉर्डर पार

जिले में कोरोना के सात पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। बेगूसराय सीमा पर दलसिंहसराय में मजदूर बेरोक-टोक आ-जा रहे हैं। वहीं दरभंगा सीमा पर कल्याणपुर में भी लोगों की आवाजाही जारी है। जबकि दोनों ही जिले में पहले से ही कोरोना का पॉजिटिव मामला आया हुआ है। जिले में पॉजिटिव मामला आने के बाद इन्हीं हालातों को जानने के लिए दैनिक भास्कर के रिपोर्टरों ने सीमाओं का जायजा लिया।

दलसिंहसराय : बिना जांच के दाेनाें ओर के अफसराें ने लोगों को जाने दिया

दलसिंहसराय| शनिवार को दलसिंहसराय-बछवाड़ा एनएच 28 के ढ़ेपुरा बाॅर्डर पर गाड़ियों को पास चेक करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा था। इसी दौरान 1:30 बजे दिन में दिल्ली से जमशेदपुर जा रही कार को दारोगा रीना झा ने रोककर पास चेक किया। वहीं गोरखपुर से पश्चिम बंगाल जा रहे संजय पाल, सनोचित पाल सहित 14 प्रवासी मजदूर साइकिल से बिना पूछताछ के बॉर्डर पार कर गए।

हसनपुर : डबल लोडिंग बाइक सवार को बैरिकेडिंग पार किए बिना लौटाया

हसनपुर| रामपुर गांव के निकट टेंगराहा बांध पर दोपहर 2 बजे सील किए गए स्थल पर तैनात हसनपुर थाना के एएसआई सुरेश चंद्र पांडेय व मजिस्ट्रेट मुकेश रंजन ने मालीपुर की तरफ से आ रहे डबल लोडिंग बाइक सवार को रोका। रोके जाने के बाद पास व आवश्यक कागजातों की मांग किया। बाइक सवार द्वारा कागजात व पास प्रस्तुत किए जाने पर बिना बैरिकेटिंग पार किए ही वापस कर दिया।

रोसड़ा: कार से जा रहे थे डॉक्टर कागजात दिखाने पर जाने दिया गया

रोसड़ा| अनुमंडल क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के 6 मरीजों के मिलने के बाद प्रशासनिक स्तर से विशेष चौकसी बरती जा रही है। शनिवार को 1:20 बजे रोसड़ा-बेगूसराय मुख्य पथ के जीरोमाईल पर दंडाधिकारी फनिश कुमार व पुलिस पदाधिकारी सीताराम दास ने रोसड़ा से खोदावंदपुर जा रहे कार को रोका। सभी रोसड़ा से डॉक्टर के यहां से अा रहे थे। कागजातों की जांच बाद उन्हें जाने दिया गया।



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देवकी डेरा गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई मारपीट,16 घायल

राजपुर थाना क्षेत्र के हेठुआ पंचायत के देवकीडेरा गांव में जमीन के विवाद को लेकर शुक्रवार की देर शाम को दो पक्षों के जमकर मारपीट हुई। इस मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के कुल सोलह लोग घायल हो गये। मिली जानकारी के अनुसार देवकी डेरा गांव में दो पक्षों के बीच जमीन के विवाद को लेकर पूर्व में दोनों पक्षों के बीच में समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत दोनों पक्ष शांति से रह रहे थे। लेकिन अचानक शुक्रवार को एक पक्ष के द्वारा उस जमीन पर घर बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया।

जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने नाराजगी जताते हुए समझौते की याद दिलाई। इसी बात को लेकर पहले कहा सुनी हुई इसके बाद जमकर लाठी डंडे चलाये जाने लगा। इस दौरान मारपीट की घटना में मनीष यादव, तेजनारायण यादव, राजेन्द्र सिंह, कृष्ण मुरारी, पिन्टू, रमावती देवी, दिनेश सिंह, रिंकू कुमारी, रानी देवी, सबिता देवी, राजेश यादव, शशिकांत सिंह, राधेश्याम सिंह, रामप्रवेश सिंह, महेन्द्र सिंह, संध्या कुमारी गम्भीर रूप से घायल हो गये। सभी लोगों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजपुर में भर्ती कराया गया।

इस दौरान मनीष यादव, तेजनारायण यादव, राजेन्द्र सिंह यादव की स्थिति खराब होने के कारण बेहतर इलाज के लिए बक्सर रेफर कर दिया गया। मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से राजपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गयी है।



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कोविड-19 संक्रमण काल में टेलीमेडिसिन बहुत ही उपयोगी

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कोविड-19 के संक्रमण काल में टेलीमेडिसिन व्यवस्था एक उपयोगी एवं महत्त्वपूर्ण माध्यम बताया है। यह वरदान से कम नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं जिससे घर बैठे लोग अपने अस्पतालों में टेलीमेडिसिन के जरिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे युवा विकास सोसायटी के वाईवीएस विड़ मेड टेलीमेडिसिन एेप का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा शुभारंभ करते हुए अपने विचार रखें।

उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में टेलीमेडिसिन बहुत उपयोगी है।यह भारत के लिए बहुत आवश्यक है और कोविड 19 जैसे महामारी के वर्तमान समय में बहुत अधिक आवश्यक है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने बताया कि वर्तमान सरकार ने मौजूदा कॉलेजों में मेडिकल कॉलेजों और सीटों की संख्या में वृद्धि की है। इसके साथ हमें प्रौद्योगिकी और चिकित्सा का एकत्रित रूप, टेलीमेडिसिन को व्यापक रूप में विभिन्न डॉक्टरों और रोगियों द्वारा अपनाया जाना चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्थकेयर और हेल्थकेयर डिलीवरी में डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में कई पहल की हैं। ग्रामीण और शहरी भारत के बीच की खाई को कम करने के लिए स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भारत में टेलीमेडिसिन (टीएम) के उपयोग के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। जानकारी आईटी सेल के नितीन मुकेश ने दी।



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Telemedicine very useful during Kovid-19 transition




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समाजसेवियों ने 11 किन्नरों को दिया 15 दिनों का राशन

बाघा में मैं बेगूसराय का बेटा हूं सामाजिक अभियान के तहत शहर के 11 किन्नर के बीच राशन का वितरण किया गया। लॉकडाउन की वजह से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और मॉल बंद होने से किन्नरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मैं बेगूसराय का बेटा हूं अभियान के रजनीकांत पाठक और भूमिपाल राय ने 11 किन्नरों के बीच 15 दिनों के लिए 5 केजी आटा, 5 केजी चावल समेत अन्य राशन की सामग्री का वितरण किया।

साथ ही कोरोना से बचाव के लिए किन्नरों को गमछा, मास्क और सैनिटाइजर भी दिया। सामग्री वितरण के दौरान किन्नरों ने लॉकडाउन और जागरूकता पर गीत गाकर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। संस्था के रजनीकांत पाठक और जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने कहा कि लॉकडाउन में लगातार राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है।



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Social workers gave ration for 15 days to 11 eunuchs




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एंबुलेंस नहीं मिली तो ज्येष्ठ की दोपहरी ‌में बीमार मां को 10 किमी ठेले पर लेकर पहुंचा अस्पताल

फारबिसगंज में शुक्रवार को दोपहर चिलचिलाती धूप में एक ठेला चालक को कुव्यवस्था की मार झेलनी पड़ी। भरगामा प्रखंड सिरसिया हनुमानगढ़ कला पंचायत के एक गरीब ठेला चालक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में ठेला चालक ने बताया कि अस्पताल से एम्बुलेंस नहीं मिलने पर बीमार मां को ठेले पर लेटा 10 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचा। एम्बुलेंस के लिए अस्पताल फोन किया लेकिन, अस्पताल में एंबुलेंस की कमी कहकर एंबुलेंस नहीं दिया।



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If the ambulance was not found, the eldest mother in Jyeshtha's two-wheeler reached the hospital on 10 km handcart.




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सासाराम में 4 लाख 98 हजार घरों में 121 लोगों को सर्दी-खांसी

राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 हाउस टू हाउस व्यापक सर्वे कराया गया। विगत 20 दिन से चल रहा हाउस होल्ड सर्वे का काम जिले में शुक्रवार को पूरा हो गया। शनिवार को जारी सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में 4 लाख 98 हजार से अधिक घरों में 20 दिन तक सर्वे कार्य कराया गया।

राज्य सरकार के निर्देश पर कराया गया कोविड-19 हाउस टू हाउस व्यापक सर्वे पूरा हो गया। 20 दिन से हाउस होल्ड सर्वे का काम चल रहा था। रोहतास जिले में यह सर्वे शुक्रवार को पूरा हो गया। शनिवार को सर्वे की रिपोर्ट भी जारी कर दी गई। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में 4 लाख 98 हजार से अधिक घरों में 20 दिन तक सर्वे कार्य कराया गया, जिसमें सर्दी-खांसी बुखार वाले मात्र 121 मामले मिले हैं। राज्य सरकार भले ही सर्वे रिपोर्ट पर अपनी पीठ थप-थपा ले लेकिन 28 लाख से अधिक लोगों में इतने कम मामले पर सवाल उठने लगे हैं।

यह सर्वेक्षण कार्य गत 18 अप्रैल को शुरू हुआ था। 20 दिन तक चले सर्वे में जिले के सभी 245 पंचायतों में हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया। दो सदस्यीय टीम डोर-टू-डोर सर्वे में शामिल रही। दो सदस्यीय टीम में आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ता शामिल थी। जबकि पर्यवेक्षिकाओं के द्वारा सर्वे कार्य की मानीटरिंग की जा रही थी। 8 मई को पूर्ण हुए सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल 4 लाख 98 हजार 405 घरों के 28 लाख 61 हजार 935 सदस्यों का सर्वे किया गया है। सर्वे का मुख्य उद्देश्य घरों के उन सदस्यों को चिंहित करना था जो बुखार, कफ एवं सांस लेने में तकलीफ की बीमारी से ग्रसित हो। सर्वे रिपोर्ट बताती है कि 28 लाख से अधिक सदस्यों में मात्र 121 लोग बुखार, कफ एवं सांस लेने में तकलीफ से ग्रसित थे।
बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के 114 मामले: सर्वे रिपोर्ट बताती है कि बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के अर्थात ऐसे लोग जो राज्य से बाहर नहीं गए थे, उनमें सबसे अधिक कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं। बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के ऐसे लोगों की संख्या कुल 114 हैं। जबकि किसी अन्य राज्य से लौटे लोगों में ऐसे मामलों की कुल संख्या मात्र 7 है। जबकि विदेश से लौटे लोगों में बुखार, कफ एवं सांस में तकलीफ के मामलों की संख्या शून्य बताई गई है।
सर्वे के नाम पर पूरा किया गया काेरम: अब जब सर्वे में 4 लाख 98 हजार से ज्यादा घरों में 28 लाख से अधिक सदस्यों पर किए गए सर्वे में मात्र 121 लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं, तब सर्वे पर सवाल उठने लगे हैं। या तो सर्वे के नाम पर कोरम पूरा किया गया, या फिर लोगों ने ही सर्वे टीम काे सही-सही जानकारी नहीं दी। इस संबंध में पूछने पर आइसीडीएस के डीपीओ सुनीता कहती है कि जिले में कोविड 19 का हाउस होल्ड सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। सर्वे रिपोर्ट में कुल 121 लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं। कम संख्या के संबंध में कहा कि सर्वे तो यही संख्या बताते हैँ, इसमें क्या कहा जा सकता है। इस संबंध में सीएस जनार्दन शर्मा ने बताया कि हाउस होल्ड सर्वे में जिन लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं, उनमें से कुछ का सैँपल जांच किया गया, अन्य का भेजा जाएगा।

तीन श्रेणियों में किया गया सर्वे: सर्वे के दौरान सर्वे टीम को घरों में जाकर यह जानकारी लेनी थी। घर के सदस्यों के ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर जानकारी लेने थी। प्रत्येक घर में सर्वे टीम ने यह पूछा कि क्या कोई सदस्य विदेश से लौटा है, अगर लौटा है तो क्या उसे बुखार, कफ या सांस की तकलीफ की समस्या है। दूसरा सवाल पूछना थ कि कोई सदस्य बिहार के बाहर किसी अन्य राज्य से लौटा है क्या?



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121 people cough and cough in 4 lakh 98 thousand houses in Sasaram




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3 माह तक कार्डधारियों को मिलेगी 1 किलो दाल

बांका परिसदन में शनिवार को राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने डीएम सुहर्ष भगत अाैर एसपी अरविंद गुप्ता के साथ की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में जिलाधिकारी अाैर एसपी ने मंत्री को कई मामले काे लेकर बिंदुवार ब्यौरा दिया।
डीएम ने मंत्री को बताया कि जिले में करीब पांच हजार श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बांका आ चुके हैं। इन्हें प्रखंडों के क्वारेंटाइन सेंटराें में क्वारेंटाइन किया गया है। उन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उनके यहां आने पर स्टेशन पर ही सभी लोगों की स्क्रीनिंग कराकर नाश्ता और पानी उपलब्ध कराकर बस से प्रखंड मुख्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया, जहां उन्हें क्वारेंटाइन किया गया है।
उच्च क्वालिटी का दाल कराया जाएगा उपलब्ध
समीक्षा बैठक में जिले में राशन कार्डधारियों को प्रति कार्डधारी अब एक किलो दाल भी मिलना शुरू होगा। जिले काे दाल का आवंटन हो चुका है। तीन महीने तक प्रतिमाह एक किलो उच्च क्वालिटी का दाल राशन कार्डधारियों को दिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दूध के पैकेट का वितरण शुरू हो रहा है, ताकि गरीब परिवारों के बीच दूध की किल्लत नहीं हो। साथ ही इस माह के अंत तक जिले के 38 हजार नए राशन कार्डधारियों को नया राशन कार्ड मिलना शुरू हो जाएगा।
वहीं, जीविका दीदी द्वारा जो सर्वे हुआ है, उसका भी सत्यापन का काम अंतिम चरण पर है। इसके बाद इनलोगों को भी यथाशीघ्र राहत से संबंधित सुविधा
मिलना शुरू हो जाएगा। मंत्री ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर में जो प्रवासी श्रमिक रह रहे हैं, उन्हें हर संभव सहायता देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।



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परिसदन में डीएम व एसपी के साथ समीक्षा बैठक करते राजस्व मंत्री।




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जिले में फिर मिले12 नए कोरोना के मरीज, अब मरीजों की संख्या 26, 18 हैं ऐक्टिव मरीज

शनिवार की रात 12 और मरीज कोरोना पॉजिटिव हुए। अब मरीजों की संख्या 26 हो गई है। जबकि 18 ऐक्टिव मरीज हैं। गढ़पुरा प्रखंड के क्वारान्टीन सेंटर से चार, बखरी के क्वारान्टीन सेंटर से तीन, छौड़ाही, बलिया और खोदावंदपुर से एक-एक मरीज पॉजिटिव मिले हैं। रात दो दिन पहले 68 मजदूरों की सैंपलिंग पटना भेजी गई थी, जिसकी जांच रिपोर्ट देर शाम मिली। एक मजदूर जहां बरौनी क्वारान्टीन सेंटर में है वही दूसरा मरीज साहेबपुर कमाल क्वारान्टीन सेंटर का है। पॉजिटिव पाए गए बरौनी क्वारान्टीन सेंटर के मरीज की उम्र जहां 36 वर्ष है।

वहीं साहेबपुर कमाल क्वारान्टीन सेंटर पर पॉजिटिव पाए गए मरीज की उम्र 58 साल है। पॉजिटिव मरीजों की जानकारी मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम कोविड-19 सर्विलांस टीम के साथ दोनों प्रखंडों के क्वारान्टीन सेंटर पर पहुंच चुकी है तथा दोनों पॉजिटिव मरीज से पूछताछ कर रही है। साहेबपुर कमाल में पॉजिटिव पाए गए मजदूर के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार वह दिल्ली के सदर मंडी में रहता था तथा 55 सौ रुपए खर्च कर ट्रक के माध्यम से हसनपुर पहुंचा था। हसनपुर से वह पैदल ही लाभ गांव पहुंचा, जहां से उसका पुत्र उसे लेकर साहेबपुर कमाल के रघुनाथपुर स्थित उसके गांव पहुंचा।

ग्रामीणों की पहल पर उक्त मरीज को साहेबपुर कमाल प्रखंड के क्वारान्टीन सेंटर पर भेज दिया गया जहां उसकी सैंपलिंग की गई थी। वहीं बरौनी क्वारान्टीन सेंटर पर पॉजिटिव पाया गया मजदूर बीहट नगर परिषद क्षेत्र का बताया जाता है तथा वह असुरारी स्थित क्वारान्टीन सेंटर में है। बरौनी वीडियो सेंटर पर पहुंच कर उससे पूछताछ कर रहे हैं। बरौनी क्वारान्टीन सेंटर पर पॉजिटिव पाए गए मजदूर के बारे में मिली जानकारी के अनुसार वह सियालदह से सड़क मार्ग से होकर बेगूसराय पहुंचा था। सिमरिया पुल स्थित चेकिंग प्वाइंट पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने जांच के दौरान उसे रोककर असुरारी स्थित क्वारान्टीन सेंटर भेज दिया था। दो दिन पहले उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिसकी शनिवार की शाम पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। इधर जिले में फिर से दो नए कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद से इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है।



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शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियाें के 10 माह का एरियर क्लेम 11 मई को दिया जाएगा

मुंगेर विश्वविद्यालय में सातवें वेतनमान के आधार पर शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतनांतर की राशि के भुगतान की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। विवि प्रशासन 10 महीने के एरियर क्लेम को 11 मई को भुगतान करेगा। हालांकि शनिवार तक मात्र 6 कॉलेजों के द्वारा ही एरियर क्लेम का विपत्र विश्वविद्यालय में भेजा गया था। अभी भी 11 कॉलेजों से आना बाकी है। कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि अप्रैल, 2019 से जनवरी 2020 तक कुल 10 महीने का सातवें वेतनमान के आधार पर शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतनांतर की राशि का भुगतान पेंडिंग है। जो 11 मई को पूरा करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। बताया कि शनिवार तक छह कॉलेजों ने एरियर क्लेम का विपत्र भेज दिया है। शेष बचे 11 कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि वे 11 मई तक हर हाल में बकाए राशि का भी विपत्र बनाकर विश्वविद्यालय को भेज दें। अन्यथा उन्हें बाद में भुगतान होगा। तेजी से प्रक्रिया पूरी की जा रही है।



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11 लाेगाें के स्वाब की सैंपल जांच में दाे लोग मिले पाॅजिटिव खड़गपुर के क्वारेंटाइन सेंटर में पिछले दो दिनों से रह रहे थे

मुंगेर के क्वारेंटाइन सेंटर में पिछले दो दिन से रह रहे 11 प्रवासियाें के स्वाब के सैंपल जांच के बाद शनिवार की शाम को अाई रिपोर्ट में दो लोग पॉजिटिव मिले हैं। सबके स्वाब के सैंपल शुक्रवार की शाम को जांच के लिए पटना भेजा गया था। दोनों मुंबई से आए थे।
डीएम राजेश मीणा ने बताया कि इनसे संक्रमण का चेन नहीं बनेगा। हालांकि प्रवासियों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। बताया कि बाहर से आए सभी लोगों की जांच की अलग से व्यवस्था की जा रही है। बता दें कि प्रवासी मजदूरों सहित सीमावर्ती जिलों भागलपुर, बेगूसराय व खगड़िया में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए जिले के कुल 24 लोगों के स्वाब का सैंपल शुक्रवार की रात कलेक्ट कर जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजा गया।
मुंगेर व जमालपुर के आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत 41 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का स्वाब भी पटना गया है। इनमें से 38 वैसे मरीज हैं, जिनका 12 दिन उपचार होने के बाद फाइनल तीसरी जांच काे भेजा गया है। सिविल सर्जन डा.पुरूषोत्तम कुमार ने बताया कि सबके सैंपल शनिवार दोपहर पटना में रिसीव हुए। रिपोर्ट शनिवार की देर रात या रविवार की सुबह पहुंचेगा। जिन 38 लोगों का फाइनल जांच भेजा गया है उनमें से निगेटिव रिपाेर्ट वालाें काे घर भेजा जाएगा। क्विंस आइसोलेशन में इलाजरत कोरोना पॉजिटिव 01 पुरूष का फाइनल रिपोर्ट निगेटिव पाने पर जांच के बाद घर भेजा गया है। जिला में मिले 102 कोरोना पॉजिटिव मरीज में से 43 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। 58 एक्टिव मरीज इलाजरत हैं। इनमें से 38 लोगों की तृतीय व फाइनल जांच रिपोर्ट रविवार को मिलेगा।
आज घर भेजे जा सकते हैं आइसोलेशन से कई मरीज
जमालपुर क्विंस हॉस्टल से 31 पॉजिटिव मरीजों में 28 तथा जीएनएम स्कूल आइसोलेशन में भर्ती 25 पॉजिटिव मरीजों में 13 का सैंपल पटना भेजा गया है। जिसमें से 38 वैसे हैं, जिनका तीसरा और अंतिम सैंपल जांच को भेजा है। रिपोर्ट निगेटिव आई तो घर भेजा जाएगा।

11 लोगों का लिया गया स्वाब
स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार की देर शाम 24 नए लोगों का सैंपल संदेह के आधार पर लिया गया है। इसमें 11 वैसे लोग हैं जो हाल के दिनों में बाहरी राज्यों से आए हैं। जबकि 13 वैसे हैं जो हाल में भागलपुर, बेगूसराय या खगड़िया में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए हैं। विभाग से मिली सूची के आधार पर संपर्क में आए 13 लोगों काे खोजकर सबका स्वाब जांच के लिए भेजा है।
पिछले छह दिन में नहीं आया था नया मामला
जिले में 3 मई के बाद कोरोना संक्रमण का एक भी नया मामला नहीं आया था। पॉजिटिव मिले मरीज भी क्विंस हॉस्टल और जीएनएम स्कूल आइसोलेशन में इलाज के बाद ठीक होकर घर जा रहे हैं। इससे जिलेवासियाें के साथ जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग काे भी राहत महसूस हाे रहा है। जिले में फिलहाल संक्रमण का कोई चेन नहीं है। लेकिन बाहर से आ रहे मजदूरों के कारण संक्रमण की अाशंका को लेकर सबकी स्क्रीनिंग और संदिग्ध मरीजाें के स्वाब जांच करा रहे हैं।



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In the sample investigation of 11 swab swabs, the people found positive were staying in the quarantine center of Kharagpur for the last two days.




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उद्यमी योजना के लिए 651 आवेदनों की स्क्रूटनी, चयन होने पर मिलेगा 10 लाख

जिले से मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति व जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना में सभी वर्गों को मिलाकर कुल 651 आवेदकों ने आवेदन किया है। जिसे स्क्रुटनी के लिए भेज दिया गया है। उक्त बातों की जानकारी देते हुए जिला उद्योग केंद्र जीएम संजय कुमार वर्मा ने बताया कि शिक्षित बेरोजगार युवक एवं युवतियों को आत्म निर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। अब तक जिले से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग से कुल 566 आवेदकों ने आवेदन दिया है। जबकि अत्यंत पिछड़ी जाति वर्ग से महज 83 आवेदकों का आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया ऑनलाइन प्राप्त सभी आवेदनों को स्क्रुटनी के लिए संबंधित विभाग पटना को भेज दिया गया है। चयनित लोगों को 10 लाख रुपये तक ऋण सरकार देती है।
चयन होने पर आवेदक को मिलेगा 50 प्रतिशत का अनुदान: योजना के बारे में बताते हुए जीएम संजय कुमार वर्मा ने बताया कि इस योजना में आवेदक को उद्योग लगाने के लिए 10 लाख रुपये का ऋण दिया जाता है। जिसमें आवेदक को 50 प्रतिशत का अनुदान भी राज्य सरकार के द्वारा प्राप्त होने का प्रावधान भी है। 10 लाख तक के ऋण में केवल पांच लाख की राशि ही चुकानी होती है। वो भी सात वर्ष के अंदर 84 किस्तों में चुकाने का प्रावधान भी दिया गया है। पहले यह ऋण राज्य के अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को व्यवसाय करने के लिए ही दिया जाता था। किंतु इस योजना में अब अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को भी शामिल कर दिया गया है। ऋण लेेने के लिए बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता है। ऋण सीधे मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभुक के खाते में तीन किस्तों में दी जाती है।
ऋण लेने के लिए यह हैं पात्रताएं : योजना के तहत ऋण लेने के लिए विभिन्न पात्रताएं आवश्यक हैं। वह व्यक्ति बिहार का स्थाई निवासी हो, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र हों, आयु सीमा- 18 वर्ष से 52 वर्ष तक होना चाहिए, आवेदक के पास अपना पेन कार्ड एवं व्यवसायिक इकाई निबंधित होना चाहिए, शैक्षणिक योग्यता- कम से कम 12 वीं पास होना चाहिए।

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत युवाओं ने इन उद्यमों की शुरुआत के लिए दिया है आवेदन
नूडल्स उत्पादन, दाल मिल्स, पापड़ एवं बड़ी उत्पादन, पोपर्कोन उत्पादन, अचार मुरब्बा उत्पादन, चुढ़ा उत्पादन, टेंट हाउस, मसाला उद्योग आदि सहित सैकड़ों प्रकार के उद्योग के लिए आवेदकों ने आवेदन दिया है।



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Scrutiny of 651 applications for Entrepreneur Scheme, will get 10 lakhs on selection




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चांदी व रजीगंज में सरकारी लाभ से वंचित 100 लोगों को दिया सूखा राशन

रानीपतरा स्थित चांदी व रजीगंज पंचायत में जिला पार्षद राजीव सिंह ने सूखा राशन वितरण किया गया। इसमें ऐसे गरीब परिवार थे जो सरकारी योजना के किसी भी लाभ से वंचित है। वैसे निर्धन परिवार को चिह्नित कर उनके बीच सूखा राशन का वितरण किया गया।
इस क्रम में शनिवार को चांदी पंचायत रानीपतरा के गुमटी ऋषि टोला, पैकागोला ऋषि टोला और रजीगंज के गरैय्या ऋषि टोला के 100 गरीब परिवारों को सुखा राशन दिया गया है। बता दें की सरकार के द्वारा लॉकडाउन के घोषणा बाद से हीं जिला पार्षद राजीव सिंह, कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक तो कर हीं रहे है। जरूरतमंदों के बीच अपने निजी कोष से आवश्यक खाद्यान सामग्री भी वितरण कर रहें हैं। इससे अभी तक चांदी, रजीगंज पंचायत से करीब 1600 असहाय परिवार को सूखा राशन दिया जा चुका है। वहीं जिला पार्षद राजीव सिंह ने कहा कि अपनी यथाशक्ति से आने वाले समय में भी जरूरत मंद परिवारों के बीच राशन मुहैय्या करता रहूंगा। वहीं इस अभियान को सफल बनाने के लिए मौके पर यददु ऋषि, दीपक कुमार, दिलीप चौधरी, कन्हैया कुमार, डम्पू साह, निलेश कुमार, सुमित कुमार, गुंजन कुमार, मनोज कुमार, जयंत कुमार, कालो देवी, छितनी देवी आदि मौजूद थे।



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चांदी व रजीगंज पंचायत में राहत सामग्री बांटते जिला पार्षद सदस्य।




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347 में से 313 संदिग्धों की कोरोना जांच निगेटिव, 32 की रिपोर्ट का इंतजार

जिला के लिए राहत की खबर है।शनिवार को जिले के 25 सैंपल का रिपोर्ट निगेटिव आया है। डीएम राहुल कुमार ने बताया कि जिले में अभी तक 347 सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। इसमें से 315 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुका है। जिले में अभी सिर्फ दो ही कोरोना पॉजिटिव मरीज हंै। 313 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आया है। 32 लोगों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में प्रवासी लोगों का आना लगातार जारी है। जिले में कोटा के अलावा अन्य राज्यों से पहुंच रहे मदरसा के बच्चों को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में भेजा गया है। अन्य श्रमिकों को 21 दिनों के लिए प्रखंड स्तर पर बने होम क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है।
प्रखंड स्तरीय पर 5435 व पंचायत में 199 लोग क्वारेंटाइन : प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि जिले में संचालित विभिन्न क्वारेंटाइन कैंपों में बाहर से आए 5435 प्रवासी रह रहे हैं। इनमें पूर्णिया पूर्व प्रखंड के सद्भावना मंडप कैंप में 17 तथा प्रखंड क्वारेंटाइन कैंप, प्रशिक्षण केंद्र में 20, एसबीआई, प्रशिक्षण केंद्र में 49, जवाहर लाल उच्च विद्यालय, गुलाबबाग में 85 एवं जमाना लाल बजाज बालिका उवि, गुलाबबाग में 82 प्रवासी शामिल है।वहीं श्रीनगर प्रखंड के शिक्षण-प्रशिक्षण महाविद्यालय में 99, बीएड काॅलेज, ब्याॅज हाॅस्टल, में 166 एवं बीएड काॅलेजगर्ल्स हॉस्टल में 118 व्यक्ति है। केनगर प्रखंड के मवि, प्रखंड कॉलनी कैंप में 42, आमवि काझा में 88, चंपानगर में 1 एवं विद्या बिहार, स्कूल, परोरा में 60 व्यक्ति को रखा गया है। कसबा प्रखंड के सीमांचल हॉस्पिटल कैंप में 59 एवं मिलिया कॉन्वेंट कसबा में 52 अप्रवासियों को रखा गया है। इसके अलावा जलालगढ़ प्रखंड के कस्तुरबा गांधी प्लस 2 बालिका आवासीय विद्यालय में 58, मॉडल उच्च विद्यालय एनडी रूंगटा, में 7, एनडी रूंगटा,उवि, में 85 एंव आमवि, जलालगढ़ में 68 व्यक्ति है। अमौर प्रखंड के आमवि,अमौर में 73, उउवि, बेलका में 161, मवि सिरोटोल में46 एवं कस्तुरबा गांधी बालिका आवासिय विद्याल ,अमौर में 35, मवि, गरैसा में 70, मवि मच्छट्ठा में 85, मवि, रामनगर में 10, उवि, बालुटोलइस्लामपुर में 18 एवं प्लस 2प्रोजेक्ट बालिका उवि, में 74 व्यक्ति है। प्रशासन के द्वारा बैसा प्रखंड के श्रीहाॅस्पिटल, रौटा कैंप में 19, उवि, रौटा में 64, मविआमबाड़ी में 49, आ0म0वि0 रौटा में 63, मदरसा मल्हारा, शीशाबाड़ी में 150, मदरसा, सिफातुल उलूम औरा नंदनिया में 110, मवि खुशहालपुर रायबेर में85 एवं उवि, मुंगराप्याजी में 90 व्यक्ति है।
डगरूआ प्रखंड के उवि डगरूआ, कैंप में 87, मवि, डगरूआ में 116 व्यक्ति, इंदिरा गांधी मेमोरियल हाई स्कूल,डगरूआ में 112 एवं मदरसा जामेतुल, बनात में 180 अप्रवासियों को रखा गया है। बायसी प्रखंड के उवि बायसी कैंप में 140, मवि, चरैया में 86, मवि बायसी में 63 एवं प्रोजेक्ट कन्या उवि, बायसी में 109 बहार से आए अप्रवासियों को रखा गया है। जिले केधमदाहा प्रखंड के आमवि,अमारी में 141, आमवि, सरसी में 78, बीएनसी डिग्रीकाॅलेज, धमदाहा में 58, आमवि, निरपूर कैंप में 110, संत शिवानी मिशन स्कूल संतमी कैंप में 193, राजकृत उवि, धमदाहा में 66, मवि, संझाघाट में 25, मवि, जमुनिया में 20,गंगा मवि, दमगारा 71 एवं मवि, शरणार्थी टोला रंगपुरा उत्तर में 12 व्यक्ति है।

2882 लोगों को मिला राशन
इसके अलावा शनिवार को आपदा राहत केंद्र और कम्युनिटी किचन के माध्यम से 603 लोगों को भोजन करवाने के साथ-साथ रूपौली प्रखंड में 12, भवानीपुर में10, बनमनखी में193, कसबा में 325, श्रीनगर में195 ,जलालगढ़ में 518, पूर्णिया पूर्व प्रखंड में1592, अमौर में 03 एवं डगरूआ में 34 कुल 2882 सुखा राशन पैकेट का वितरण किया गया।



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उच्च माध्यमिक विद्यालय चरैया में जांच करती मेडिकल टीम।




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आजमगढ़ से 4 दिन में साइकिल से खगड़िया पहुंचे कटिहार के 17 मजदूर

कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के बावजूद दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है। एनएच 31 के रास्ते हर रोज मजदूरों के समूह को जाते देखा जा सकता है। शनिवार को साइकिल से मजदूरों का जत्था मानसी बस स्टैंड के समीप रुका। मजदूरों ने बताया कि वे लोग यूपी के आजमगढ़ से चार दिन पूर्व साइकिल से आ रहे हैं और कटिहार तक जाना है। मजदूरों ने बताया कि वे लोग कटिहार जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर केवाला के रहने वाले हैं।
प्रवासी मजदूर मो. शफीक उल हक, मो. वसीम अकरम ने बताया कि आजमगढ़ में वे राजमिस्त्री के साथ मजदूरी कर रहे थे। लॉकडाउन हुआ तो काम रोजगार बंद हो गया। हमें पता चला कि लॉकडाउन लंबे समय तक चलेगा इसीलिए साइकिल से ही निकल गए। उन्होंने कहा कि रास्ते में छपरा में उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई, लेकिन कहीं भी खाने-पीने की व्यवस्था नहीं थी।



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आजमगढ़ से साइकिल से खगड़िया पंहुचे कटिहार के मजदूर।




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आज नए पुल से डाउन लाइन का होगा कनेक्शन 17 से पूरी तरह काम करने लगेगा एनअाईएस

नए पुल के डाउन लाइन पर शुरू करने के लिए रविवार को आठ घंटे का मेगा ब्लॉक लगेगा। पुराने पुल के डाउन लाइन को डिसमेंटल किया जाएगा। नए पुल से कनेक्शन के बाद पुराने पुल पर अप एवं डाउन में ट्रेनों का परिचालन हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। शनिवार को सेंट्रल केबिन के पास यार्ड एनआई कार्य हुआ। आज से लाइन नंबर पांच का संबंध पुराने पुल से खत्म कर नये पुल से जोड़ा जाएगा। देर शाम नए पुल के डाउन लाइन पर परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यार्ड को जोड़ने वाली शेष लाइनों को डिसमेंटल किया जाएगा।
एनआई के चौथे दिन नए ट्रैक को यूनिमेट मशीन से बैलास्ट की पैकिंग की गई। वहीं टी-28 मशीन द्वारा पूर्व से बने ट्रैक प्वाइंट काे उठा कर कार्यस्थल पर रखा गया। इन कार्यों में बड़ी संख्या में रेलकर्मियों के अलावा निजी एजेंसी कर्मियों को भी लगाया गया। वही नई बिछाई गई ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए बिजली खंभा लगाया गया और पुराने खंभों का हटाया गया। सोमवार तक किऊल स्थित सेंट्रल केबिन को ध्वस्त किया जाएगा। एसटीई राजीव रंजन ने बताया कि किऊल में पैनल केबिन से ट्रेनों का परिचालन होगा। वहीं लखीसराय में वेस्ट रिले हट बनाया गया है। वहां रिले हट से ट्रेनों का परिचालन होगा। उन्होंने कहा कि एनआईएस टेस्टिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। 17 मई से एनआईएस पूरी तरह से काम करने लगेगा।

नई पुल पर दौड़ती रही मालगाड़ियां
शुक्रवार की देर रात नये पुल पर परिचालन शुरू होने के बाद रविवार को सुबह से मालगाड़ियों का परिचालन होता रहा। परिचालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यार्ड काफी घुमावदार होने के कारण नए पुल पर ट्रेनें 50 किलोमीटर की स्पीड से ही चल सकेंगी। डाउन की तुलना में अप लाइन की ट्रेनों की स्पीड ज्यादा होगी। पुल के दक्षिणी दिशा में होने के कारण यार्ड की दिशा भी बदल गई है।

रेलवे कर्मियों की हुई थर्मल स्क्रीनिंग, दवा का किया वितरण

थर्मल स्क्रीनिंग करती रेलवे के स्वास्थ्य विभाग की टीम।

लखीसराय| दानापुर के डीआरएम सुनील कुमार के निर्देश पर रेलवे स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों की टीम शनिवार को किऊल पहंुची। रेलवे स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा रेलवे कर्मियों के बीच होमियोपैथ आर्सेनिक अलबम 30 नामक दवा का वितरण किया गया।
पहले दिन रेलवे कॉलोनी के सेक्टर टू में कर्मियों के अावास पर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग की गई। जिसके बाद दवा का वितरण किया गया। टीम में पटना के होमियोपैथ डाॅक्टर अरूण कुमार श्रीवास्तव, किऊल रेलवे अस्पताल के डाॅक्टर आलोक कुमार, मनोज पासवान तथा वेलफेयर निरीक्षक प्रकाश कुमार व विमलेश कुमार शामिल थे। पहले दिन लगभग 250 कर्मियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और दवा का वितरण किया गया। शेष बचे कर्मियों को सोमवार या मंगलवार तक थर्मल स्क्रीनिंग कर दवा दी जाएगी। इसीआरकेयू के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेक्टर टू घूम घूम कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दवा उपलब्ध कराया। यूनियन के सचिव पी सुबंधु, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव रंजन कुमार, रामचंद्र यादव, सुरेंद्र कुमार यादव, श्याम कुमार एवं नीरज कुमार ने यूनियन की ओर से टीम को सहयोग किया।



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ट्रैक प्वाइंट को उठाती टी-28 मशीन।
ट्रैक को पैक करती यूनिमेट मशीन।




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मुख्य डाकघर में अब तक 1.30 करोड़ का भुगतान, बेहतर कार्य वाले होंगे सम्मानित

डाक विभाग ने एक दिन में 1.55 लाख लोगों को राशि का भुगतान कर देश में नया रिकॉर्ड बनाया है। डाक विभाग के बिहार सर्किल ने पूरे देश में पहला स्थान बनाया है। लखीसराय के सहायक डाक अधीक्षक उमाशंकर कुमार ने बताया कि मुंगेर डाक प्रमंडल में लखीसराय ने 1.30 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। सिर्फ एक दिन में शुक्रवार को 26 लाख रुपए का भुगतान किया गया।
लखीसराय मुख्य डाकघर द्वारा शहरी क्षेत्र में चलंत आधार डाक का परिचालन किया जा रहा है। घूम-घूम कर जरूरतमंदों को राशि का भुगतान किया जा रहा है। मुख्य डाकघर में पोस्टमास्टर मनीष कुमार आनंद ने बताया कि समाजसेवा से जुड़े डाक कर्मियों को अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाना है। अनिमेश कुमार, सुजीत कुमार, अरविंद सिंह, रंजीत कुमार, मो. शमीम, सोनू कुमार, अनुराग कुमार, सदन सिंह, सुमित कुमार, अशोक कुमार, अमरनाथ झा एवं फूलचंद को सराहनीय कार्य के लिए डाक विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।



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1298 हेक्टेयर में मकई की फसल हुई नष्ट, सभी को मिलेगी मुआवजे की राशि

प्रखंड मुख्यालय स्थित संयुक्त ई -किसान भवन में रबी फसल एवं अप्रैल माह में असमय आंधी और बारिश व ओलावृष्टि के कारण चौसा में मक्के की फसलों को काफी प्रभावित हुई है।
डीएओ राजन बालन ने शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय के आसपास खेतों का आकलन कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी सहित अन्य कर्मियों के साथ बैठक आयोजित कर कर्मियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए कहा कि चौसा से 1298 हेक्टर मक्के की प्रभावित होने की आकलन प्राप्त हुआ है। कर्मी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किसानों का काम करेंगे। साथ ही सरकार की बहुआयामी योजना को शत प्रतिशत किसानों तक योजनाओं का लाभ समय से पहुंचे। चौसा प्रखंड से 1298 हेक्टेयर मक्का फसल क्षति का प्रतिवेदन प्राप्त है। इसके अनुरूप ऑनलाइन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आवेदन में रकवा को डिसमिस में लिखेंगे। एक एकड़ को 100 डिसमिस में अंकित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पति पत्नी को लाभ नहीं दिया जाएगा। किसान सलाहकार सहित कृषि अधिकारी को इन सब बातों पर ध्यान रखने की बात कही। इस योजना के पात्र किसानों को लाभ से वंचित नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर जिला कोऑर्डिनेटर सोहन सिंह ने कहा कि सभी कृषि कर्मी अपने-अपने पंचायत में रहकर किसानों के हित में आवश्यक कार्यों का संपादन करें। ताकि किसानों को ससमय अनुदान का लाभ मिल सके। मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्याम सुंदर यादव, मुखिया प्रतिनिधि अभिनंदन मंडल, पंचायत समिति प्रतिनिधि सुमन कुमार, आत्मा अध्यक्ष विजय यादव, किसान मोहम्मद इफ्तिखार, सहायक तकनीकी प्रबंधक क्यूरी कुमारी, लेखापाल अमित कुमार, किसान सलाहकार धीरज कुमार, पंकज कुमार, अनुज कुमार, सुनील कुमार, मणिकांत कुमार, केशव कुमार एवम कुंज बिहारी शास्त्री आदि उपस्थित थे।



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शनिवार को बैठक करते जिला कृषि पदाधिकारी व अन्य।




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मजदूरों को खाने में मिला सिर्फ 100 ग्राम चूड़ा अधिकारियों पर लगाया भूखा रखने का आरोप

आंध्र प्रदेश से आए अजगैवा गांव निवासी राजेश साह, फुलौत बड़ीखाल निवासी सुनील कुमार, रविन्द्र मंडल तथा दिलीप कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात करीब आठ बजे वे मधेपुरा पहुंचे। रात में उन लोगों को खाना नहीं दिया गया। सुबह केवल 100 ग्राम सूखा चूड़ा दिया गया। 12 बजे दिन से जांच कराने के लिए लाइन में खड़े हैं। दो बजने चला है।
अब तक खाना नहीं मिला है। भूख से वे लोग खड़े रहने के लायक नहीं है। सरकार उन लोगों को कोरोना वायरस से क्या बचाएेगी। पहले तो वे लोग भूखे- प्यासे ही मर जाएंेगे। उन्होंने बताया कि जांच कराकर एक घंटा से इंतजार में हैं जहां उन लोगों को रखना है ले जाए और उसे खाना खिलाया जाए। ड्यूटी पर अस्पताल के डॉक्टर से कहते हैं तो उनका कहना है कि सीओ उन लोगों को कहां रखने का इंतजाम किए हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। स्वास्थ्य जांच के बाद सभी लोगों को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। जब सीओ से बात करने का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो सकी।
साइकिल चलाकर सोनीपत से मधेपुरा पहुंचे मजदूर
हरियाणा के सोनीपत से लंबी दूरी तय कर मजदूरों का एक जत्था साइकिल से 10 दिनों का सफर तय करते हुए शुक्रवार की रात मधेपुरा पहुंचे।
मधेपुरा से बस द्वारा साइकिल सवार सहित 50 लोगों को चौसा पीएचसी में मेडिकल टीम ने स्क्रीनिंग कर सभी लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। प्रवासी मजदूर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों से पहुंच रहे हैं। मेडिकल टीम ने बताया कि इसमें प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न पंचायतों के लोग शामिल हैं।
वहीं मधेपुरा से बस से 44 लोगों और दिल्ली से तीन बाइक पर सवार आधा दर्जन लोगों को जांच कर बाबा विशु राउत क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया।
बाहर से आए फुलौत पूर्वी और फुलौत पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी, पैना, लौआलगान पश्चिमी और लौआलगान पूर्वी, अरजपुर पूर्वी व अरजपुर पश्चिमी, घोषई, रसलपुर धुरिया, चौसा पश्चिमी व चौसा पूर्वी पंचायत सहित करीब चार दर्जन से अधिक लोगों को मेडिकल जांच कर 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।



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हरियाणा के सोनीपत से साइकिल चलाकर पहुंचे प्रवासी मजदूर।




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झारखंड भेजने के नाम पर 17 मजदूरों को दिनभर स्टेडियम में रखा, सोने की भी व्यवस्था नहीं की

लॉकडाउन में परदेश से मजदूरों के आने का सिलसिला होते ही प्रशासनिक व्यवस्था चरमराने लगी है। इसका कारण कर्मचारियों की कमी या फिर तैनात कर्मी-पदाधिकारियों पर हावी होता थकान हो सकता है। क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वालों को अच्छा रहन-सहन और भोजन पानी देने का निर्देश है। पर यह कुछ सेंटर पर ही देखा जा रहा है। कहीं पर सिर्फ खानापूरी की जा रही है।
दूसरे राज्यों से आने के बाद उन्हें उनके संबंधित ब्लॉक तक पहुंचाने या दूसरे राज्यों को जाने वाले मजदूरों की व्यवस्था करने के लिए शहर के बीएन मंडल स्टेडियम में शिविर
बनाया गया है।
व्यवस्थाओंमें कमी के कारण ही शुक्रवार को कोटा से लाए गए भूख से बिलबिलाते छात्रों काे जब अपशब्द सुनना पड़ा, तो शाम को उनका आक्रोश फूट पड़ा। शुक्रवार को लाए गए बच्चों को तो अच्छी व्यवस्था नहीं मिल पाई, अलबत्ता उनकी व्यवस्था करने के नाम पर दिनभर बैठाकर रखे गए इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण में काम करने वाले झारखंड जाने वाले 17 मजदूरों को भी न तो भेजा गया और न ही रात को उन्हें सोने के लिए जगह मिली। दिनभर भी वे लोग स्टेडियम में उनके लिए व्यवस्था हो जाने की आस लगाए बैठे रहे।

कोई व्यवस्था नहीं होने से स्टेडियम की सीढ़ी पर सोना पड़ा
रात में कोई व्यवस्था नहीं हो पाई तो वे लोग स्टेडियम के सीढ़ी पर सो गए। झारखंड के इन मजदूरों का कहना था कि शुक्रवार सुबह ग्यारह बजे पुलिस द्वारा यह कहकर लाया गया कि उनलोगों को सरकारी गाड़ी से घर भेजा जाएगा। इसी के उम्मीद में वे लोग स्टेडियम आ गए। लेकिन यहां दिनभर कोई पूछने वाला नहीं था। पूछने पर सभी यही कह रहे थे कि अभी कोटा से आने वाले छात्रों की व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। एक बार खाना मिला। शुक्रवार की रात लगभग साढ़े नौ बजे स्टेडियम में उनलोगों ने कहा कि 10 घंटा बीत जाने के बाद भी उन्हें घर नहीं भेजा जा रहा है। सामने में मंच पर बैठे-कर्मचारी बोतलबंद पानी पी रहे हैं और नाश्ता-खाना खा रहे हैं। लेकिन उनलोगों को कुछ नहीं दिया गया। पुलिस कहती है कि यहीं रहो, सब को भेजा जाएगा।

रात को मूढ़ी-दालमोट खाता प्रवासी।

मूढ़ी और दालमोट खाकर रात गुजारना मजबूरी
शंकरपुर के मनखुश कुमार रात को मूढ़ी खा रहे थे। बताया कि वह यूपी के इटावा से आया है। ट्रेन से दरभंगा आने के बाद शाम छह बजे बस से मधेपुरा के लिए चले। आठ बजे आने के बाद कोई कुछ नहीं बता रहा है। सिर्फ बोल रहे हैं कि गाड़ी से भेजेंगे। मूढ़ी खाने के बाबत बताया कि अभी यही मिला है, तो खा लेते हैं। पता नहीं, बाद में कब कुछ खाने को मिलेगा। शनिवार की सुबह नौ बजे नाश्ता के लिए बुलाया गया। एक छोटे से पैकेट में थोड़ा मूढ़ी, दालमोट और दो बिस्कुट के लिए लोग टूट पड़े। वकर्मचारी लोगों को लाइन में खड़ा होने के लिए कहा भी, लेकिन लोग नहीं माने। मजबूर होकर उनलोगों को मूढ़ी-दालमोट का पैकेट दिया।

स्टेडियम में सोने की व्यवस्था नहीं
विभाग की ओर से स्टेडियम में सिर्फ रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था है। यहां सोने और खाना की व्यवस्था नहीं है। हां, नाश्ता की व्यवस्था है।
शिव कुमार शैव, एडीएम

दूसरे राज्य भेजने की डायरेक्ट व्यवस्था नहीं
दूसरे राज्य भेजने की डायरेक्ट व्यवस्था नहीं है। दूसरे राज्य जाने-वालों को पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद राज्य स्तर पर निर्णय लेने के बाद ही प्रक्रिया होती है।
पवन कुमार, नोडल पदाधिकारी,
वाहन कोषांग



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दिनभर इंतजार के बाद शुक्रवार की रात में स्टेडियम की सीढ़ी पर सोए झारखंड के मजदूर।




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यूपी बॉर्डर से करीब 1000 प्रवासी मजदूरों को बसों से लाया गया, ट्रांजिट प्वाइंट बना भोजपुर

देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी बिहारियों को लाने और पहुंचाने में भोजपुर जिला का आरा शहर ट्रांजिट प्वाइंट बना हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले बिहार के कई जिलों के प्रवासियों को सरकारी मदद से एक दर्जन से अधिक बसों के माध्यम से आरा शहर लाया गया। इस क्रम में जैन कॉलेज अवस्थित आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। इसके बाद ऐसे प्रवासी लोगों को उनके मूल जिला में बसों के माध्यम से भेजा जा रहा है। इस लिहाज से आरा शहर प्रवासियों के लिए ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है।

शुक्रवार की रात से शनिवार शाम तक कई जिलों के लगभग 800 प्रवासियों को आरा शहर लाया गया। यह सिलसिला रात तक जारी रहा। शनिवार देर रात तक यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था। इन प्रवासियों में लगभग आधी संख्या भोजपुर जिले के प्रवासियों की थी। इन प्रवासियों को बिहार- यूपी बॉर्डर पर कैमूर जिला अवस्थित मोहनिया सीमा से बसों में बैठा कर लाया गया। दूसरी तरफ गोपालगंज जिले से बिहार-यूपी बॉर्डर से भी बसों में बैठाकर प्रवासी लोगों को लाया गया। इस सिलसिले में सहरसा जिले से आंध्र प्रदेश में सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले बक्सर जिले के छात्रों को भी लाया गया। भागलपुर से भी प्रवासियों को लाने की सूचना है। खास बात यह कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रवासियों को बसों में सोशल डिस्टेंस के लिए कम संख्या में बैठा कर लाया जा रहा है। ताकि संक्रमण का खतरा कम रहे।
बॉर्डर पर रिकॉर्ड और मेडिकल के बाद लाए जा रहे हैं प्रवासी: माधव
जिला परिवहन पदाधिकारी माधव कुमार सिंह ने बातचीत में बताया कि डीएम रोशन कुशवाहा के निर्देश पर प्रवासियों को लाने और पहुंचाने में परिवहन विभाग तत्परता से जुटा हुआ है। कोरोना वायरस के संकट काल में लोगों को सरकारी व परिवहन विभाग की सुविधा मिले इसके लिए भरपूर सहायता की जा रही है। प्रवासियों को को लाने और पहुंचाने में बसों की कमी नहीं हो रही है। बॉर्डर पर लाने के वक्त इन प्रवासियों का ब्योरा दर्ज किया जाता है। मेडिकल चेकअप की जाती है। इसके बाद इनको बसों से लाया जाता है। आरा में लाने के बाद इनको जैन स्कूल के आइसोलेशन सेंटर में पहुंचाया जाता है। जहां इनकी मेडिकल चेकअप होती है।कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को सजगता और आपसी सहयोग करने की जरूरत है।

अगिआंव प्रखंड में पहला कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने से दहशत
अगिआंव क्वारन्टीन सेंटर में एक कोरोना पोजेटिव मरीज मिलने से इलाके में हड़कम्प मच गई। कोरोना पोजेटिव मरीज स्थानीय प्रखण्ड इलाके का चालीस वर्षीय युवक है। वह तीन मई को सूरत से अपने गांव आया था। जिसे पहले से ही अधिकारियों द्वारा चिन्हित कर अगिआंव स्थित राजकीय बुनियादी विद्यालय में बने क्वारन्टीन सेंटर में रखा गया था। जिसका शुक्रवार को जिला द्वारा गठित मेडिकल टीम ने सत्रह क्वारन्टीन हुए संदिग्ध का सैम्पल स्वाब टेस्ट के लिए आईजीएमएस भेजा गया था। उसकी मेडिकल पाॅजीटिव रिपोर्ट पोजेटिव आई है। अगिआंव प्रखंड में कोरोनावायरस मरीज मिलने का यह पहला मामला है। इससे इलाके सनसनी फैल गयी। स्थानीय प्रशासन इस सिलसिले में सजग हो गया है और विशंभरा गांव सहित 3 किलोमीटर की एरिया को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर इलाके को सील करने की तैयारी शुरू हो गई है। पहले के सभी मरीजों के स्वस्थ होने 1 घंटे बाद ही रिपोर्ट आयी कि अगिआंव क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। बताते चलें कि पहला मरीज भोजपुर जिले में बड़हरा क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला मिला था।

शनिवार को भी 43 कोरोनावायरस संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया पटना

सदर अस्पताल के स्थान पर अब महाराजा कॉलेज में कोरोना से जुडा स्वाब टेस्ट संक्रमित मरीजों का लिया जा रहा है। शनिवार को भी 43 संदिग्ध का जांच के लिए स्वाब टेस्ट लिया गया। इसके बाद देर शाम उसे पटना भेज दिया गया। दो दिनो में यह रिपोर्ट आने की बात कही जा रही है।



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Nearly 1000 migrant laborers were brought by buses from UP border, Bhojpur became transit point




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कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास से उत्तीर्ण

बीएनएमयू ने पूर्णिया प्रमंडल के डिग्री पार्ट थ्री 2019 का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राएं वेबसाइट www.nictpatna.com माध्यम से ऑनलाइन अपना रिजल्ट देख सकते हैं। उप कुलसचिव (परीक्षा) डॉ. शशि भूषण ने बताया कि पूर्णिया डिवीजन के 7066 छात्र फर्स्ट क्लास, 11487 छात्र सेकंड क्लास उत्तीर्ण हुए हैं, वहीं 621 छात्र फेल किए हैं, जबकि 3907 का रिजल्ट पेंडिंग है। शनिवार को जारी रिजल्ट में कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास, 7138 छात्र सेकंड क्लास, 325 फेल तथा 3055 का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे पूर्व फरवरी माह में कोसी प्रमंडल के छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया गया था। जबकि पूर्णिया प्रमंडल के छात्रों के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होने के कारण उस समय रिजल्ट जारी नहीं किया गया था। उप कुलसचिव ने बताया कि कोसी प्रमंडल के डिग्री पार्ट वन व पार्ट टू के मार्क्स के कारण जिनका रिजल्ट पेंडिंग रह गया था, ऐसे छात्रों के रिजल्ट में सुधार किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन लागू रहने के कारण प्रेस का काम बंद है। लॉकडाउन खत्म होते ही पेंडिंग छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।



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क्वारेंटाइन सेंटर से एक ही जीप में जांच कराने के लिए 15 लाेग पहुंचे अस्पताल

बगहा| बगहा-एक प्रखंड के झरमहुई हाईस्कूल में क्वारेंटाइन किए गए नेपाल के 15 लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए एक ही जीप में बैठ अनुमंडलीय अस्पताल में जांच के लिए पहुंचे। और जांच के बाद फिर उसी जीप में एक साथ बैठ झरमहुई के लिए रवाना हो गए। भला इस तरह कैसे हम कोरोना पर पा सकेंगे काबू। झरमहूई पंचायत के मुखिया शमशाद अली ने बताया की ये लोग मार्च में हीं नेपाल से आए थे। लेकिन, लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गए। जिन्हें हाई स्कूल में रखा गया था।



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किसानों को एक एकड़ के लिए 1 से 3 हजार में खरीदना पड़ रहा धान का बीज, अबतक नहीं मिला अनुदानित बीज

विभाग के तरफ से सस्ते दर पर उन्नत किस्म के बीज व उर्वरक समय पर उपलब्ध नहीं होने से किसान योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे है। 15 मई तक धान का बिचड़ा गिराने का सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। इसके लिए किसान खेतों को तैयार कर लिए हैं। समय पर सरकारी बीज व उर्वरक नहीं मिलने पर किसान बाजार से ऊंची दरों पर बीज की खरीदने के लिए मजबूर हैं। किसानों को एक एकड़ के लिए एक हजार से तीन हजार तक का बीज बजार से खरीदना पड़ रहा है। जबकी अनुदानित बीज की कीमत 19 सौ से लेकर तीन हजार तक है। जिसमें बीज के साथ कीटनाशक व खाद साथ में मिलता है। इसके बाद किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान मिलता है। जिससे किसानों को 9 सौ से लेकर 15 सौ तक कीटनाशक व खाद के साथ बीज मिल जाता है।

सरकार के भरोसे नहीं होगी खेती
किसान नेता भाई उत्कर्ष, छोटे श्रीवास्तव आदि ने बताया कि धान का बिचड़ा गिराने का काम शुरू हो गया है। अगर सरकार के भरोसे रहेंगे तो खेती नहीं कर सकेंगे। देर से बिचड़ा गिराने से धान में रोग लगने का डर रहता है।

पिछले वर्ष का अबतक नहीं मिला अनुदान

किसानो ने बताया कि एक वर्ष से पिछले वर्ष के अनुदान के लिए चक्कर काट रहे है। बताते चले कि पिछले वर्ष 242 किसानों ने अनुदान पर धान का बीज खरीदा था। लेकिन इन किसानों को 7, 68, 830 रु. अबतक नहीं मिला है। जिसमें किसानों ने तनाव रोधी योजना के तहत 50 किसानों ने 1 लाख 51 हजार रुपए की। श्री विधि योजना के तहत 75 किसानों ने 2 लाख 38 हजार 725 रुपए की। जीरो टीलेज के तहत 67 किसानों ने 2 लाख 8705 रुपए की। वहीं, पैडी ट्रांसप्लांटर योजना के तहत 50 किसानों ने 1 लाख 62 हजार 245 रुपए की खरीदारी किया था।

खरीफ महोत्सव के बाद ही बीज का वितरण किया जाता है। अबतक कोई भी जिला से मार्ग दर्शन नहीं आया है। इस वर्ष कबतक बीज आएगा कहा नहीं जा सकता। अभी मै पुराने अनुदान के पैसा के लिए परेशान हूं। -पृथ्वी चंद्र, बीएओ, बगहा



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ई-किसान भवन के बाहर खड़े किसान।