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डेढ़ माह के लॉकडाउन में बांदीकुई अस्पताल में गूंजी 107 किलकारियां

लॉक डाउन के दौरान शहर के सरकारी अस्पताल में डिलीवरी की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। निजी अस्पतालों में काम कम होने से राजकीय अस्पताल में इस करीब डेढ़ माह में 107 बच्चों की किलकारी चहकी। सरकारी अस्पताल में इस सीजन में प्रतिमाह करीब 50 डिलीवरी होती है, लेकिन लॉक डाउन में निजी अस्पतालों में काम कम होने सहित लोगों द्वारा प्रसूताओं को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने से यह आंकड़ा बढ़ गया। यही कारण है कि लॉक डाउन के इस पीरियड में बांदीकुई राजकीय अस्पताल में 107 बच्चों ने जन्म लिया। बांदीकुई अस्पताल में बांदीकुई क्षेत्र की ही डिलीवरी सामान्य दिनों में आती है, लेकिन लॉक डाउन के दौरान यहां बांदीकुई के आस पास के गाँव सहित सिकराय, बालाजी व भांडारेज तक के लोग प्रसूताओं को डिलीवरी के लिए यहाँ लेकर आए। मई माह में डिलीवरी का औसत पिछले दो महीनों के औसत से अधिक है। मार्च में जहाँ लॉक डाउन में 25 से 31 मार्च तक 15 व अप्रैल में पूरे माह में 65 डिलीवरी हुई वहीं इस माह में 8 मई तक ही 27 डिलीवरी हो चुकी है। लॉक डाउन के दौरान बांदीकुई अस्पताल में 57 बेटी और 50 बेटों ने जन्म लिया। मार्च में लॉक डाउन के दौरान 25 से 31 मार्च तक 9 बेटी और 6 बेटे, अप्रैल में 32 बेटी और 33 बेटे तथा मई माह में 8 तारीख तक 16 बेटी और 11 बेटों ने जन्म लिया। अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ मंजू मीना का कहना है कि मार्च अप्रेल में डिलीवरी औसतन कम होती है, लेकिन लॉक डाउन में बांदीकुई अस्पताल में संख्या बढ़ी है। हमने बांदीकुई के अतिरिक्त बालाजी, सिकराय ओर भांडारेज मोड़ तक कि डिलीवरी कराई है।
गुढ़ाकटला अस्पताल में स्टाफ नहीं, मरीज परेशान
बांदीकुई ग्रामीण| राजकीय अस्पताल गुढाकटला में शुक्रवार रात डॉक्टर सहित स्टाफ नहीं मिलने से मरीज परेशान रहें। मौके पर आए सरपंच ने मामले की सीएमएचओ से शिकायत की। देर रात को कई बीमारियों से पीड़ित मरीज उपचार कराने के लिए राजकीय अस्पताल गुढाकटला पहुंचे। यहाँ डाक्टर सहित स्टॉफनहीं मिला इस दौरान एक महिला पेट दर्द से परेशान होकर अस्पताल के प्रवेशद्वार पर लेट गई । सूचना पर सरपंच कैलाश चौधरी अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इस दौरान महिला को उपचार के लिए बांदीकुई भेजने के लिए एंबुलेंस को ढूंढा लेकिन एंबुलेंस खराब स्थिति में मिली। सरपंच ने इस मामले की सीएमएचओ से दूरभाष पर शिकायत की।



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107 kilkari buzzing at Bandikui Hospital in one and a half month lockdown




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सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करना पड़ा भारी, 10 दिन बंद रहेंगी 2 दुकानें

रामगढ़ पचवारा मुख्यालय पर देवांश हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीज के उपचार के बाद सीज किए गए अस्पताल व 102 लोगों के सैंपल लेकर की गई कार्रवाई के बाद लोगों में डर बना हुआ है ।वहीं दूसरी तरफ लॉक डाउन के तहत बाजार बंद रहे। जिससे बाजारो मे सन्नाटा बना रहा । इधर दूसरी तरफ लॉक डाउन के दौरान परचून की दुकानदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की नीति के पालन नहीं करने को लेकर उपखंड अधिकारी सरिता मल्होत्रा ने दो किराना की दुकानों को 10 दिन के लिए दुकान खोलने पर पाबंदी लगाई है।
57 जब्त, 14 वाहनों का चालान
दौसा| लॉकडाउन के दौरान शनिवार को पुलिस ने जिले में बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों के 57 वाहन जब्त किए तथा 11 वाहनों का चालान किया। यातायात पुलिस ने 32 वाहन जब्त किए तथा 10 वाहनों का चालान किया। सदर थाना पुलिस ने 1, बसवा थाना पुलिस ने 1 वाहन, मानपुर थाना पुलिस ने 6, मंडावर थाना पुलिस ने 2, नांगल राजावतान थाना पुलिस ने 5, रामगढ़ पचवारा थाना पुलिस ने 3, मंडावरी थाना पुलिस ने 4 व लवाण थाना पुलिस ने 2 वाहन जब्त किए।



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तीन शातिर चोर गिरफ्तार, अलवर-दौसा में 12 से अधिक वारदातों को दिया अंजाम

महवा थाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट के तहत चोरी के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने दिसंबर 2019 में बालाहेडी कस्बे में अलग-अलग चोरी की दो वारदातों को अंजाम दिया था। थाना अधिकारी रजत खींची ने बताया कि वर्ष 2019 दिसंबर माह में आरोपी शिवदयाल मीणा, रमेश मीणा निवासी रायपुर पाखर थाना मंडावर जिला दौसा व जयसिंह राजपूत थाना कोतवाली अलवर ने बालाहेड़ी में मेडिकल स्टोर की दुकान व परचून की दुकान में सेंधमारी कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें हजारों की नगदी भी शामिल थी। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को राजगढ़ अलवर थाना पुलिस ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जहां से मंडावर थाना पुलिस ने इनको प्रोडक्शन वारंट के आधार पर हिरासत में लिया। जिसके बाद निरंतर खुलती गई चोरी की वारदातों को लेकर पता चला कि बालाहेड़ी कस्बे में माह दिसंबर 2019 में हुई चोरी में भी इन्हीं तीनों आरोपियों का हाथ था। जिसे लेकर महवा थाना पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर महवा लाई और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। जिसमें चोरी की वारदात को इन्होंने स्वीकार किया है। आरोपियों से कुछ सामान भी बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश प्रदान किए।



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Three vicious thieves arrested, carried out more than 12 incidents in Alwar-Dausa




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जिले में संक्रमितों की संख्या हुई 21

जिले में 17 दिन बाद फिर एक कोरोना पॉजिटिव आने से अब संक्रमितों की संख्या 21 हो गई। हालाकि इनमें 20 मरीज ठीक हो गए। शनिवार को कालाखो के बाल किशन का बास निवासी एक महिला के जयपुर में हुई जांच में कोरोना पॉजिटिव आया है। इससे चिकित्सा विभाग व प्रशासन में हड़कंप मच गया। विभाग की टीम मरीज के गांव पहुंची तथा उसके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। बाल किशन का बास निवासी नहना देवी मीणा जयपुर में अस्पताल में भर्ती है। उसके जांच में कोरोना पॉजिटिव आया है। इससे जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 21 हो गई। हालाकि 22 अप्रैल तक पॉजिटिव आए मरीज ठीक हो गए। उनकी अस्पतालों से भी छुट्टी हो गई। इससे लोगों ने राहत महसूस की थी, लेकिन अब फिर एक और कोरोना पॉजिटिव आने से विभाग में हड़कंप मच गया। विभाग की टीम इसके संपर्क में आए लोगों की जांच की। यूं बढ़ी मरीजों की संख्या जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। 37 दिन में 21 पॉजिटिव आ चुके हैं। पहला कोराेना पॉजिटिव 3 अप्रैल को आया था। इसके बाद 5 अप्रैल को 2, 6 को 3, 11 को 1, 13 को 3, 15 को 1, 17 को 1, 21 को 7 व 22 अप्रैल को एक कोरोना पॉजिटिव मिला था। इनमें सभी मरीज ठीक हो गए थे। इनको अस्पतालों से छुट्टी भी मिल गई। लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही जिला कोरोना मुक्त हो जाएगा, लेकिन शनिवार को एक महिला के कोरोना पॉजिटिव आया है।



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सबसे बड़ा खतरा : संक्रमित दपंती 51 जनों के साथ ट्रक में सवार होकर गांव आए, सभी की पहचान

2 मई को अहमदाबाद से आए कलापुरा निवासी दपंती मिनी ट्रक में सवार होकर अपने गांव पहुंचे थे। इनके साथ मिनी ट्रक में कुल 51 लाेग सवार थे। अब प्रशासन ने सभी लाेगाें की जानकारी जुटा दी है। इनमें से तीन परिवार सिरोही जिले के भी हैं। प्रशासन अब इनके साथ आने वाले सभी प्रवासियाें के सैंपल लेकर उन्हें भी क्वारेंटाइन करने की तैयारी कर रहा है। अब खतरा यह है कि एक मिनी ट्रक में 51 प्रवासी सवार होकर राजस्थान अाए थे। ऐसे मेंं इनके संपर्क में अाैर भी मरीजाें के संक्रमित होने का खतरा है। 5 मई तक जालोर जिला ग्रीन जोन में था, जिसके बाद मरीज पॉजिटिव आने शुरू हुए हैं। अब तक जिले में 8 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं, इनमें से 7 गुजरात के अहमदाबाद व सूरत निवासी हैं, जबकि एक मरीज सीकर से आई थीं।



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पीएम आवास मनरेगा में सृजित दिवसों का औंसत 38%, 11 जिले औंसत में भी पिछड़े

प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग ने प्रधानमंत्री आवास याेजना में मनरेगा में प्रगति पर चल रहे कार्याें में मानव सृजित दिवस का औसत 38 प्रतिशत रहने पर नाराजगी जाहिर की है। प्रदेश के 11 जिलों में औसत 38 प्रतिशत से भी कम काम हाेने पर 11 कलेक्टराें काे विशेष रूप से याेजना की रफ्तार बढ़ाने के लिए निर्देश दिए है। ये निर्देश प्रगति पर चल रहे कार्याें की 7 मई की रिपाेर्ट के आधार पर दिए है। इन जिलाें में जाेधपुर व टाेंक के अलावा बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर डूंगरपुर, जैसलमेर, कराैली व प्रतापगढ़ शामिल है।गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2019 - 20 में जिन जगहाें पर काम पूरे हाे चुके है। उन जगहाें मानव सृजित दिवस सृजित का औसत 79 प्रतिशत रहा है। करीब 30 लाख मानव दिवस सृजित हुए है। जिले औसत प्रतिशत से कम रहे। इनमें बांसवाड़ा, बीकानेर, जाेधपुर, डूंगरपुर कराैली, प्रतापगढ़ और उदयपुर शामिल है। वहीं जिन जगहाें पर काम चल रहा है। वहां पर करीब एक कराेड़ 18 लाख मानव दिवस सृजित करने में 38 प्रतिशत ही औंसत आ रहा है। इसमें 11 जिले शामिल है। विभाग के विशिष्ट सचिव पीसी किशन ने कलेक्टराें व इस प्राेग्राम काे संभाल रहे अधिकारियाें से पत्र में कहा है कि नियम अनुसार 90 मानव दिवस सृजित करने ही है ताकि मनरेगा में लाभ दिया जा सकें। चूंकि अब राज्य स्तर पर रैकिंग की भी जारी हाेगी। ऐसे में इस दिशा में टारगेट काे ध्यान में रखते हुए काम किया जाएं। उन्हाेंने अपने आदेश में करीब 15 जिलाें की परर्फाेमेंस का जिक्र किया। जहां याेजना का फायदा पूरी तरह से मनरेगा के तहत नहीं दिया जा रहा है।



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कालाखो की गर्भवती महिला निकली कोरोना पॉजिटिव, एसएमएस से जेठ आया था गांव, 1 किमी क्षेत्र में कर्फ्यू

ग्राम पंचायत कालाखो के बालकिशन का बास की गर्भवती महिला जांच में शनिवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गई। जिसकी सूचना जयपुर कंट्रोल रूम से मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, एडीएम लोकेश मीणा, एसडीएम पुष्कर मित्तल, सीएमएचओ पी.आर.मीणा, मेडिकल टीम के साथ गांव में पहुंचे। गर्भवती महिला के संपर्क में रहे सभी सदस्यों की स्कैनिंग कराकर एंबुलेंस से सैंपल के लिए जिला अस्पताल के लिए रवाना किया। सीएमएचओ डॉ पूरणमल मीणा ने बताया कि जांच में गर्भवती महिला नहैना देवी पत्नी मोहन लाल मीणा 5 अप्रैल को डॉक्टर सारिका गाेठवाल से जांच कराने दौसा गई थी तथा 6 को पति के साथ मोटरसाइकिल से निजी अस्पताल बांदीकुई में भी जांच कराने गई थी। जिसकी चिकित्सकों ने खून की जांच के लिए सैंपल लिया गया था तथा खून की कमी बताकर उसे वापस घर भेज दिया। 7 अप्रैल को प्रसव पीड़ा होने पर नैहना देवी अपने पति मोहनलाल मीणा व भाई विष्णु मीणा निवासी गुड़लिया, ननद राजेश्वरी देवी निवासी गांगदवाडी तथा प्राइवेट एंबुलेंस चालक रामकिशन मीणा निवासी कालाखो रोडमल का बास के साथ जेएनयू हॉस्पिटल जयपुर पहुंची। जिसे भर्ती के बाद चिकित्सकों ने शनिवार को प्रसव से पूर्व कोरोना की जांच कराई तो जांच में पॉजिटिव निकली।42 डिग्री तापमान में कलेक्टर खेतों में महिला के पॉजिटिव मिलने की सूचना मिलते ही कलेक्टर अधिकारियों के साथ खेतों में घूमकर हर घर की जांच कराते रहे। महिला के संपर्क में आए 7 सदस्यों की स्कैनिंग कराकर सैंपल जांच के लिए जिला अस्पताल के लिए एंबुलेंस से रवाना किया। इस दौरान कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोराेना पॉजिटिव के संपर्क में आए सभी लोगों की गहनता से जांच करें तथा पूरे गांव का घर-घर सर्वे करावे। सीएमएचओ डॉ पी.आर.मीणा ने बताया कि गर्भवती महिला का जेठ जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में रेडियोग्राफर के पद पर कार्यरत हैं। वह दो-तीन दिन पहले भी गांव में पशुओं के लिए चारा लेने आया था तथा एक दो बार पहले भी अपने घर आया था जिसकी भी जांच करवाई जा रही है। महिला किन-किन लोगों के संपर्क में रही। उन्हें भी जांच कर होम क्वारिंटाइन किया जाएगा। संपर्क में आए 33 लोगों की सूची प्राप्त हुई है। जिनकी स्कैनिंग करवाई जाएगी। इस दौरान कोर कमेटी अध्यक्ष डॉक्टर मदनलाल शर्मा, ग्राम विकास अधिकारी रिचा शर्मा, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजपाल मीणा सहित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
जीरो मोबिलिटी के सख्त निर्देश
दौसा| महिला के कोरोना आने के बाद बालकिशन का बास तन कालाखो के 1 किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया है। कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने उक्त क्षेत्र में 0 मोबिलिटी के आदेश जारी कर दिए।

पीहर पक्ष सहित निजी अस्पताल के 45 से अधिक लोगों के लिए सैंपल

बांदीकुई| दौसा के कालाखो में बालकिशन के बास में शनिवार की सुबह कोरोना पॉजिटिव हुई एक महिला ने दौसा से लेकर बांदीकुई तक प्रशासन की नींद उड़ा दी। रिपोर्ट के बाद मेडिकल एवं प्रशासन कोरोना संक्रमित इस महिला की टेबल हिस्ट्री तलाश करने में जुटा हुआ है। मेडिकल टीम ने बांदीकुई के एक निजी अस्पताल सहित करीब 45 लोगों के सैंपल लिए हैं। कालाखो के बालकिशन के बास निवासी नैना देवी मीना की शनिवार की सुबह कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई। रिपोर्ट के बाद चिकित्सा एवं प्रशासन ने महिला की ट्रैवल हिस्ट्री तलाश करना शुरू किया तो प्रशासन में हड़कंप मच गया। मेडिकल सूत्रों ने बताया कि 5 मई को इस महिला ने दौसा सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर को दिखाया। वहां सोनोग्राफी कराने के बाद अगले दिन 6 मई को जांच कराने के लिए बांदीकुई में एक निजी अस्पताल पहुंच गई। जांच के दौरान खून की कमी पाई जाने पर करीब एक घंटे बाद ही इसे जयपुर रेफर कर दिया। जयपुर में निजी अस्पताल भर्ती कराने के बाद शनिवार की सुबह इसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया।



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Kalakho's pregnant woman turns out to be Corona positive, Jeth had come from SMS to village, curfew in 1 km area




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गहलोत ने 50 देशों के 115 एनआरआई से की वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात, कहा- आपको तकलीफ नहीं आने देंगे, सरकार आपके साथ है

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को वीसी के जरिए 50 देशों के एनआरआई राजस्थानियों से बात की। उनसेसुझाव भी लिए। गहलोत ने कहा कि आने वाले दिनों में 8 से 10 हजार प्रवासी राजस्थान आएंगे। आपको किसी तरह की परेशानी नहीं आने देंगे। सरकार आपके साथ है। राजस्थान के लोग देश-विदेश के कोने-कोने में रहते हैं। हमने कभी नहीं कहा कि आप यहां आकर इनवेस्टमेंट करो। हम चाहते हैं कि संबंध जुड़ा रहे।

सुख-दुख में साथ निभाने का भाव रखते हैं। कोरोना संकट की इस घड़ी में पूरा मुल्क एकजुट है। लेखक, साहित्यकार मान रहे हैं कि पहली बार पक्ष-विपक्ष में ऐसी एकता देखने को मिल रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पीएम को पत्र लिखकर कहा है कि हमारी पूरी पार्टी आपके साथ है। वीसी में सीएम ने 115 एनआरआई से बातचीत की। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर कोरोना से मुकाबला कर रही हैं। इस कारण अब तक यह काबू में रहा है।

काेराेना से जंग में उपलब्धियां भी बताईं

  • गहलाेत ने कहा-पहले सैंपल पुणे-दिल्ली भेजने पड़ते थे। अब राजस्थान में ही दस हजार टेस्ट रोज हो रहे हैं। आने वाले दिनों में 25 हजार होंगे।
  • काेराेना की जांच के लिए नई मशीन अमेरिका से मंगवाई है। इसमें चार हजार टेस्ट प्रतिदिन होते हैं। यह दो मशीनें जोधपुर और जयपुर में लगेंगी।
  • हमने चार तरह की दवाओं को मिलाकर इटली के पेशेंट को ठीक किया। इस पर रिसर्च जारी है। प्लाज्मा थेरेपी शुरू की। इसके अच्छे परिणाम हैं।

गहलाेत मारवाड़ी में बाेले-म्हारी कौशिश जारी है राजस्थानी नै मान्यता वास्ते
गहलाेत मारवाड़ी में भी बाेले। कहा-महिलाओं रै कारण मारवाड़ी कायम रही है। मारवाड़ी री मान्यता रे वास्ते म्हारे टैम में सबसूं पैला विधानसभा में प्रस्ताव पास करियो हो। ई नै 8वीं अनुसूची में लाने वास्तै पूरी कौशिश करूंला।
एनआरआई बोले- चीन से बाहर आने वाली कंपनियां राजस्थान लेकर आएं
वीसी में 19 एनआरआई ने सीएम को कई सुझाव दिए। अमेरिका से राम उपाध्याय, दुबई से अशोक कोरानी व ऑस्ट्रेलिया से मनीष ने कहा- चीन से बाहर आने वाली कंपनियां राजस्थान लेकर आएं। एनआरआई का जिलावार डेटा बने।



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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को वीसी के जरिए 50 देशों के एनआरआई राजस्थानियों से बात की। उनसे सुझाव भी लिए।




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राजस्थान में 129 नए रोगी मिले; चार की मौत भी हुई, अजमेर में चार गर्भवतियों सहित 14 संक्रमित

कोरोना ने झीलों की नगरी उदयपुर के मोहल्ले कांजी हाटा में तहलका मचा दिया है। यहां तीन दिन में 103 रोगी मिल चुके हैं। शनिवार को यहां 24 नए राेगी मिले। सभी राेगी कांजी हाटा माेहल्ले में मिले हैं। प्रदेश में शनिवार को 129 राेगी मिले, जबकि जयपुर में 3 व चूरू में एक माैत हुई। जयपुर में कोरोना फिर भड़क गया और एक साथ 51 नए रोगी मिले। जयपुर में कुल रोगी 1196 हो गए हैं, जबकि 57 जानें जा चुकी हैं।

जोधपुर में 11, चित्तौड़गढ़ में 10, अजमेर में 15, पाली में 5, जालाेर व चूरू में 3-3, राजसमंद में 2, कोटा, दाैसा, बाड़मेर, सिरोही और सवाईमाधोपुर में 1-1 रोगी मिला। अजमेर जिले में शनिवार को मिले 14 नए राेगियाें में 4 गर्भवती महिलाएं हैं। इनमें से एक ने ताे शनिवार काे ही बच्चे काे जन्म दिया है। बच्चा स्वस्थ है, लेकिन उसकी जांच रिपाेर्ट आना बाकी है। पिछले 24 घंटे में यहां 6 गर्भवती काेराेना की चपेट में आचुकी हैं। प्रदेश में अब तक 3708 राेगी मिल चुके हैं, जबकि 107 माैतें हाे चुकी हैं।
तीन साल की बच्ची स्वस्थ होकर लौटी
इस बीच खुशखबरी यह रही कि जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में तीन साल की बच्ची कोरोना को हराकर स्वस्थ हो गई और उसको घर भेज दिया गया। शनिवार को सांगानेर के मुख्य बाजार में सबसे ज्यादा 8, रामगंज क्षेत्र में 7, शास्त्री नगर में 6, चांदपोल में 5, बापू बाजार के 5 सहित 19 इलाकों में 51 नए रोगी मिले।



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जयपुर में कुल रोगी 1196 हो गए हैं, जबकि 57 जानें जा चुकी हैं।




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4 साल की मासूम के मजबूत हौसले से हार गया कोरोना, अब तक रिकॉर्ड 772 रोगी रिकवर और 699 डिस्चार्ज हो चुके हैं

जयपुर में चार साल की मासूम ने कोरोना से जंग जीत लिया है। महात्मा गांधी अस्पताल से शनिवार को मासूम स्वस्थ होकर घर लौटी तो हर किसी के चेहरे पर खुशी और मुस्कान बिखेर गई। जयपुर और कोराेना की लड़ाई में अब हम संभल गए हैं। बीते 24 घंटे में 56 और रोगी रिकवर हुए जबकि 58 को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब जयपुर में रिकॉर्ड 772 रोगी रिकवर व 699 डिस्चार्ज हो चुके हैं। सबसे सुखद बात यह है कि शनिवार को 52 नए केस आने के बाद भी एक्टिव केसों की संख्या कम हुई। शुक्रवार को 371 एक्टिव केस थे जबकि शनिवार को 368 ही बचे। कोरोना के एपिसेंटर रहे रामगंज में 70.92% मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

जयपुर में शनिवार को 52 नए मरीज मिले। 19 दिन बाद यह पहला मौका है जब एक दिन में 50 से अधिक मरीज मिले हों। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि संक्रमितों में 6 सुपर स्प्रेडर्स भी शामिल हैं। सांगानेर में 4 सब्जी विक्रेता, मुरलीपुरा दादी का फाटक में किराना दुकानदार औैर डेयरी संचालक में कोरोना निकला। इसके अलावा एसएमएस अस्पताल में महिला रेजीडेंट व नर्स भी काेराेना पाॅजिटिव आई है। नए मामलाें के साथ ही शहर में काेराेना पाॅजिटिव का आंकड़ा 1196 पहुंच गया है। शनिवार को तीन कोरोना पॉजिटिव की मौत भी हो गई।



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महात्मा गांधी अस्पताल से शनिवार को मासूम स्वस्थ होकर घर लौटी तो हर किसी के चेहरे पर खुशी और मुस्कान बिखेर गई




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पुराने संक्रमित 12 जिलों में से 11 में ठीक होने वाले 20 गुना तक बढ़े, अब तक प्रदेश में 58% रोगी ठीक हो चुके है

पिछले दो माह में अति संक्रमित हाई रिस्क वाले 12 जिलों में 11 जिलों में ठीक होने वाले मरीज भर्ती राेगियाें की तुलना में 20 गुना तक बढ़ गए हैं। इन पुराने संक्रमित जिलाें में जोधपुर में पिछले दो सप्ताह में भारी संख्या में नए रोगी मिलने से समीकरण बिगड़े हैं। वहां भर्ती मरीजाें की संख्या ज्यादा है और ठीक होकर जाने वाले कम मरीज हैं। नए संक्रमित चार जिलाें अजमेर, चित्ताैड़गढ़, पाली व उदयपुर में पिछले एक सप्ताह में काेराेना उग्र हुआहै।

इनमें भर्ती मरीज ज्यादा है और ठीक होने वालों का 14 दिन बाद ही पता चल पाएगा। इस तरह प्रदेश के 16 जिलों में भारी संक्रमण हैं या रह चुका है। इनमें से 11 में हालात सुधरे हैं, जबकि 5 में बिगड़े हैं। तीन जिले ऐसे हैं जहां सारे रोगी ठीक हो चुके हैं। 2 जिले अब भी ग्रीन जोन में ही हैं। वहां 70 दिन में एक भी रोगी नहीं मिला। शुक्रवार तक छह जिले थे, जिनमें कोरोना रोगी ठीक हो गए, लेकिन 24 घंटे में ही चार शून्य रोगी वाले जिलों में फिर रोगी आ गए। अब सारे रोगी ठीक वाले जिले हनुमानगढ़ और झुंझुनूं रह गए हैं। अब तक श्रीगंगानगर और बूंदी में कोई भी कोरोना रोगी नहीं मिला है।
प्रदेश में 58% रोगी ठीक हो चुके
प्रदेश में 3708 रोगी हुए। इनमें से 2162 ठीक हो चुके हैं। यह कुल का 58.3% है। अब 1440 लोग भर्ती हैं। यह कुल का 38.8% है। 16 अप्रैल तक 14%, 26 अप्रैल तक 28% व इसके बाद 13 दिन में 9 मई तक ठीक होने वाले दोगुने 58.31% हुए।
13 जिले छिटपुट संक्रमण वाले
अलवर, बारां, जालौर, सिरोही, बाड़मेर, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, करौली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर में एक-दो रोगी रह-रह कर सामने आ रहे हैं। इनमें से किसी के भी एपि सेंटर बनने लायक खतरा नहीं दिख रहा। यहां 135 कोरोना रोगी हैं।



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नए संक्रमित चार जिलाें अजमेर, चित्ताैड़गढ़, पाली व उदयपुर में पिछले एक सप्ताह में काेराेना उग्र हुआ है।




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पीएम आवास मनरेगा में सृजित दिवसों का औसत 38% रहा, 11 जिले पिछड़े

प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग ने प्रधानमंत्री आवास याेजना में मनरेगा में प्रगति पर चल रहे कार्याें में मानव सृजित दिवस का औसत 38 प्रतिशत रहने पर नाराजगी जाहिर की है। प्रदेश के 11 जिलों में औसत 38 प्रतिशत से भी कम काम हाेने पर 11 कलेक्टराें काे विशेष रूप से याेजना की रफ्तार बढ़ाने के लिए निर्देश दिए है। ये निर्देश प्रगति पर चल रहे कार्याें की 7 मई की रिपाेर्ट के अाधार पर दिए है। इन जिलाें में जाेधपुर व टाेंक के अलावा बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर डूंगरपुर, जैसलमेर, कराैली व प्रतापगढ़ शामिल है।
पिछले साल भी 79% ही मानव दिवस सृजित हुए
वित्तीय वर्ष 2019 - 20 में जिन जगहाें पर काम पूरे हाे चुके है। उन जगहाें मानव सृजित दिवस सृजित का औसत 79 प्रतिशत रहा है। करीब 30 लाख मानव दिवस सृजित हुए है। जिले औसत प्रतिशत से कम रहे। इनमें बांसवाड़ा, बीकानेर, जाेधपुर, डूंगरपुर कराैली, प्रतापगढ़ और उदयपुर शामिल है। वहीं जिन जगहाें पर काम चल रहा है। वहां पर करीब एक कराेड़ 18 लाख मानव दिवस सृजित करने में 38 प्रतिशत ही औसत आ रहा है। इसमें 11 जिले शामिल है।
राज्य स्तर पर रैंकिंग शुरू हाेगी: विभाग के विशिष्ट सचिव पीसी किशन ने कलेक्टराें व इस प्राेग्राम काे संभाल रहे अधिकारियाें से पत्र में कहा है कि नियम अनुसार 90 मानव दिवस सृजित करने ही है ताकि मनरेगा में लाभ दिया जा सकें। चूंकि अब राज्य स्तर पर रैकिंग की भी जारी हाेगी। एेसे में इस दिशा में टारगेट काे ध्यान में रखते हुए काम किया जाएं। उन्हाेंने अपने आदेश में करीब 15 जिलाें की परर्फाेमेंस का जिक्र किया। जहां याेजना का फायदा पूरी तरह से मनरेगा के तहत नहीं दिया जा रहा है।



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शहीद कर्नल आशुतोष की माता ने कहा-  मेरा बेटा भारत मां के लिए कुर्बान हुआ है...वो तो आज भी करोड़ों दिलों में जिंदा है

कर्नल आशुतोष के जितना भारत मां से प्यार था उतनी ही जन्म देने वाली भी अजीज थी। इतना प्यार की मां के लिए आए दिन कुछ न कुछ लिखते ही रहते थे...शहादत के कुछ दिन पहले भी उन्होंने मां के लिए चंद लाइनें लिखी थीं...
वो अक्सर घर को सम्भालती, संवारती रहती है; मेरी मां, मेरे आने की राह निहारती रहती है। लौट कर आऊंगा पंछी की तरह मैं भी एक दिन, वो बस इसी उम्मीद में दिन गुजारती रहती है। वो कहती नहीं, पर उसकी आँखों में दिखता है, मुझे उसके दिल के तूफ़ान का रोष दिखता है। उससे मिले हुए गुज़र गया पूरा साल मगर, उसकी बातों में मेरे सरहद पर होने का ग़ुरूर दिखता है।
कहता था-मां ऐसा काम करूंगा कि फख्र करोगी
डबडबाई आंखें लेकर सुधा जी बताती हैं कि वो तो कहता था..देखाना मां एक दिन देखना मैं ऐसा काम करूंगा जिससे आप को मेरे ऊपर फख्र होगा। और आज उसने ये करके दिखा ही दिया है। आर्मी को लेकर उसमें ऐसा जुनून था इन छः सालों में उसने एक बार भी किसी दूसरी जॉब के लिए ट्राई नहीं किया। 13वीं बार में उसने सलेक्शन पाकर ही दम लिया।
वो जब भी घर आता था सब घर वालों को सरप्राइज ही देता था। दो साल पहले अपनी गुड़िया के जन्मदिन पर वह केवल 24 घंटे के लिए जम्मू से घर आया था। घर के बाहर आकर पत्नी से फ़ोन पर कहा कि मैं घर आ गया हूं गुड़िया को मत बताना। कहां- आप लोग केवल गुड़िया का रिएक्शन रिकॉर्ड करना। इसी तरह लास्ट टाइम 2019 में होली पर आया था। होली दहन के बाद अचानक घर के बाहर गाड़ी रुकी और अंदर जाने लगा। तब उसके बड़े भाई पीयूष ने सब घर वालों को आवाज़ लगायी कि देखो मां आशुतोष आया है। हम सबको यह एक मज़ाक लग रहा था, इस वजह से घर के बाहर देखने कोई भी नहीं किया। ख़ुद चलकर जब अंदर आया तो सब घर वाले हक्के बक्के रह गए।’



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हंदवाड़ा एनकाउंटर में 2 मई को सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए।




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शहर में 1206 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, 10 नए पॉजिटिव केस सामने आए, एक और मरीज ने दम तोड़ा

शहर में रविवार को 10 नए कोराना पॉजिटिव केस सामने आए। इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 1206पहुंच गया। रविवार को एक और मरीज ने दम तोड़ दिया। इससे कोरोना संक्रमितमृतकों का आंकड़ा57हो गया। रविवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जारी कोरोना अपडेट्स के आंकड़ों के अनुसार शहर में अब तक 35 हजार 805 सैंपल लिए जा चुके है। वहीं, जयपुर में संक्रमित हुए कुल 1206 में से 772 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब उनकी मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। इनमें 699 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। इसके बाद अब 377एक्टिव केस बचे हैं, जिनकाअस्पताल में उपचार जारी है।

27 मार्च को रामगंज में 1केस आने पर 7 थाना क्षेत्रों में लगा था कर्फ्यू, अब 35 क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू

आपको बता दें,राजधानी में लॉकडाउन 3.0 के दौरान अब शहर के 35थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। यहां कोरोना संक्रमित केस आने से एक किलोमीटर के दायरे मेंकर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, परकोटे के सभी थाना इलाकों में कर्फ्यू जारी है। यहां एंट्री प्वाइंट्स पर नाकाबंदी जारी है।परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में सबसे पहले 27 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद अब शहर के 35 थाना क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने से यहां भी कर्फ्यू जारी है। शनिवारात को कोरोना संक्रमितों के नए केस आने के बाद मुरलीपुरा, करधनी व मुहानाथाना इलाकों में चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लगाया गया।

एक दिन पहले चार सब्जी व फल बेचने वाले संक्रमित मिलने पर मच गया था हड़कंप

शनिवार को शहर के सांगानेर इलाके में चारसुपर स्प्रेंडर्स भी सामने आए। इनमें बाजार मेंठेले पर दो सब्जी बेचने वाले, एक फल बेचने वाला और एक उनका साथी है। इसके बाद पुलिस ने सांगानेर में इलाके को सील कर दिया और 120 लोगों को क्वारेंटाइन किया। ब्लॉक सीएमएचओ धनेश्वर शर्मा के मुताबिक मेडिकल टीम ने 80 सैंपल लिए थे। इनमें तीन फल सब्जी वाले पॉजिटिव आए। इनमें एक सब्जी वाला सांगानेर के पटेल मार्केट, पंचायत समिति के सामने मकान में किराए से रहता है। यहां 52 किराएदार और 20 मकान मालिक के पारिवारिक सदस्य है। इन सभी को क्वारेंटाइन किया गया है। पुलिस ने वहां सख्ती से लोगों की आवाजाही बंद कर दी।

शहर के 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि शहर में 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। 3 मई से एक आदेश जारी कर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक सभी क्षेत्रों में आवाजाही पर पूरी तरह से निषिद्ध किया गया है। शहर में लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स, ज्वैलर्स, बैंगल्स एवं हेयर ड्रेसर की दुकानों के खुलने पर कार्रवाई की जा रही है।

लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक जयपुर में 932लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी तरह, शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रोन से निगरानी जारी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 16 हजार 314वाहन जब्त किए गए हैं। वहीं, शहर के क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखे गए लोगों की निगरानी के लिए आरएसी बल के जवानों कीतैनातगी जारी है।



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जयपुर के कोरोना एपीसेंटर रामगंज क्षेत्र में लिए गए फोटो में सूनी नजर आ रही रामगंज चौपड़, यहां पुलिस लगातार ड्रोन से निगरानी कर रही है।




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जयपुर में 10, उदयपुर-कोटा में 9-9 पॉजिटिव, पाली और अजमेर में 2-2 संक्रमित; एक की मौत

राजस्थान में कोरोनावायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रविवार को भी जयपुर में 10, उदयपुर और कोटा में 9-9, पाली और अजमेर में 2-2, डूंगरपुर में 1 संक्रमित पाया गया। जिसके बाद कुल संक्रमित लोगों की संख्या 3741 पहुंच गई। वहीं जयपुर में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। जिसके बाद मौत का कुल आंकड़ा 107 पहुंच गई।

इससे पहले शनिवार को 129 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 24, जयपुर में 51, अजमेर में 15, चितौड़गढ़ में 10 जोधपुर में 11, पाली में 5, जालौर में 3, चूरू में 3, राजसमंद में 2, सिरोही, सवाई माधोपुर, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। वहीं तीन मौत भी रिकॉर्ड की गई। इनमें 2 जयपुर और 1 चूरू में हुई।


33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोना

प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1210 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 909 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 242, अजमेर में 213, टोंक और चित्तौड़गढ़ में 136-136, नागौर में 119, भरतपुर में 116, उदयपुर में 112, बांसवाड़ा में 66, पाली में 62, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 17, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाई माधोपुर में 10, डूंगरपुर में 10, सीकर में 9, जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ और बाड़मेर में 4-4 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। सिरोही में 3, बारां में 1 संक्रमित मिला है। इसके साथ जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं।

अब तक 107 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 106 लोगों की मौत हुई है। इनमें 10 कोटा, 2 भीलवाड़ा, 2 चित्तौड़गढ़ 59 जयपुर (जिसमें दो यूपी से), 17 जोधपुर, 4 अजमेर, दो नागौर, दो सीकर, दो भरतपुर, एक चूरू, एक करौली, एक प्रतापगढ़, एक अलवर, एक बीकानेर, एक सवाई माधोपुर और एक टोंक में हो चुकी है।

मुरलीपुरा, करधनी और मुहाना थाना क्षेत्र में कर्फ्यू
कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद शनिवार को कमिश्नरेट के तीन थाना क्षेत्र के चिह्नित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में दादी का फाटक विकास नगर सी कॉलोनी, करधनी थाना इलाके में नांगल जैसा बोहरा के रिद्धि-सिद्धि नगर और मुहाना थाना में अनिता कॉलोनी में कर्फ्यू लगाया गया है।

लॉकडाउन उल्लंघन में 61 वाहन जब्त, 35 गिरफ्तार
लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर 61 वाहन जब्त किए गए। वहीं कर्फ्यू उल्लंघन व विभिन्न प्रकरणों में 35 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अब तक 16,314 वाहन और 932 लोगों को गिरफ्तार किया है। कमिश्नरेट के 35 थाना क्षेत्रों में पूर्ण व आंशिक कर्फ्यू लागू किया गया है। 448 स्थानों पर दिन में व 118 स्थानों पर रात को नाकाबंदी कर लॉकडाउन की पालना कराई जा रही है।

रेड जोन वाले शिक्षकों को अब मुख्यालय नहीं बुलाएंगे
शिक्षा विभाग ने रेड जोन और आवागमन के लिए निषिद्ध क्षेत्रों में रह रहे शिक्षकों को राहत प्रदान की है। अब रेड जाेन में आवागमन की अनुमति नहीं मिलने तक एेसे शिक्षकाें काे मुख्यालय पर उपस्थिति नहीं देनी हाेगी। विकल्प होने की स्थिति में अब रोजेदार शिक्षकों की भी कोरोना में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। दिव्यांग, असाध्य रोग से ग्रसित, विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला, दो वर्ष से कम आयु की संतान वाली शिक्षिका, दो साल से कम सेवानिवृृत्ति की अवधि वाले कर्मचारियाें को भी कोरोना की ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा। शिक्षा मंत्री गाेविंद सिंह डाेटासरा के निर्देशाें के बाद शनिवार काे माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने इस संबंध में आदेश जारी किए। इससे पहले शिक्षा विभाग ने गुरुवार काे आदेश जारी किया था कि मुख्यालय से बाहर रह रहे 54 हजार शिक्षकों को 15 मई तक मुख्यालय पर उपस्थिति देनी है।



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टोंक में क्वारैंटाइन सेंटर से स्वस्थ होकर घर गये लोगों की जांच करती चिकित्सा टीमl




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ओगणा में 17 मई तक स्वैच्छिक बंद रहेंगे बाजार, बाहरी लाेगाें के प्रवेश पर राेक

जिला मुख्यालय पर कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती देखकर शनिवार को माणस व्यापार मंडल ने आपात बैठक की। इसमें 17 मई तक कस्बे के बाजार पूर्णतया बन्द करने का निर्णय लिया। कस्बे के सभी प्रवेश मार्गों पर बेरिकेड्स लगाकर बाहरी लोगों के कस्बे में प्रवेश पर रोक लगाने का भी निर्णय लिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष गिरीश सोनी ने बताया कि उदयपुर में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए सभी व्यापारियों की सहमति पर शनिवार को आपात बैठक बुलाई गइर्। बैठक में 17 मई तक कस्बे में सभी व्यापारिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कस्बे काे जाेड़ने वाले गाेगुंदा मार्ग, बिरोठी मार्ग, झाड़ोल मार्ग, भूरा मार्ग पर बेरिकेड्स लगाकर बाहरी लोगों के कस्बे में पूर्णरूप से प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया। केवल मरीजों को प्रवेश दिया जाएगा। निर्णय के बारे में व्यापार मंडल पुलिस, प्रशासन को सूचना दे दी है। ग्रामीणों को आगामी दिनों में लापरवाही नहीं बरतते हुए घरों में ही रहने की अपील की है।



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संस्थान ने 14 गांव के 104 जरूरतमंदों को खाद्य किट बांटे

उपखंड क्षेत्र में मसीहा भरपूर सेवा संस्थान ने कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन में जरूरतमंदों को खाद्य किट बांटे। संस्थान के निदेशक बेंजामिन डोडियार ने बताया झाड़ोल एसडीएम अक्षय गोदारा की स्वीकृति और निर्देशानुसार तहसील क्षेत्र के 14 गांवों में 104 खाद्य किट बांटे गए। ये किट क्षेत्र के माणस गांव में 11, आमड़ा में 18, भैसाणा में 13, गुराड़ में 4, वायावाड़ा में 4, कोट में 2, परमेर में 1, शिलामाता में 1, तलाई में 12, खाटीकमदी में 6, बिजली में 8, दमाणा में 4 किट बांटे। इस दौरान गांव के ग्राम प्रभारी मौजूद थे।



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The institute distributed food kits to 104 needy people in 14 villages




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तीन साल पूर्व 17 परिवारों का नाम खाद्य सुरक्षा से हटाया, आवेदन के बाद भी वापस नहीं जुड़े नाम

झालों की मंदार ग्राम पंचायत के तालाबों का भीलवाड़ा के 17 परिवारों के नाम 3 साल पहले खाद्य सुरक्षा योजना से काट दिए गए थे। वापस नाम जुड़वाने के लिए इन लोगों ने ई-मित्र और एसडीएम कार्यालय में फार्म भरकर आवेदन किए, लेकिन इन परिवारों के नाम अभी तक खाद्य सुरक्षा में नहीं जुडे़ हैं। यह परिवार सरकारी योजनाओं से भी वंचित हैं। ग्रामीण उपखण्ड अधिकारी कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालयों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 2015 में ग्राम पंचायत ने पात्र परिवारों के नाम खाद्य सुरक्षा से हटवा दिए थे। इन 17 परिवारों में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनका इस समय में घर का गुजारा मुश्किल हो गया है।

पति पांच माह से बीमार है
कंकु बाई - मेरे पहले बीपीएल का राशन कार्ड था, फिर भी मेरा नाम खाद्य सुरक्षा से हटा दिया गया। मेरे पति करीब 5 माह से घर में बीमार हैं। परिवार में कुल 4 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया। एक औरत होते हुए भी परिवार का पालन पोषण कर रही हूं।



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अवहेलना पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों को 17 मई बंद रखने के निर्देश

लॉकडाउन में व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाने के सख्त आदेशों के बावजूद भी कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर उल्लंघन की सूचना पर ग्राम पंचायत ने व्यापारियों को पाबंद कर नियमों के तहत कार्य करने कीचेतावनी दी।
सरपंच आशा जाट ने बताया कि कस्बे में महामारी फैलने की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए नियमों की अवहेलना कर रहे व्यापारिक प्रतिष्ठानों को 17 मई तक खाद्य सामग्री की दुकानों के अलावा बंद रखने के निर्देश दिए गए। व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले पाए जाने पर पंचायत प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरपंच ने बताया कि कस्बे के सब्जी मंडी सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर प्रतिदिन बढ़ रही है, भीड़ सोशल डिस्टेंस की पालना भी नहीं कर रही है और दुकानों पर खरीददारी के लिए आने वाले लोग बिना मास्क लगाए आ रहे हैं। सरकार तथा जिला प्रशासन के सोशल डिस्टेंस एवं मास्क लगाने के सख्त आदेश के बावजूद भी इन आदेशों का कोई पालन नहीं हो रहा है। अब किसी भी व्यापारी द्वारा नियमों की अवहेलना की जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुकानों पर भी सोशल डिस्टेंस रखने तथा बिना मास्क लगाकर सामग्री लेने आए व्यक्तियों को सामग्री नहीं देने के निर्देश दिए गए। इस दौरान उपसरपंच नवरत्न सेन, सरपंच प्रतिनिधि भरत जाट, व्यापार संघ अध्यक्ष यशवंत सोनी, नितेश पारीक आदि मौजूद थे



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हर पल संक्रमण का खतरा, लेकिन कोविड-19 में सेवा दे रहा परिवार

हर पल संक्रमण का खतरा, परिवार से दूर, पूरे समय पीपीई किट में, लेकिन ड्यूटी ही कर्म है। इसी भावना से काम करते हैं। सुबह-शाम भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि कोरोना का संकट जल्द खत्म हो। लोग अमन और शांति से रहे तथा भविष्य में कोरोना जैसी बीमारी भारत देश में पुनः ना आए। यह कहना है नरदास का गुड़ा निवासी सागर त्रिवेदी पुत्र राधेश्याम त्रिवेदी का, जो उदयपुर के गीतांजली हॉस्पिटल में कोविड-19 वार्ड में पिछले कई दिनों से लगातार ड्यूटी दे रहे हैं।

सागर इस हॉस्पिटल में सीनियर आईसीयू नर्सिंग अधिकारी हैं। सागर ने बताया कि पहले दिन ड्यूटी पर जाने से पहले बडे़ भाई अखिलेश ने आत्मविश्वास पैदा करते हुए कहा कि देश की सीमा पर खडा़ जवान भी मौत का डर नहीं रखता, वहीं जज्बा अपने दिल में रखकर इन सभी मरीजों को स्वस्थ करके घर भेजने तक पूरी निष्ठा से सेवा करना। इसके अलावा सागर का पूरा परिवार कोविड-19 में सेवा दे रहा है। बड़ा भाई पीयूष त्रिवेदी आमेट मॉडल स्कूल में तकनीकी सहायक हैं। पिता वरिष्ठ अध्यापक हैं। बड़ी बहन डिम्पल त्रिवेदी अपने ससुराल बामनिया कला में पंचायत सहायक के रूप में सेवाएं दे रही हैं।



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तीन साल पूर्व 17 परिवारों का नाम खाद्य सुरक्षा से हटाया, आवेदन के बाद भी वापस नहीं जुड़े नाम

झालों की मंदार ग्राम पंचायत के तालाबों का भीलवाड़ा के 17 परिवारों के नाम 3 साल पहले खाद्य सुरक्षा योजना से काट दिए गए थे। वापस नाम जुड़वाने के लिए इन लोगों ने ई-मित्र और एसडीएम कार्यालय में फार्म भरकर आवेदन किए, लेकिन इन परिवारों के नाम अभी तक खाद्य सुरक्षा में नहीं जुडे़ हैं। यह परिवार सरकारी योजनाओं से भी वंचित हैं। ग्रामीण उपखण्ड अधिकारी कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालयों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 2015 में ग्राम पंचायत ने पात्र परिवारों के नाम खाद्य सुरक्षा से हटवा दिए थे। इन 17 परिवारों में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनका इस समय में घर का गुजारा मुश्किल हो गया है।

घर का गुजारा हुआ मुश्किल
तुलसी सिंह : तीन माह पूर्व गांव गुड़ा ई-मित्र से खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, लेकिन अभी तक मेरा नाम खाद्य सुरक्षा में नहीं जुड़ा है। बस में कंडक्टरी का काम करता था। लॉकडाउन होने की वजह से दो महीने से घर पर ही हूं। इस समय में परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है।

कार्यालय से संतुष्ट जवाब नहीं मिल रहा
विजयसिंह : खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए करीब 6 माह पूर्व एसडीएम कार्यालय में फार्म भर कर देकर आया हूं। दो बार वापस कार्यालय जाकर जानकारी मांगी, लेकिन संतुष्ट जवाब नहीं मिला। अभी तक मेरे परिवार का नाम खाद्य सुरक्षा में नहीं जुड़ पाया।

सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा
उदय सिंह- 23 फरवरी 2019 को ई-मित्र के माध्यम से खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन फार्म भरवाया, लेकिन अभी तक नाम नहीं जुड़ा। अहमदाबाद में होटल में नौकरी करता था। लॉकडाउन से डेढ़ माह से घर पर ही हूं। मेरे परिवार में 5 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया है। खाद्य सुरक्षा में नाम नहीं होने से सरकारी योजनाओं का पात्र लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है।

पति पांच माह से बीमार है
कंकु बाई - मेरे पहले बीपीएल का राशन कार्ड था, फिर भी मेरा नाम खाद्य सुरक्षा से हटा दिया गया। मेरे पति करीब 5 माह से घर में बीमार हैं। परिवार में कुल 4 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया। एक औरत होते हुए भी परिवार का पालन पोषण कर रही हूं।



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खमनोर में 14 मई तक सभी प्रतिष्ठान पूर्णतया बंद रहेंगे

जिले में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ते देखकर खमनोर महाराणा प्रताप एकीकृत व्यापार मंडल ने शनिवार को आवश्यक बैठक की। इसमें मेडिकल, दूध की दुकान को छोड़कर बाकी सभी प्रतिष्ठान 10 मई से 14 मई तक बंद रखने का निर्माण लिया। बैठक में प्रकाश माली, किशन लाल माली, कमल कटारा, रणजीत लोढ़ा मौजूद थे। यह जानकारी व्यापार मंडल अध्यक्ष रामचन्द्र पालीवाल ने दी।



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राजसमंद बीडीओ ने फसल खरीद केंद्र का निरीक्षण कर सुनी किसानों की समस्याएं

ग्राम पंचायत राज्यावास स्थित उच्च माध्यमिक स्कूल में रबी की फसल का समर्थन मूल्य खरीद केंद्र पर शनिवार काे राजसमंद बीडीओभुवनेश्वर सिंह ने निरीक्षण किया। सेंटर पर किसानों से बात कर किसानों कि समस्याओं को सुना तथा समाधान का आश्वासन दिया। समिति व्यवस्थापक रोशन कुमावत, संपत सिंह, उपाध्यक्ष बंशीलाल पंचाैली, पुष्कर पूर्बिया सहित किसान मौजूद थे। केंद्र पर चना, सरसों का कोटा पुरा होने से ई-मित्र पर ऑनलाइन पंजीयन बंद हो गया है तथा किसानों से चमकहीन गेहूं खरीदने में सरकार जल्दी फैसला करवाने मांग की।



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राजसमंद में 13 मई तक मेडिकल, डेयरी को छोड़ सभी दुकानें बंद रहेंगी

उप तहसील मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर जिलोला गांव में कोरोना युवक मिलने के बाद सरदारगढ़ कस्बे में बाहर से आने वाले सभी मुख्य प्रवेश मार्ग शनिवार से बंद कर दिए हैं।कस्बे में आवश्यक वस्तुओं को छोड़ सभी दुकानें बंद रहेंगी। सरदारगढ़ ग्राम पंचायत सरपंच प्रवीण मेवाड़ा ने बताया कि दस किमी दूर जिलोला कस्बे में कोरोना संक्रमित युवक के पाए जाने के बाद कस्बे में ग्रामीणों को और अधिक सावधान रहने तथा घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। वहीं शनिवार दिन से ही कस्बे के जिलोला मार्ग बामणिया दरवाजा, रेगर मोहल्ला मेन सड़क प्रवेश द्वार, पुराना बस स्टैंड से अखाड़ा मार्ग मुख्य मार्ग, नया बस स्टैंड से पंचायत मार्ग, रेबारी बावजी मार्ग से गांव में जाने वाले मुख्य मार्ग पर बल्लियां लगाकर बाहर से आने वालों के लिए प्रवेश बंद कर दिया है। यहां बल्लियां लगाने के दौरान पूर्व पंचायत समिति सदस्य गणपत चौधरी, किराना व्यापार संघ के अध्यक्ष देवेंद्र हिंगड़ तथा वार्डपंच आदि उपस्थित थे। सरपंच प्रवीण मेवाड़ा ने शनिवार को ग्रामीणों से अपील जारी करते हुए बताया कि व्यापारियों से बातचीत के बाद 10 से 13 मई तक कस्बे के डेयरी, मेडिकल दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें पूर्णतया बंद रहेंगी।
मेवाड़ा ने बताया कि 14 मई से प्रशासन द्वारा निर्धारित समय के अनुसार किराना की दुकानें भी अल्टरनेट तरीके से खुलेंगी। एक दिन नया बस स्टैंड बाजार की दुकानें, उसके बाद अगले दिन पुराना बस स्टैंड बाजार की दुकानें तथा अगले दिन सदर बाजार खुलेगा। सभी दुकानें एक साथ नहीं खुलेंगी।



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राजसमंद बीडीओ ने क्वारैंटाइन सेंटर का किया निरीक्षण

राजसमंद बीडीओभुवनेश्वर सिंह चौहान ने शनिवार काे सुन्दरचा, साकरोदा, सांगठ, पिपलांत्री, पुठोल, मुंडोल पंचायत में ग्राम पंचायतों द्वारा प्रवासियों के लिए संचालित क्वारेंटाइन सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया। सभी सेंटर ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति द्वारा सरपंच के निर्देशन में बेहतरीन व्यवस्था पाई गई। पिपलांत्री सेंटर पर प्रतिदिन श्रीमद्भागवत पाठ का आयोजन किया जा रहा है। पुठोल मुंडोल में योगाभ्यास कराया जाता है। बीडीओने कोरोना ड्यूटी में लगे सभी स्टाफ को रात्रि विश्राम मुख्यालय पर ही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। सहायक विकास अधिकारी राजेश जोशी ने बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान पुठोल पंचायत के बागोटा चौराहे पर रमेश कुमार द्वारा संचालित दुकान पर लोक डाउन निर्देशों की अवहेलना पर तत्काल दुकान को बंद करवाया। दुकानदार ने स्वयं ने भी मास्क नही लगा रखा था। 15 लोग दुकान पर एक साथ खड़े थे सामाजिक दूरी का पालन नहीं था इसलिए अग्रिम आदेश तक सीज करने का आदेश दिया।



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राजसमंद में 15 पॉजिटिव में से 4 मरीजों ने काेराेना काे हराया, 11 अभी हैं संक्रमित

राजसमंद। जिले में काेराेना संक्रमित लाेगाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार सुबह तक 15 लाेग काेराेना संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि इनमें से 4 लाेगाें ने काेराेना काे हराने में कामयाबी हासिल की है। 11 लाेग काेराेना पाॅजिटिव हैं। इनमें सबसे पहले 25 अप्रेल काे देलवाड़ा पंचायत की कराेली का युवक और देलवाड़ा में ही नेगडिया रठूंजना का युवक जाे मुंबई से आए थे। दाेनाें ने काेराेना काे हरा दिया है। इसके बाद केलवा में धाेलीबावड़ी के दाे युवक भी जाे मुंबई से आए थे और काेराेना संक्रमित हाेने के बाद आरके अस्पताल में भती थे। इन्हाेंने ने भी काेराेना पर विजय प्राप्त कर ली है। हालांकि इनका उपचार जारी रहेगा। इनमें से कराेली के युवक के दाे बार जांच पर रिपाेर्ट निगेटिव आ चुकी है। इसी प्रकार केलवा के दाेनाें युवकाें की भी दूसरी बार सैंपल शनिवार काे ले लिए गए हैं। शुक्रवार काे इन दाेनाें युवकाें के सेंपल निगेटिव आचुके हैं। कुल तीन बार रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से 14 दिनाें के क्वारेंटाइन रहने के बाद अस्पताल से छूट्टी दे दी जाएगी।
राजसमंद में अब तक आए 15 काेराेना पाॅजिटिव में से 14 ऐसे है जाे प्रवासी है। जाे मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, औरंगाबाद से राजसमंद काेराेना लेकर आए। इनमें एक हाथीनाड़ा का युवक के काेराेना पाॅजिटिव कैसे आया इसका पता अब तक नहीं चल पाया है। चिकित्सा विभाग इसका पता लगाने में जुटी है।
गाैरतलब है कि कांकराेली में सिद्धार्थनगर निवासी सूरत से अाए परिवार में मां और दाे बेटियाें की जांच के बाद काेराेना पाॅजिटिव पाई गई थी। इसके बाद शुक्रवार काे एक ही दिन में राजसमंद में सर्वाधिक 6 लाेग काेराेना संक्रमित पाए गए। शनिवार काे भी दाे युवकाें काे काेराेना संक्रमित हाेने की रिपाेर्ट आई है। घर-घर फास्ट फूड सप्लाई करने वाला हाथीनाड़ा निवासी युवक (24), अाैरंगाबाद से आया वीरभानजी का खेड़ा निवासी युवक, मुंबई से आया चारभुजा टाडावाड़ा गुजरात का युवक (28), मुंबई से आया आमेट के जिलोला निवासी युवक (30), मुंबई से आया भीम के छापली निवासी युवक (25) के शुक्रवार काे सैंपल की जांच में काेराेना संक्रमित हाेने का पता चला। इसी प्रकार नवप्रसूता केलवाड़ा निवासी महिला जो कुछ दिन पूर्व सूरत से आई थी। महिला गर्भवती होने से आरके अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां एक बार उसका सैम्पल लिया गया। एक बार तो सैम्पल रिजेक्ट हो गया। गुरुवार को महिला की डिलेवरी भी हुई। गुरुवार को ही महिला की रिसैम्पलिंग भी हुई, जहां शुक्रवार को महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला के नवजात बच्चे का सैम्पल शनिवार काे लिया। इसके साथ ही शनिवार काे भीम के पिपली नगर का अहमदाबाद से आया युवक और चारभुजा में ही झीलवाड़ा पंचायत के मेवाडिया गांव का मुंबई से आया युवक भी शनिवार काे काेराेना पॉजिटिव आया है।



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गवार गांव में 1430 की स्क्रीनिंग हुई, सात संदिग्धों के सैंपल राजसमंद भेजे

सीएचसी केलवाड़ा पर 4 मई से शनिवार को 750 प्रवासियों ने स्क्रीनिंग करवाई जिन्हें क्वारेन्टाइन कर दिया गया। कोविड 19 प्रभारी डॉ. नीरज चौधरी ने बताया कि प्रवासियों में 70 प्रतिशत लोग मुंबई, महाराष्ट्र एवं गुजरात क्षेत्र के हैं। डॉ चौधरी ने बताया कि शनिवार को मेडिकल टीमों ने गवार गांव के 1430 लोगों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण किया है एवं गवार क्षेत्र के चार संदिग्ध एवं स्टाफ के तीन कुल 7 लोगों के सैंपल ले कर जांच के लिए आरके हॉस्पिटल राजसमंद भिजवाए हैं।



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भीम, चारभुजा क्षेत्र में एक-एक पॉजिटिव मिले, राजसमंद जिले में अब तक 15 मरीज

जिले में शनिवार काे दाे नए काेराेना पाॅजिटिव पाए गए हैं। इसमें एक भीम पंचायत समिति के पीपली नगर का अधेड़ है, जाे परिवार सहित अहमदाबाद से आया है। दूसरा चारभुजा में झीलवाड़ा पंचायत समिति के मेवाड़िया गांव का युवक है। यह मुंबई में मिठाई की दुकान पर काम करता था। इनके सहित भीम और चारभुजा में दाे-दाे काेराेना पाॅजिटिव हाे गए हैं। शुक्रवार काे भीम के छापली में एक और चारभुजा के टाड़ावाड़ा का एक युवक काेराेना पॉजिटिव पाए गए थे।
परिवार सहित अहमदाबाद से स्लीपर बस से आया था अधेड़ :भीम पंचायत के पीपली नगर के रहने वाले 50 साल के अधेड़ हाल न्यू अमर पार्क अहमदाबाद के कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह 6 मई को अहमदाबाद से परिवार के साथ स्कार्पियों से चिलौड़ा तक आए। परिवार में उसकी पत्नी, पुत्र, पुत्री और पुत्र वधू थे। चिलौड़ा से चली अलबेली सरकार बस में करीब 30 सवारी थी। बस में एक स्लीपर में संक्रमित की पत्नी और बेटी बैठी थी। दूसरे स्लीपर में संक्रमित का लड़का व उसकी पत्नी बैठी थी। काेराेना संक्रमित अकेला स्लीपर में बैठा था। बस चिलौड़ा से रवाना होकर गुजरात के रतनपुर बॉर्डर पर पहुंची। यहां सभी सवारियों की स्क्रिनिंग की गई। वहां से देलवाड़ा पहुंचने पर सभी सवारियों की स्क्रीनिंग की गई। 5 मई को दिवेर थाने के सामने सुबह 9 बजे स्क्रीनिंग की गई। दिवेर से रवाना हो पीपली नगर चौराहे पर सुबह साढे 9 बजे उतरकर सीधे पीपली नगर स्कूल ले गए, जहां पर सभी को क्वारेन्टाइन कर दिया। सुबह 10 बजे इनको स्कूल में कमरा मिल गया। कमरे में काेराेना संक्रमित के परिवार के साथ पीपली नगर के ही दाे लाेग और भी रुके। 7 मई को दिन में एक बजे संदिग्ध लक्षण दिखने पर अधेड़ काे आरके चिकित्सालय ले गए, वहां पर उसके सैंपल लिए गए। शनिवार सुबह उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन लोगों का गांव में किसी से मिलना-जुलना व सम्पर्क नहीं हुआ। इन सभी लोगों को खाना भी क्वारेन्टाइन सेंटर से ही दिया गया था। बाहर से कोई सामान नहीं दिया गया। काेराेना संक्रमित अहमदाबाद में चाय सेंटर चलाता था। पीपलीनगर के अधेड़ के काेराेना पॉजिटिव अाने की सूचना पर देवगढ़ थाना प्रभारी नेनालाल सालवी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और ग्राम पंचायत की सीमाओं को सीज कर दिया ग्रामीणों द्वारा बनाई गई कोरोना टीम के सदस्यों द्वारा कमान संभाली ली गई है। टीम के सदस्य नरेन्द्र सिंह रावत, चिरंजीवी सिंह, प्रवीण सिंह, दिलीप सिंह, भगवान लाल, जितेंद्र सिंह, जसवंत सिंह ने गांव की ओर आने वाले सभी रास्तों पर बड़े पत्थर, कंटीली झाड़ियां लगा कर बन्द कर दिए हैं। बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
चारभुजा तहसील क्षेत्र में दूसरा पॉजिटिव मिलने पर हड़कंप : चारभुजा। तहसील क्षेत्र में भी एक के बाद दूसरे व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने पर पुलिस और प्रशासन ने माहेश्वरी सेवा सदन सेंटर को सील कर दिया है। मेवाड़िया ग्राम पंचायत झीलवाड़ा निवासी 25 साल का युवक अपने बेटे और साथी के साथ 4 मई को मुम्बई से मिनी बस की। उसमें उसके गांव के 4 -5 जनों के साथ ही क्षेत्र के कुल 22 जने सवार थे, जो 5 मई को चारभुजा माहेश्वरी क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचे। 7 मई को श्वास लेने में तकलीफ एवं खांसी, सर्दी हाे गई, जिस पर प्रशासन को फोन कर सूचित किया मगर 7 मई को उसका चेकअप नहीं करवाया गया। उसी दौरान युवक के पिता ने कुंभलगढ़ एसडीएम परसाराम टांक को फोन पर अपने बच्चे की स्थिति बताई। दूसरे दिन 8 मई सुबह युवक को आरके चिकित्सालय भेज दिया गया, जहां पर शुक्रवार काे उसका सैंपल लेकर उदयपुर भेजा। वहां पर शनिवार सुबह उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। काेराेना पॉजिटिव युवक मुम्बई में देवीपाड़ा दहीसर में एक मिठाई की दुकान पर नौकरी करता था। चारभुजा में अभी तक आने वाले प्रवासियों की संख्या 800 के पार पहुंच चुकी है।



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रायगढ़ में हुई थी 16 लाख की डकैती, 2 दिनों के भीतर पुलिस ने गिरफ्तार किया 3 आरोपियों को

पुलिस ने डकैती करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जिले के थाना घरघोड़ा के ग्राम टेण्डा नवापारा में यह घटना हुई थी। ओडिशा की विद्युतीकरण प्रोजेक्ट कम्पनी न्यू मार्डन टेक्नोमेक प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। यहां से 16 लाख रुपए के सामान की डकैती हुई थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से 14 लाख रुपए के लूटे हुए कॉपर ड्रम को बरामद किया है। लुटेरों की गाड़ी को जब्त किया गया है। इनसे बाकि के सामान को लेकर पूछताछ की जा रही है।


6 मई को यह वारदात हुई थी। पुलिस टीम ने कंपनी के ऑफिस में गार्ड का काम करने वाले सुरेश चौहान, त्रियंबक चौहान और बसंत राठिया से पूछताछ की। पुलिस को बसंत पर शक हुआ। बार-बार वह बयान बदल रहा था। जब पुलिस ने सख्ती की तो उसने डकैती की बात कबूली। उसने बताया कि कंपनी की गाड़ियों की देखरेख करने वाले राकेश के साथ मिलकर उसने प्लान बनाया। राकेश, नीरज और गंगा राम नाम के अपने साथियों के साथ कंपनी के दफ्तर में डकैत बनकर आया। यह सब पहले से बसंत जानता था। राकेश ने साथियों के साथ मिलकर सामान लूटा और भाग गया। पुलिस ने नीरज और गंगा को भी पकड़ लिया, फिलहाल राकेश फरार है।



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तस्वीर घरघोड़ा पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों की है, इनका एक साथी फरार है।




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इटकी क्वारेंटाइन सेंटर के सभी 14 संदिग्धाें का सैंपल निगेटिव

नावाबाजार प्रखंड मुख्यालय से सटे इटकी स्थित पीएचसी में बने क्वारेंटाइन सेंटर के सभी 14 संदिग्ध प्रवासी मजदूरों का सैंपल निगेटिव आने पर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग व इलाकाई लोगों तथा उनके परिजनाें ने सुकून व्यक्त किया है। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य प्रभारी अशोक कुमार मीणा ने होम क्वारेंटाइन में रहकर सोशल डिस्टेंस का व मास्क पहनने को जरूरी मानकर दिनचर्या का पालन करने का जरूरी परामर्श दिया। इस तरह इस पीएचसी के सभी 59 संदिग्ध का सैंपल निगेटिव आया है।



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A sample negative of all 14 suspects in Itki Quarantine Center




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ओडिशा में फंसे 18 मजदूर 700 किमी पैदल आने की तैयारी में

राजिम क्षेत्र के ग्राम रक्शा के दो और महासमुंद जिले के 16 यानी कुल 18 मजदूर इन दिनों घर नुवापाड़ा के तोरास (ओडिशा) से वापसी के लिए बेचैन हैं। राजा नाम के ठेकेदार ने सभी को काम धंधे से निकाल दिया है और खाने पीने का सामान भी नहीं दिया जा रहा है।
हफ्ते भर की बारिश में भी रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। लॉकडाउन में मजदूरों का कामकाज बंद है और 2 महीने से काम नहीं मिलने के चलते भूखे प्यासे रहने की नौबत आ गई है। मजदूरों ने भास्कर को फोन पर बताया ठेकेदार ने जो पैसे दिए थे, वो खत्म हो गए। कुछ दिन तक आसपास के लोगों ने मदद की, अब मददगारों ने भी हाथ खींच लिए हैं। वापसी का कोई साधन नहीं होने से परेशान होकर अब वे 700 किलोमीटर पैदल आने की सोच रहे हैं। रक्शा के मजदूर राकेश चंद्रनिहा ने बताया कि दिसंबर से अपनी पत्नी ममता के साथ और महासमुंद जिले के ग्राम चारभाठा के 16 मजदूर ईंट भट्ठा में काम करने ओडिशा के नुवापाड़ा के ग्राम तोरास में काम करने गए हैं। ठेकेदार राजा के यहां रहकर ईंट भट्ठा में काम करते थे। प्रतिदिन दोनों पति पत्नी मिलकर 800 रुपए कमा लेते थे। उन पैसों से अब भरण पोषण करते रहे। इन्होंने ग्राम पंचायत रक्शा के सरपंच घनश्याम साहू को फोन करके अपनी दयनीय स्थिति से अवगत कराया है और वापस आने की गुहार लगाई है। इसी तरह महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम चारभाठा से लोकनाथ नावरंग, भानमती नावरंग, उत्तरा नावरंग, संतोषी नावरंग, टिकेशवरी नावरंग, चैनसिंह टंडन, दामिन बाई टंडन, करिश्मा टंडन, संजय धृतलहरे, संदीप धृतलहरे, परमेंद धृतलहरे, देवकी धृतलहरे, अंजना धृतलहरे, नीरजला धृतलहरे, राजेन खांडे, कुलवंती खांडे की भी यही व्यथा है।



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18 laborers stranded in Odisha preparing to walk 700 km




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हर साल 11 लाख खर्च कर मनाते थे महाराणा प्रताप की जयंती, इस बार ये पैसे लोगों की सेवा में लगाए

हर साल महाराणा प्रताप की जयंती शहर में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। पर इस बार सादगी से मनी। लॉकडाउन के चलते सामूहिक कार्यक्रम स्थगित हैं तो समाज ने जरूरतमंदों की सेवा करके जयंती का उत्सव मनाया। अलग-अलग आयोजनों पर हर साल खर्च होने वाले करीब 11 लाख रुपए इस बार जरूरतमंदों को राशन, दवाइयां उपलब्ध कराने में खर्च किए गए। सामाजिक संगठनाें के अलावा क्षत्रिय समाज के लोगों ने भी शनिवार का दिन पूजा-अर्चना और लोगों की सेवा में बिताया।
दरअसल, महाराणा प्रताप की जयंती पर हर साल शोभायात्रा निकाली जाती है। कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं। इन आयोजनों में कम से कम 11 लाख रुपए का खर्च आता है। इस बार लॉकडाउन के चलते पहले ही तय हो गया था कि सामूहिक कार्यक्रम नहीं होंगे इसलिए सामाजिक संगठनों ने जयंती के लिए इकट्ठा की गई राशि समाजसेवा में खर्च करने का फैसला पहले ही ले लिया था। क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष अवधेश सिंह गौतम ने बताया कि मुख्य रूप से समाज के 4 संगठन अभी पूरे शहर में जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं। मदद का यह सिलसिला 22 मार्च से जारी है। कोई फूड पैकेट बांट रहा है तो कोई कच्चा राशन। कोई मास्क, सेनिटाइजर और दवाइयां तो कोई निर्धन परिवारों की आर्थिक मदद कर रहा है। शनिवार को जयंती के मौके पर हमारी कोशिश रही कि और भी ज्यादा लोगों तक पहुंचें और उनकी जरूरत पूरी करें। हमारा प्रयास रहेगा कि जब तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाती, लोगों की मदद करते रहें।

25 तारीख को भी मनेगी जयंती
महाराणा प्रताप की जयंती को लेकर लोगों में यह भ्रम भी रहा कि जयंती जब 25 मई को है तो उत्सव 9 मई को क्यों मनाया जा रहा है। डीके शर्मा बताते हैं कि महाराणा प्रताप की जयंती साल में 2 दिन मनाई जाती है। पहली अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से और दूसरी हिंदी पंचांग के मुताबिक। अंग्रेजी वर्ष के अनुसार हर साल 8 मई और हिंदी तिथि के अनुसार 25 मई को मनाने की परंपरा है। बहुत से संगठनों ने जयंती मना ली है और बहुत से संगठन आने वाले दिनों में मनाएंगे। 25 तारीख का दिन भी समाज जरूरतमंदों की सेवा में बिताएगा।



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Every year we spent 11 lakhs celebrating the birth anniversary of Maharana Pratap, this time spent this money in the service of the people.




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बारिश मापने वाले 150 सेंटरों में से 100 में बारिश दर्ज

मौसम विभाग और राज्य शासन के 150 मे‌ं से 100 सेंटरों में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश रिकॉर्ड की गई है। छत्तीसगढ़ में जब मानसून सक्रिय होता है, तब ऐसा होता है कि मौसम विभाग के सेंटरों में से 60 फीसदी में बारिश हो जाती है। अभी मानसूनी हवा तो नहीं है, लेकिन समुद्र से आने वाली नमी वाली हवा से राज्यभर में वर्षा हो रही है। कुछ हिस्सों में तो भारी वर्षा हो चुकी है। शनिवार को भी शाम से देर रात तक प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ वर्षा की सूचना है। प्रदेश में मानसून आने में अभी करीब महीनेभर का वक्त है, लेकिन पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश ने पहले ही इसका अहसास करा दिया। अगले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में बारिश की स्थिति रहेगी। इस वजह से गर्मी कम रहेगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मानसून के दौरान बंगाल की खाड़ी में तगड़ा सिस्टम बनने पर समुद्री हवा व्यापक रूप से आने लगती हैं। प्री-मानसून के दौरान राज्य के 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सों में बारिश होने पर मानसून आने की घोषणा कर दी जाती है।

लालपुर मौसम केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार सेंट्रल मध्यप्रदेश से दक्षिण-मध्य कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी हुई है।इससे प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से काफी नमी आरही है। पिछले 24 घंटे के दौरान बलौदाबाजार जिले के सिमगा में सबसे ज्यादा 60 मिमी बारिश हुई। बालोद के गुंडरदेही में 50, अभनपुर में 40, जशपुर के दुलदुला, माना, मानपुर, आरंग, तिल्दा, नगरी, धमधा में 30 तथा राजनांदगांव, मैनपुर, छुरा, नारायणपुर, बेरला, बलौदा, नारायणपुर में करीब 20 मिमी पानी बरसा। शनिवार को भी दोपहर बाद जगदलपुर, दुर्ग, रायपुर सहित कई स्थानों पर तेज हवा तथा गरज-चमक के साथ बारिश हुई।
बारिश आज भी संभव
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 10 मई को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश के मध्य और उत्तरी छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्से वर्षा होगी। अधिकतम तापमानों में प्रदेश में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने, बादल गरजने और कहीं-कहीं ओले गिरने की भी संभावना है।

बारिश से तापमान गिरा
शुक्रवार से शनिवार के दौरान राज्यभर में हुई बारिश से दिन का तापमान गिर गया है। कई जगहों पर दिन का तापमान 35 डिग्री के करीब पहुंच गया। सबसे ज्यादा तापमान राजनांदगांव में 40 डिग्री रहा। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक है। बिलासपुर, पेंड्रारोड, अंबिकापुर, जगदलपुर तथा दुर्ग आदि क्षेत्रों में तापमान 35 से 37 डिग्री के बीच है। सभी जगह तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री कम है। रात के तापमान में भी गिरावट है।



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बारिश से खराब तेंदुपत्ता




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केएल एनर्जी में 10 हजार टन कोयला मिला कम

कोयले के स्टॉक और दस्तावेजों में अंतर दिखाकर टैक्स चोरी करने के संदेह पर शुक्रवार को खरसिया में दो कोल वाशरी पर राज्यकर विभाग (जीएसटी) अफसरों ने छापा मारा। जीएसटी ने प्रदेश में कई स्थानों पर छापे मारे हैं। रायगढ़ के खरसिया छोटे डूमरपाली की भाटिया एनर्जी कोल लिमिटेड और केएल एनर्जी कोल बेनीफिकेशन में छापे मारे गए। भाटिया एनर्जी में कोई व्यक्ति नहीं मिला तो अफसरों ने इसे सील कर दिया। दोनों ही वाशरी रायपुर के इंद्रमणि ग्रुप की बताई जाती हैं.
खरसिया के छाल रोड स्थित केएल एनर्जी पर शुक्रवार देर रात तक कार्रवाई चलती रही। जीएसटी अफसरों के अनुसार इंद्रमणि ग्रुप केएल एनर्जी से कोयले की ट्रेडिंग के साथ ट्रांसपोर्टिंग करता है। यहां पर दस्तावेजों में करीब 45 हजार टन कोयले का स्टॉक होने की जानकारी थी, लेकिन खनिज विभाग के अफसरों ने कोयले का भौतिक सत्यापन किया जिसमें स्टॉक करीब 35 हजार टन मिला। जीएसटी अफसरों का अनुमान है कि स्टाक ज्यादा बताकर टैक्स चोरी की गई है। 10 हजार टन कोयला कम मिलने पर कागजात जब्त कर प्रबंधन को जीएसटी विभाग ने कंपनी को नोटिस दिया है। सोमवार से जीएसटी विभाग इस मामले में चार्टर्ड अकाउंटेंट और खनिज विभाग के अफसरों को भी शामिल करेगा ताकि कोयले की आवक-जावक का हिसाब और टैक्स की गणना की जा सके। विभाग के अफसरों का मानना है कि दोनों ही वाशरी में टैक्स चोरी का मामला बन सकता है।

जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा
"केएल एनर्जी में कुछ दस्तावेज हमने जब्त किए हैं, लॉकडाउन की वजह से दो दिनों तक अभी जांच की कार्रवाई नहीं की जा सकती है। सोमवार से फिर जांच की जाएगी, अब जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। यहां पर टैक्स चोरी की बात सामने आई है।''
-गोपाल वर्मा, ज्वाइंट कमिश्नर, इन्फोर्समेंट जीएसटी



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पंजाब व आंध्रा से लौटंगे श्रमिक, शहर में बनेंगे 21 क्वारेंटाइन सेंटर

दूसरे राज्यों में फंसे जिले के मजदूर दो-तीन दिन में मजदूर लाए जाएंगे। शहर में 12 नए क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही पंचायतों में भी क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे। चिंता की बात यह है कि लौटने वाले श्रमिकों में ज्यादातर रेड जोन से आएंगे। झारखंड और बिहार में घर लौटे मजूदर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं इसलिए हमें भी सावधान रहना होगा। ओडिशा के अंगुल में काम करने गए बरमकेला के 5 ईंट भट्‌ठा मजदूरों को जब कहीं से मदद नहीं मिली तो उन्होंने मिलकर बस किराए पर ले ली और गांव लौटे। इन्हें क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। शनिवार को पटरी पर चलकर बंगाल जा रहे मजदूर हैदराबाद से रायगढ़ पहुंचे।
ट्रेन से आएंगे मजदूर- मजदूरों को लेकर ट्रेनें सोमवार से चलेंगी। पहली ट्रेन 11 और दूसरी 12 मई को बिलासपुर पहुंचेगी। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से चलने वाली ट्रेन 13 मई को बिलासपुर आएगी। पठानकोट से चलने वाली ट्रेन 12 मई को चांपा पहुंचेगी। इसके बाद इनके मजदूरों को बस से रायगढ़ लाया जाएगा। रायगढ़ लाकर उन्हें क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जाएगा। बिलासपुर और चांपा से श्रमिकों को लाने के लिए बसों का अधिग्रहण भी किया जा रहा है। इसके साथ ही लखनऊ, मुजफ्फरपुर और दिल्ली से भी मजदूरों को लाने की तैयारी है। जिला पंचायत में हफ्तेभर पहले दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की संख्या 7200 बताई थी। अब यह संख्या 10 हजार 200 हो चुकी है। शनिवार सुबह निगम आयुक्त और एसडीएम ने नए सेंटरों की जगह देखी।

राज्य स्तर पर मजदूरों को लाने की तैयारी
"दो-तीन दिन में मजदूरों की ट्रेनें आएगी, इनके लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की संख्या भी बढ़ी है। राज्य स्तर पर दूसरे राज्यों से मजदूरों को ट्रेनों से लाने की तैयारी चल रही है। मजदूरों के स्क्रीनिंग और हैल्थ चैकअप करने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जाएगा।''
-ऋचा प्रकाश चौधरी, सीईओ, जिला पंचायत

13-13 सौ रुपए जमा किए और किराए की बस लेकर गांव आए

डोंगरीपाली। शनिवार तड़के मजदूरों से भरी ओडी 35 सी 7089 नंबर की दुर्गा बस डोंगरीपाली के ग्राम गिंडोला आकर रुकी। पांच लोग उतरे, जिसमें दो महिला व एक युवती भी शामिल थी। सरपंच ने पंचायत भवन में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया । गांव के संजय चौधरी को मजदूरों ने बताया कि बिना कुछ खाए ये लोग 12 घंटे का सफर कर ओडिशा के अंगुल से अपने गांव पहुंचे। रास्ते में कहीं भी होटल या ढाबे खुले नहीं मिले तो इन्हें खाना-पानी भी नसीब नहीं हुआ। लॉकडाउन के बाद ये लोग यहां फंस गए। ओडिशा में 200 लोग और फंसे हुए हैं।



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Most laborers are now in danger due to red zone




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पूर्व सभापति सलीम की फेसबुक आईडी हैक कर 6 लोगों से मांगी 15 से 30 हजार की मदद, फोन पर कंफर्म किया तो बचे ठगी से

निगम के पूर्व सभापति और वार्ड 16 के पार्षद सलीम नियारिया की फेसबुक आईडी हैक कर उनके फेसबुक फ्रैंड्स से रुपयों की डिमांड करने का मामला प्रकाश में आया है। इसकी जानकारी सभापति को हुई तो उन्होंने तत्काल आईडी पासवर्ड बदला और एफबी के फ्रेंड्स को सतर्क किया। देर शाम उन्होंने हैकर के खिलाफ कोतवाली में शिकायत भी दर्ज कराई।
शनिवार को सलीम के एफबी अकाउंट से हैकर ने व्यवसायी अनूप बंसल से 20 हजार रुपए मांगे, आकार ले जाने की बात मैसेज में कहने पर वह रुपए पेटीएम करने की जिद करने लगा। अनूप ने सलीम को फोन लगाया तो साजिश का पता चला। संजय बंसल नामक व्यापारी ने तो रुपए भेजने की तैयारी भी कर ली थी। आईएफसी नंबर मैच नहीं होने के बाद उन्होंने सलीम नियारिया को फोन कर दूसरा अकांउट नंबर मांगा, तब उन्हें इसकी जानकारी लगी। आशीष जायसवाल से सलीम नियारिया के नाम पर 20 हजार रुपए की मांग की। इसके साथ ही कई अन्य लोगों को भी मैसेज भेज आर्थिक मदद मांगी।

हैकर ने किनसे कितने रुपए मांगे

  • अनुप बंसल 20 हजार रुपए
  • संजय बंसल 15 हजार रुपए
  • अशीष जायसवाल 20 हजार रुपए
  • राजेश थवाईत 15 हजार रुपए
  • सत्यप्रकाश शर्मा 10 हजार रुपए
  • सौरभ गुप्ता 30 हजार रुपए

बातचीत के तरीके से हुई आंशका
सुबह हैकर ने सबसे पहले अनूप बंसल को सलीम की फेसबुक आईडी हैकर मैसेंजर पर मैसेज किया और 20 हजार रुपए मांगे। हैकर के मैसेज में बात करने का तरीका सलीम से बिल्कुल अलग था। अनूप को समझते देर नहीं लगी। उन्होंने फोन पर पूछा कि सही में जरूरत है तो भिजवा दूं रुपए। तब अनूप के साथ ही सलीम को किसी जालसाज की कारस्तानी का पता चला। सलीम ने समय पर सभी को अलर्ट कर ठगी से बचने के लिए कहा।

अनूप का कॉल आया तब जानकारी हुई
सुबह मुझे अनूप बंसल का कॉल आया था। उन्होंने रुपए पहुंचाने की बात कही। तब मैं थोड़ा आश्चर्य में पड़ गया। मेरे पूछने पर उन्होंने बताया कि मैसेंजर पर मैने उसने पैसे मांगे है, उन्होंने उसके बातचीत के तरीके से शक होने के पर मुझे कॉल किया तब समझ में आया कि मेरी आईडी हैक हो गई है। मैने सभी आईडी पासवर्ड बदलने की बाद इसकी सूचना कोतवाली में दी है।’’
-सलीम नियारिया, पूर्व सभापति व पार्षद वार्ड नंबर 16



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Former Chairman Salim hacked Facebook ID and asked for help of 15 to 30 thousand people from 6 people, confirmed on phone then cheated




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योग प्रशिक्षक बनीं, 1 हजार किमी दूर स्कूल ज्वाइन किया अब बेटी साइंटिस्ट बनेगी, बेटे को आईएसएम तक पहुंचाया

बच्चे छोटे थे तभी पारिवारिक दिक्कतों के कारण उनके लालन-पालन की जिम्मेदारी डा. मोनिका त्रिपाठी पर आन पड़ी। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, गाजियाबाद में योग प्रशिक्षक बन नए जीवन की शुरुआत की। 2014 में ओपी जिंदल स्कूल में स्कूल डॉक्टर की जिम्मेदारी मिल गई। संघर्ष किया, बेटे और बेटी को बड़े सपने देखना सिखाया। बेटी का चयन बैंगलोर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेस में हो चुका है और बेटा इंडियन स्कूल ऑफ माइनिंग धनबाद में माइंस मशीन इंनजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।
डा. मोनिका की शादी 2000 में गोरखपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर प्रवीण पांडेय के साथ हुई थी। 2001 में बेटा प्रखर और 2002 में बेटी जाह्नवी हुई। परिवार में समस्या होने लगी। 2006 में रोड एक्सीडेंट में पिता की मौत हो गई। 2007 में जब मां को अपने परेशानियां बताईं तो फिर मोनिका मायके में रहने लगीं। मां के साथ पिता का भी फर्ज निभाना था, बच्चों को अच्छे मुकाम तक पहुंचाने की चुनौती थी। पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश के छोटे-छोटे कस्बों में जाकर योग प्रशिक्षण देना शुरू किया। एक साल प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें पतजंलि आयुर्वेद चिकित्सालय में नौकरी मिली। फिर 2014 में ओपी जिंदल स्कूल में डॉक्टर पद का विज्ञापन देख कर आवेदन किया और नौकरी मिल गई। बेटी जाह्नवी पांडे फिलहाल ओपी जिंदल स्कूल में 12 वीं साइंस स्ट्रीम की स्टूडेंट हैं, 11 वीं में वे किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना की परीक्षा में शामिल हुई थीं। पहली बार में बेटी ने रिटर्न एग्जाम क्लियर किया और साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर पूरे देश में 205 रैंक पर रही। आईआईएससी बैंगलोर के लिए चयन हो गया। बोर्ड के रिजल्ट के बाद वे बैंगलोर जाएंगी।
दो मांओं ने दो जिम्मेदारी और सफल पीढ़ियां तैयार कीं
डा. मोनिका कहती हैं कि उनकी मां सावित्री पांडेय ने उन्हें संभाला नहीं होता तो वे और उनके बच्चे इस मुकाम तक नहीं पहुंचते। वहीं मोनिका के बेटे प्रखर और बेटी जाह्नवी करती हैं कि उनकी मां ने मुसीबतें झेलकर अपना करियर छोड़कर हमारा भविष्य बनाया। बच्चे कहते हैं कि मां ने कभी भी उन्हें किसी बात की कमी महसूस नहीं होने दी। अच्छा नागरिक बनाने और उनके बेहतर करियर का श्रेय उनकी मां को है।

आईआईटी में एडमिशन हुआ तो 8 साल बाद पिता ने बेटे को फोन कर बधाई दी
डा. मोनिका त्रिपाठी ने बताया 2018 में जब बेटे प्रखर पांडे का आईएसएम धनबाद में सलेक्शन हुआ तो उसके पिता को सूचना मिली और 8 साल बाद उन्होंने बेटे को फोन किया। प्रखर से उनकी बात भी हुई। मोनिका बताती हैं कि तकलीफों के बावजूद उन्होंने बच्चों में अच्छा वेल्यू सिस्टम और एथिक्स डाले हैं ताकि वे हमेशा मजबूत रहें और कठियनाइयों का सामना आसानी से करें।



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Became yoga instructor, joined school 1 thousand km away, now daughter will become scientist, son to ISM




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सिलेंडर रीफिलिंग 221 रुपए कम करने से राहत, लेकिन नहीं मिलेगी सब्सिडी

सिलेंडर रीफिलिंग की कीमतों में गिरावट आते ही सरकार ने सब्सिडी बंद दी है। अब उपभोक्ताओं को सिलेंडर तय बेस रेट पर मिलेंगे। इसके आधार पर उनके खाते में केवल पांच रूपए ही जमा होंगे। वर्तमान में मंत्रालय ने प्रति सिलेंडर 603 रूपए बेस रेट तय किया है। इससे रीफिंग की रेट 221 रुपए कम हो गया है।
अब सब्सिडी व गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत एक समान हो गए हैं। इधर, लॉकडाउन के बाद कामर्शियल सिलेंडर की रीफिलिंग में भारी कमी आई है। होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, चाय ठेला सहित अन्य दुकानें बंद हैं। केवल घरेलू व उज्जवला के कनेक्शनों की ही रीफिलिंग हो रहा है। रीफिलिंग में कमी आने के बाद सरकार ने सीधे कीमतों में कमी ला दी है। अब उपभोक्ताओं को सिलेंडर रीफलिंग कराने के लिए बेस रेट के अनुसार कीमत देना होगा। महासमुंद जिले के कई एजेंसियों में बसे रेट तय किए गए है। अब एजेंसी में इसी रेट के अनुसार उपभोक्ता रीफिलिंग कराएंगे। इधर, उज्जवला योजना के हितग्राहियों के खातों में रूपए आने के बाद रीफिलिंग बढ़ी है। उज्जवला के 52 प्रतिशत हितग्राहियों ने रीफिलिंग करा ली है। वहीं उनके दूसरे किश्त की राशि भी जमा हो गई है। अब वे मई महीने में रीफिलिंग करा सकते हैं। इसके बाद उन्हें जून में तीसरे महीने की किश्त उसके खाते में जमा होगी।



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मजदूरी भुगतान में जिला अव्वल, आवेदन के 15 दिन के भीतर मिल रहा जॉब कार्ड

मनरेगा मजदूरी भुगतान में अपना महासमुंद अव्वल आया है। जिले में लॉकडाउन के दौरान एक लाख 52 हजार मजदूरों को रोजगार दिया गया है। वहीं आवेदन के 15 दिन के भीतर ही मजदूरों को जॉब कार्ड मिल रहा है।
प्रदेश के वाणिज्य कर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मनरेगा योजना के तहत जिले में चल रहे विभिन्न कार्यों एवं मजदूरों की जानकारी ली। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने बताया गया कि महासमुंद जिले की सभी ग्राम पंचायतों में आवश्यकतानुसार कार्य शुरू किए गए हैं। जिले में पहली बार एक लाख 50 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है, जो कि देश में दूसरे स्थान पर है।
बागबाहरा ब्लॉक में 31 हजार को मिला रोजगार : मनरेगा के अंतर्गत वर्तमान में जिले में एक लाख 52 हजार 263 मजदूरों कार्यरत हैं। इनमें बागबाहरा विकासखंड में 31443, बसना में 30170, महासमुंद में 29033, पिथौरा में 29834 एवं सरायपाली विकासखंड में 32483 मजदूर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि जिले के श्रमिकों को शत-प्रतिशत मजदूरी भुगतान समय पर करने में महासमुंद जिला प्रदेश में पहले स्थान पर है। लोगों ने नए जाॅब कार्ड के लिए आवेदन किए हैं, उन्हें 15 दिवस के भीतर जाॅब कार्ड बनाकर दिया जाएगा।
जिनकी नई शादी हुई उन्हें मिलेगा जॉब कार्ड
ऐसे परिवार जो अलग-अलग रहते हैं, नई शादी हुई है, पृथक-पृथक राशन कार्ड है, उनको ग्राम पंचायत से अनुमोदन उपरांत नया जाॅब कार्ड प्रदाय किया जा सकता हैं। आवेदक द्वारा उक्त ग्राम पंचायत का मूल निवासी होना अनिवार्य है एवं आवेदक का किसी भी जाॅब कार्ड में नाम नहीं होना चाहिए।



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24 घंटे में 1 इंच बारिश धान की बालियां झड़ीं

बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के कारण शुक्रवार को जिले के चारों ब्लॉक में देर-शाम को खूब बारिश हुई। खेतों में तैयार रबी की खड़ी धान की फसल गिर गई है। बालियां झड़ने से धान खराब हो गई है। अंधड़ के कारण तार, पोल और ट्रांसफॉर्मर खराब होने से बिजली कंपनी को भी करीब 8 लाख का नुकसान हुआ है। 24 घंटे में जिले में करीब 1 इंच औसत बारिश हुई है। इसमें सबसे ज्यादा करीब 1 इंच से ज्यादा 31 मिलीमीटर बारिश नगरी में हुई है धमतरी में 10 व कुरूद ब्लाक में 5 मिमी बारिश हुई है। शनिवार रात को भी बारिश के साथ ओले भी गिरे।
चक्रवात के कारण बीते एक हफ्ते से आंधी, बारिश का सिलसिला चल रहा है। शुक्रवार को सुबह से दोपहर तक मौसम साफ था। दोपहर 3.30 बजे के बाद अचानक बदला और तेज गति से धूल भरी आंधी चली। करीब 4 घंटे रुक-रुककर बारिश हुई। तेज गर्जना के कारण कई जगह बिजली गिरी। अंधड़ से पेड़ की शाखाएं टूटकर बिजली तार में गिर गई। देर-रात तक बिजली बंद-चालू का सिलसिला चलता रहा।

आज भी अंधड़, ओलावृष्टि की चेतावनी
लालपुर रायपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचपी चंद्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक एक चक्रवात है। प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा तेज गति से आ रही है। इसके प्रभाव से 10 मई को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मध्य और उत्तर भाग में बारिश का क्षेत्र और तीवता ज्यादा रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान में ज्यादा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़, बिजली और ओलावृष्टि की आशंका है।

सब्जी की फसल को भी भारी नुकसान हुआ
किसानों ने बताया कि शुक्रवार को हुई बारिश व अंधड़ के कारण खेत में लगी टमाटर, आलू, भिंडी सहित अन्य सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। धान की खड़ी फसल भी खेतों में गिरने और बालियां झड़ने से किसानों काफी चिंचित है। सब्जी, धान की फसल खराब होने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा।

बारिश से बढ़ी उमस
बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई, लेकिन धूप निकलने से उमस बढ़ गई है। शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया। दोपहर में तेज धूप निकलने के कारण लोग बेचैन भी रहे। मौसम विभाग ने 10 मई को भी आंधी, बारिश, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की आशंका जताई है।

बिजली कंपनी को करीब 8 लाख का नुकसान

ईई एसके किंडो ने बताया कि शुक्रवार के अंधड़ व बिजली गिरने के कारण कंपनी को करीब 8 लाख का नुकसान हुआ है। जिले में 8 पोल टूटे हैं। बिजली गिरने से 3 ट्रांसफार्मर खराब हो गए। 20 से अधिक जगह तार भी टूटे है। रातभर सुधार काम चला। शनिवार को भी कुछ जगह सुधार किया गया।



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1 inch rain paddy earrings showers in 24 hours




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मयूरचूंदी में वनरक्षक पर हमला, वन भूमि पर कब्जा रोकने गए थे, 2 जेसीबी व 1 ट्रैक्टर जब्त

वन भूमि में अवैध तरीके से जेसीबी चलाकर भूमि को समतल कर रहे लोगों ने वनकर्मी की पिटाई कर दी है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर कार्रवाई कर रही है, वहीं वन विभाग ने भी भूमि समतलीकरण के कार्य में लगे जेसीबी और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। मामला जिले के करडेगा चौकी क्षेत्र के मयूरचूंदी की है। मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को करडेगा पुलिस चौकी क्षेत्र के मयूरचूंदी के वन भूमि में कुछ लोगों द्वारा झारखंड से जेसीबी लगाकर अवैध तरीके से भूमि समतलीकरण कर काम किया जा रहा है। इसकी जानकारी वन विभाग के कर्मचारियों को मिलने पर काम रुकवाने के लिए मौके पर पर पहुंचे थे। वनरक्षक ने जब अवैध काम को बंद करने के लिए कहा तो वहां मौजूद ईश्वर यादव वनरक्षक करनी शुरू कर दी। मारपीट करने पर वनरक्षक जब मौके से भागने लगा तो ईश्वर यादव ने वनरक्षक को अपने हाथ में पकड़े हुए हेलमेट चलाकर उसे मारा और पकड़ कर उसकी वर्दी भी फाड़ दी। सूचना करडेगा पुलिस को मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंच कर वनकर्मी के ऊपर हमला करने वाले दो लोगांे को पकड़ लिया है।
वन भूमि में अवैध तरीके से झारखंड से दो जेसीबी और एक ट्रैक्टर लगा कर भूमि समतलीकरण किया जा रहा था। जो यह काम कर रहा था, उसके पास वन भूमि का पट्‌टा भी नहीं है। अवैध काम को रोकने गए वन रक्षक के साथ मारपीट के बाद मौके पर पहुंची पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, वहीं वन विभाग ने भी अवैध कार्य में लगे दो जेसीबी और एक ट्रैक्टर को वन अधिनियम के तहत जब्त कर लिया।



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विशेष बच्चों के लिए पहली मां बनती हैं ये 11 नर्स, लुटाती हैं ममता

जरूरी नहीं कि सिर्फ जन्म देने वाली मां के अंदर ही ममता होती है, बच्चों के लिए ममता हर महिला के अंदर छिपी होती है।नवजात के लिए कुछ ऐसी ही ममता दंतेवाड़ा जिला अस्पताल के स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट में देखने को मिलती है। यहां 24 घंटे शिशुओं की किलकारियां गूंजती रहती हैं और इन्हीं विशेष नवजातों की देखभाल के लिए 24 घंटे तत्पर रहकर मां की भूमिका निभाती हैं यहां की 11 नर्सें। ये ड्यूटी कब ममता व जुड़ाव में बदल जाती हैं, इन्हें खुद को पता नहीं चलता। दरअसल, प्री-मैच्योर बेबी को स्वस्थ्य करने की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर होती है। रोने की आवाज सुनकर दौड़ी चली आती हैं, सीने से लगाकर ममता न्योछावर करती हैं।
बच्चे का जन्म इन्हीं नर्सेस के हाथों में होते हैं। मां की भूमिका तब तक अदा करती हैं जब तक ये विशेष नवजात पूरी तरह से स्वस्थ्य न हो जाएं। ये सिर्फ नवजातों की मां नहीं बनती, बल्कि बच्चों की मां की भी देखभाल करती हैं। नोडल अधिकारी डॉक्टर राजेश ध्रुव कहते हैं इनके कामों को मैंने करीब से देखा है। ये सिर्फ ड्यूटी नहीं जिम्मेदारी समझकर काम करती हैं, विशेष नवजातों की मां बनकर देखभाल करती हैं।
3 साल में इतने बच्चे आए

  • 2017- 39
  • 2018- 535
  • 2019- 358
  • 2020- 161

ऐसे करती हैं देखभाल

यहां ऐसे बच्चे रखे जाते हैं जिनका जन्म 9 महीने से पहले हो गया हो। यूनिट की नर्सेज के सामने चुनौती इस बात की होती है कि प्री-मेच्योर बेबी को स्वस्थ्य कैसे करना है। इस वक़्त तो जन्म देने वाली मां भी साथ नहीं होतीं और न ही परिवार का कोई भी सदस्य। सही फीडिंग के तरीके मां को बताती हैं। शिशुओं का पोषण मदर मिल्क पर ही टिका होता है, ऐसे में समय का पूरा ख्याल रखती हैं।ट्यूब फीडिंग, स्पून फीडिंग या फॉर्मूला फीडिंग भी कराती हैं।

तसल्ली यह कि सालभर संपर्क में रहते हैं

यूनिट की इंचार्ज सीनियर नर्स ममता पॉल हैं। इनके अलावा उर्मिला साहू, मधु साहू, गीतांजलि, मीनाक्षी साहू, सीमा साहू, सुनीता लहरे, त्रिवेणी सिन्हा, रानू रामटेके, रश्मि चक्रधारी, सोनिका कश्यप हैं। ये सभी बताती हैं बच्चों का केयर करना बड़ी चुनौती होती है। इनकी देखभाल करते करते जुड़ाव बहुत ज़्यादा हो जाता है। तब तक नहीं छोड़ते हैं जब तक बच्चे का वजन 1500 ग्राम से ज़्यादा न हो जाए। इन शिशुओं के साथ जुड़ाव काफी अच्छा लगता है। बच्चे जब कई कई दिन रह लेते हैं तो काफी जुड़ाव हो जाता है। भेजते वक्त मन भर आता है। लेकिन तसल्ली इस बात की होती है कि सालभर तक हम बराबर संपर्क में रहते हैं।

तीन साल पहले हुई थी शुरुआत

जिले में एनएमडीसी सीएसआर मद से 3 साल पहले स्पेशल न्यूबॉर्न चाइल्ड यूनिट की शुरुआत हुई थी। यहां 4 डॉक्टर्स के साथ 11 नर्सें भी हैं। अब तक 1000 से ज्यादा विशेष नवजात बच्चे यहां भर्ती किए जा चुके हैं। इनमें से कुछ बच्चों को रेफर भी किया गया। जबकि कई स्वस्थ्य होकर घर लौटे हैं। पहले ऐसे मामले जगदलपुर भेजे जाते थे।



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These 11 nurses become the first mothers for special children, looting Mamta




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चूना पत्थर और रेत ले जाती 11 गाड़ियां जब्त

जिले में खनिज पदार्थों के अवैध परिवहन के खिलाफ खनिज विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को विभाग के जांच दल ने बड़ाजी, कोडे़नार, भानपुरी एवं घोटिया बस्तर क्षेत्र में औचक जांच के दौरान गौण खनिज चूना पत्थर एवं रेत का अवैध परिवहन करते हुए 11 वाहनों को जब्त किया। प्रभारी खनिज अधिकारी हेमंत चेरपा ने बताया कि सभी वाहनों को खनिज के साथ जब्त कर पुलिस अभिरक्षा में सौंपते हुए वाहन मालिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि गौण खनिज का अवैध भंडारण और परिवहन को लेकर मिल रही शिकायतों बाद यह कार्रवाई की जा रही है ।



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11 carts carrying limestone and sand seized




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100 महिलाओं को समूहों से रोजगार मिला, दूसरों के लिए बनीं प्रेरणास्रोत

ग्राम पंचायत परवी में 10 महिला स्व सहायता समूह द्वारा लगभग 100 से ज्यादा महिलाएं समूह से जुड़कर वर्षो से जीविकापार्जन कर रही हैं। वहीं अन्य समूहों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनी हुई हैं। यह गांव अंदरूनी एवं संवेदनशील क्षेत्र में बसा हुआ है। लगभग 600-700 से आबादी वाले इस गांव में एक सौ से अधिक महिलाएं है, जो समूह के माध्यम से आय का स्रोत बनाकर जीविकापार्जन कर रही है।
ज्योति समूह द्वारा वन विभाग द्वारा वनोपज खरीदी कार्य में लगी है। वतर्मान में महुआ की आवक होने से महुआ खरीदी कर रही हैं। इनके अलावा मौसम के अनुरूप वनोपजों की खरीदी करते हैं। उजाला समूह की महिलाआं द्वारा गांव में ही जैविक खाद बनाने का कार्य किया जा रहा है।
विकास समूह एवं एकता समूह की महिलाएं स्कूलों में मध्याह्न भोजन का संचालन कर रही हैं। जागृति समूह मछली पालन एवं उन्नति समूह होटल का व्यवसाय करते हुए आ रहे हैं। अभिलाषा समूह, प्रकाश समूह, युग समूह एवं सत्यम समूह की महिलाएं गांव के जरूरत मंद लोगों के समय में राशि उपलब्ध करा रही है और इससे होने वाले आय से अपना व परिवार का जीविकापार्जन कर रहे हंै। महिला समूह के सदस्य कमलेश्वरी, सूरजबाई मंडावी, कौशिल्या उइके, अमेरिका मंडावी, कांति नेताम, अंजना मंडावी, दुर्गा मंडावी ने बताया स्व सहायता समूह के माध्यम से वर्षो कार्य करते हुए आ रहे हंै। इससे हमें रोजगार मिल गया है और अच्छी आमदनी भी हो रही है। पूर्व वन मंडल भानुप्रतापपुर के डीएफओ आरसी दुग्गा ने कहा कि महिलाएं स्व सहायता समूहों को वनोपज खरीदीने के साथ कई कार्य दिया जा रहा है, इससे महिलाएं स्वावलंबी बन रही है।



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100 women get jobs from groups, others become inspiration




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सेवा समाप्त होने से 10 हजार अतिथि शिक्षकों के सामने रोजी-रोटी का संकट

कोरोना संक्रमण के विकट काल के दौरान अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के आदेश का छत्तीसगढ़ अतिथि शिक्षक संघ ने विरोध जताया है। इसको लेकर कोयलीबेड़ा संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम पखांजूर निशा नेताम को ज्ञापन सौंपा और सेवा समाप्त न करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सेवा समाप्ति से रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
ज्ञापन में कहा कि उन्होंने उनके घोषणा पत्र को याद दिलाया। इसमें उनकी सेवा स्थाई करने का वादा किया गया है, साथ ही भर्ती के दौरान आदेश में तब तक के लिए नियुक्त किया गया है, जब तक की उस पद में वर्ग एक शिक्षाकर्मी की पदस्थापना नहीं हो जाती। वर्तमान में शिक्षकों की कोई पदस्थापना नहीं होने के बाद भी उनकी सेवा समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है। अतिथि शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष राकेश राय चौधरी ने कहा कि हर जिले में अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्ति आदेश जारी किया जा रहा है।
इससे प्रदेशभर में दस हजार से अधिक शिक्षक प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा शासन अभी कोरोना संकट के चलते सभी के लिए अपने कर्मचारियों की सेवा समाप्त न करने की अपील कर रहा है, वहीं स्वयं अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त करने में लगा है। इसी सरकार ने उन्हें स्थाई करने का वादा अपने घोषण पत्र में किया था। इसके बाद भी मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। कोरोना संकट के दौरान शिक्षकों की सेवा समाप्त करने से उन पर संकट आ जाएगा। इस दौरान शिक्षक बलाई मिस्त्री, गोविंद मंडल, अभजीत दत्ता, पायल ब्रम्ह, आशीाष मंडल आदि उपस्थित थे।



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End of service, livelihood crisis in front of 10 thousand guest teachers




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42 गरीब बच्चों को गोद ले मुफ्त में 10वीं तक पढ़ाने का उठाया जिम्मा

शहर की राधिका गुप्ता (60), जो पेशे से प्राइवेट स्कूल की संचालिका और शिक्षक हैं, निःस्वार्थ सेवाभाव से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है। आत्मनिर्भर बनाने 42 गरीब बच्चों को गोद लेकर निशुल्क नर्सरी से 10वीं तक अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाने का जिम्मा इन्हांेने उठाया है।
वे कहती हैं मुझे टीचर नहीं मां और बड़ी मम्मी कहलाना पसंद है। मुझे बच्चे मां जैसा बड़ी मम्मी कहकर पुकारते हैं। मां जैसी सभी को प्यार देती हूं। 18 साल पहले जब प्राइवेट स्कूल खोली थी, तब से अब तक 42 बच्चों को गोद ले चुकी है। हर साल जरूरतमंदोंकी जानकारी मिलने के बाद वह पालकों की सहमति से बच्चों को अपने स्कूल में एडमिशन कराकर पढ़ाती है।
खास बात यह भी है कि स्कूल में काम करने वाली सभी महिलाएं हैं। इसमें 15 शिक्षिकाएं और 2 प्यून शामिल हैं। बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के लिए राधिका को 11 नेशनल अवाॅर्ड मिल चुके हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली राधिका गुप्ता को मातृ दिवस पर भुलाया नहीं जा सकता।
अंग्रेजी मीडियम में पढ़ने का मिला मौका
गोद लिए 42 में से 15 बच्चे यहां पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। बाकी 27 बच्चे अब भी यहां पढ़ाई कर रहे हैं। अभी लॉकडाउन के कारण सभी अपने घर पर हैं। बालोद की कविता ने बताया कि बड़ी मम्मी यानी राधिका गुप्ता के कारण ही बिना फीस के अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करने का मौका मिल रहा है। पैसे की तंगी के कारण परिवार वालों ने सोचा नहीं था कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दाखिला हो पाएगा। पेन, कॉपी, किताब भी स्कूल में ही मिली है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर काम कर रही: राधिका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम पर काम कर रही हैं। इसके तहत उन्हें विभिन्न कार्य करने के लिए अवाॅर्ड मिल चुके हैं। वे जरूरत पड़ने पर अपने वेतन से कई बेटियों को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने में मदद की है। शिक्षा जगत में 39 साल से जुड़ी हुई हैं। अधिकतर समय बच्चों के हित में काम करती है। इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग मुकाम हासिल की है।

गोद लेकर शिक्षा देने का यह है उद्देश्य

राधिका गुप्ता ने कहा कि गरीब बच्चों के पालक जो फीस नहीं दे पाते, पैसे की तंगी के कारण बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे पाते, ऐसे बच्चों को आगे बढ़ाकर शिक्षा देना मुख्य उद्देश्य है। हर पालक का यह सपना होता है कि उनके बच्चे अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई करें। हीनता की भावना को दूर कर आत्मनिर्भर, स्वावलंबी बनाने मैं कार्य कर रही हूं, ताकि पैसे की कमी के कारण प्रतिभावान बच्चों का भविष्य अंधकारमय न हो। शादी से पहले कॉलेज में स्टूडेंट्स को पढ़ाती थी। हर स्तर पर मैंने बच्चों को पढ़ाया। बालोद में 30 साल से रह रही हूं। भिलाई मायका है। प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित होना चाहिए और इसके लिए अपनी संस्था के माध्यम से लगातार प्रयास कर रही हूं। हर कोई शिक्षित होना चाहता है। लेकिन महंगी शिक्षा के कारण पालक अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में नहीं पढ़ा सकता, लेकिन मैं अपनी तक्षशीला एजुकेशन अकादमी में गरीब बच्चों को गोद लेकर अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दे रही हूं और आगे भी देती रहूंगी। ताकि गरीब तबके से जुड़े बच्चे शिक्षित हो सकें।
यह अवाॅर्ड इनके नाम, हुईं सम्मानित
2019 में अंतरराष्ट्रीय विजय दिवस पर दिल्ली में आयोजित कायर्क्रम में 23 राज्यों के 153 लोगों का सम्मान हुआ था। जिसमें राधिका गुप्ता भी शामिल हैं। उन्हें इन्द्राणी राम अवाॅर्ड से सम्मानित किया गया था। भारतीय दलित साहित्य अकादमी रायपुर ने आदर्श शिक्षक 2016 के रूप में सम्मानित किया। 8 मार्च 2010 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बालोद जेसीरेट विंग ने सम्मानित किया।



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42 poor children adopted and raised to teach till 10th free




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कुम्हारी का एक कोरोना पॉजिटिव एम्स से डिस्चार्ज, अब 14 दिन होम आइसोलेशन

शनिवार को दुर्ग जिले के लिए राहत की खबर आई। कुम्हारी में मिले दो कोराना पॉजिटिव मरीजों में से एक की एम्स से छुट्टी हो गई है। कुम्हारी के वार्ड-10 निवासी 44 वर्षीय मरीज को एम्स ने शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया। पांच दिनों के इलाज से ही दूसरी और तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई तो एम्स प्रशासन ने उसे रिकवर होने की पुष्टि की। प्रोटाकॉल अनुसार आन ड्यूटी डॉक्टर ने सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह को सूचना देने के बाद शाम में करीब 07:30 बजे मरीज को एंबुलेंस से उसके घर के लिए रवाना कर दिया। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ने बताया कि रिकवर होने के बाद भी एहतियात 14 दिनों के लिए डिस्चार्ज मरीज को होम क्वारेंटाइन में रखेंगे। 24 अप्रैल को सीलीगुड़ी से आने के सात दिनों बाद उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। 3 मई को कुल आठ लोगों के साथ ही इस मरीज की भी रिपोर्ट पॉजीटिव आई। तब सबके साथ ही इसको भी एम्स शिफ्ट कराया गया। बताया गया कि जिले के बाकी 7 मरीज स्टेबल है।
6 दिन में छुट्‌टी: शुरू से ही लक्षण नहीं थे, इनके संपर्क में आने वाले 15 से ज्यादा की रिपोर्ट निगेटिव
भगवान का रूप डॉक्टर, मेरी जिंदगी बचाई...
3 मई को मुझे एम्स ले जाने जब एंबुलेंस पहुंची, तब दिल की धड़कने बढ़ गई। लेकिन एम्स पहुंचने के बाद सबकुछ सामान्य हो गया। वहां के स्टॉफ और डॉक्टर ने सभी मरीजों की तरह मेरा भी पल-पल ख्याल रखा। दवा ही नहीं सभी समय-समय पर खाना-पानी भी देते रहें। इस क्रम में छठवें दिन उन्होंने जब मुझे ठीक हो जाने की जानकारी दी तो आंखों से आंसू निकलने लगे। मैंने पूरी टीम से कहा कि आप लोग ही आज के भगवान हो।

दुर्ग से आने से पहले गुवाहाटी भी गया था

  • 24 अप्रैल को सीलीगुड़ी से कुम्हारी आया।
  • तीन दिनों बाद क्वारेंटाइन सेंटर में रखा।
  • 1 मई को जिला अस्पताल में जांच कराई।
  • उसी दिन दुर्ग के आश्रय स्थल भेजा।
  • 3 को रिपोर्ट आई तब एम्स शिफ्ट करया।
  • 9 मई को रिपोर्ट निगेटिव आई तब छुट्‌टी।

111 की आरडी किट से जांच, सभी निगेटिव
शनिवार को जिले में 111 लोगों की आरडी किट से कोरोना की जांच की गई। तत्काल संभावित नतीजा बताने वाली इस किट की जांच में एक भी पॉजीटिव नहीं मिला। जिनकी जांच की गई, सभी अलग-अलग माध्यमों से दूसरे प्रदेशों से जिले में आए हैं। दुर्ग सीएमएचओ डॉक्टर गंभीर सिंह ने इसकी जानकारी दी है।

होम आइसोलेशन में 14 दिन रहना होगा
एम्स से छुट्टी होने के बाद एसडीएम की अगुवाई में स्थानीय टीम ने मरीज को रिसीव कर होम आइसोलेशन में रखने की प्रक्रिया पूरी की। इसके तहत उसके घर के सामने दीवार पर पोस्टर चस्पा कर 14 दिनों के होम आइसोलेशन की मार्किंग कराई कंटेनमेंट जोन में स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर-टू-डोर सर्वे कर रही है।
आइसोलेश सेंटर से दो की छुट्‌टी, घर भेजा
जिले में संचालित दो आइसोलेशन सेंटर में से एक में रखे गए दो संभावित मरीजों की भी शनिवार को छुट्टी कर दी गई। दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आने के साथ ही फिलहाल दोनों में किसी भी प्रकार को सिमटम नहीं था। अब आइसोलेशन सेंटर में रखे गए संभावित मरीजों की संख्या 7 से घटकर 5 हो गई है।
ट्रेन से आने वाले मजदूरों की रैपिड किट से होगी जांच, बनाई गई टीम
ट्रेन से आने वाले मजदूरों की स्टेशन पर रैपिड किट से रेंडमली जांच की जाएगी। इसके लिए सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ने शनिवार को 4 डॉक्टरों सहित कुल 21 स्वास्थ्य कर्मियों की टीम बना दी। मजदूरों को आने के बाद सबको दी गई जिम्मेदारियों के संदर्भ में ट्रेंड भी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि ट्रेन से आने वाले मजदूरों की संख्या 1000 से ज्यादा हैं, इसलिए सबकी जांच करना संभव नहीं। ऐसे में उन्होंने हर कोच से कम से कम चार लोगों की सिमटोमेटिक जांच करने की प्लान तैयार किया है। भीड़ ज्यादा होने पर सोशल डिस्टेंसिंग कैसे मेंटेन होगी, रेलवे के अधिकारियों से बात-चीत कर इसकी भी योजना बना ली गई है। इस संबंध में तैयारी शुरू हो गई है।



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डोर-टू-डोर सर्वे कर रही टीम




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देवगढ़ में 15 किलो कम दे रहे थे चावल हंगामा कर राज्यमंत्री से की गई शिकायत

एक ओर कोरोना संक्रमण से निपटने शासन ने 2 माह का राशन एकसाथ देने का आदेश दिया है, ताकि ग्रामीणों को परेशानी न हाे। लेकिन यहां गरीबों के चावल पर ही दुकान संचालक हाथ साफ करने में लगा है। चावल वितरण में गड़बड़ी हुई तो सैकड़ों ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया और इसकी शिकायत राज्यमंत्री गुलाब कमरों से की। ग्रामीणों ने बताया कि 10 से 15 किलो तक चावल राशन दुकान संचालक कम दे रहा है। इससे पहले साल 2018 में पूरे भरतपुर ब्लाॅक में चना घोटाला किया गया था। इस पर अब तक जांच पूरी कर कार्रवाई नहीं की गई है। अब सरपंच समेत कंजिया के ग्रामीण संचालक बदलने की मांग कर रहे हैं।

मामला ब्लाॅक भरतपुर के देवगढ़ कंजिया का है। राज्यमंत्री के आने की खबर मिलते ही संचालक आवंटन कम होने का हवाला देने लगा, लेकिन इतने से ग्रामीणों का हंगामा कम नहीं हुआ। दरअसल मामला तब तूल पकड़ने लगा, जब भूमिपूजन के दौरान ग्राम कंजिया पहुंचे राज्यमंत्री गुलाब कमरों से राशनकार्ड धारकों ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान कंजिया के संचालक द्वारा शासन द्वारा आवंटित मात्रा से कम मात्रा में चावल दे रहा है। हितग्राहियों ने शासन द्वारा जारी खाद्यान्न आवंटन से संबंधित लिस्ट दिखाते हुए बताया कि उन्हें 10 से 15 किलो कम चावल दिया जा रहा है, जो हितग्राही शिकायत करते हैं उनको सही मात्रा में राशन देकर शांत करा दिया जाता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सितम्बर 2018 में बड़े पैमाने पर ब्लाॅक की राशन दुकानों में चना घोटाला किया गया था, जिसकी अब तक जांच शुरू नहीं की गई। शिकायत करने के दौरान ग्राम पंचायत देवगढ़ के सरपंच लालसाय बैगा, सचिव पंकज सिंह समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे। मामले में जिला खाद्य अधिकारी अपूर्व प्रियेश टोप्पो से संपर्क करने कई बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नही किया।
ग्राम देवगढ़ में राशन वितरण में अनियमितता
ग्राम पंचायत देवगढ़ के सरपंच लालसाय बैगा ने रेस्ट हाउस में विधायक कमरों से मिलकर कम चावल बांटने की लिखित शिकायत करते हुए दुकान संचालक को बदलने की मांग की। वहीं खाद्य अधिकारी ने जांच के बाद हितग्राहियों को पूरा चावल लेने की बात कही, लेकिन ग्रामीण दुकान संचालक को बदलने की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2018 में सितम्बर माह का चना ब्लाॅक मुख्यालय जनकपुर, बरहोरी, डोम्हरा, देवगढ़ सहित 50 से अधिक ग्राम पंचायतों में दुकानदारों ने किसी भी हितग्राही को राशन नहीं दिया था। इस संबंध में ग्राम कंजिया के ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन शिकायत के डेढ़ साल बीतने के बाद भी घोटाले की जांच नहीं की गई। वहीं खाद्य विभाग शिकायत को ही फर्जी बता रहे हैं।
ग्राम सलका में भी गड़बड़ी की मिली शिकायत
जिला मुख्यालय से 5 किमी दूर ग्राम सलका में भी पीडीएस राशन दुकान से ग्रामीणों को राशन नहीं मिलने की शिकायत अफसरों से की थी, लेकिन मामले में दुकान संचालक के खिलाफ खानापूर्ति की गई है। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने विधायक अंबिका सिंहदेव से भी की है। यहां 3 माह से ग्रामीणों को राशन बांटने में संचालक आना-कानी कर रहा था।
गड़बड़ी मिली ताे दुकान संचालक काे हटा देंगे
कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि देवगढ़ पंचायत की राशन दुकान में चावल वितरण को लेकर गड़बड़ी होने की जानकारी मिली है। तय मात्रा में ग्रामीणों को पूरा चावल देना होगा, क्योंकि यह शासन का आदेश है। इसमें राशन वितरण में गड़बड़ी हो रही है, तो जांच कराने के बाद दुकान संचालक को हटाने की कार्रवाई करेंगे।
तय मात्रा से कम चावल देने पर किया हंगामा
देवगढ़ में राशन वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलते ही खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार देवगढ़ पहुंचे। यहां गड़बड़ी से परेशान ग्रामीणों ने विक्रेता को बदलने की मांग उठाई। उनका कहना है कि 90 किलो चावल मिलना था लेकिन 80 किलो मिला, जिनको 80 किलो मिलना था, उनको 65 किलो दिया गया, जिनको 50 किलो मिलना था, उनको 35 किलो ही दिया गया।



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Complaint made to Minister of State for giving rice up to 15 kg in Devgarh




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सीएम के आश्वासन के 100 घंटे बीते, आरटीआई कार्यकर्ता पर हमला करने वाला मुख्य आरोपी फरार

मुक्तिधाम की जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने वाले आरटीआई कार्यकर्ता बुजुर्ग रमाशंकर गुप्ता जानलेवा हमला होने के बाद पिछले 6 दिनों से रायपुर एम्स में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं, लेकिन हाई प्रोफाइल इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आश्वासन के 100 घंटे बीतने के बाद भी वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस नहीं पकड़ सकी है।
4 मई दोपहर 12 बजे रमाशंकर गुप्ता अपनी बाइक से आमाखेरवा मुक्तिधाम में अतिक्रमण कर चल रहे अवैध निर्माण कार्य की फोटो लेने और वीडियोग्राफी करने गए थे, जहां 6 से अधिक लोगों ने लाठी और डंडे से उन पर जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। उनकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें रायपुर रेफर कर दिया। रायपुर एम्स में उनका इलाज किया जा रहा है। लॉकडाउन में जिले की सभी सीमाएं सील हैं। वहीं ट्रेन, सड़क परिवहन और हवाई सेवाएं सब बंद हैं, ऐसे में आरोपी का फरार होना पुलिस की घोर लापरवाही को उजागर करता है। वारदात में शामिल जिन 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात पुलिस कह रही है उन्होंने घटना के तीसरे दिन 6 मई को खुद थाने पहुंचकर सरेंडर किया है। 6 मई को मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि मुख्य आरोपी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन सीएम के आश्वासन के 100 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी मुख्य आरोपी काे पुलिस नहीं पकड़ सकी। ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
5 मई को स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ट्वीट
मैंने फसल बीमा में धोखाधड़ी के बारे में रमाशंकर जी से बहुत कुछ सीखा है। उन पर हमला किसानों पर हमला है। मैंने आज शाम को उनसे बात की। उन्होंने अपने हमलावरों की पहचान कर ली है। उन्हें तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।
संभावित स्थलों पर तलाश जारी
मनेंद्रगढ़ एसडीओपी कर्ण कुमार उइके का कहना है कि हर संभावित स्थल पर टीम भेजकर आरोपी की पतासाजी की जा रही है।
मुख्यमंत्री बघेल ने 6 मई को किया ट्वीट
हमला दु:खद है। एफआईआर दर्ज कर अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।



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100 hours of CM's assurance, the main accused who attacked the RTI activist absconded




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100 करोड़ की लघु सिंचाई योजनाओं पर ब्रेक अब नहरों की मरम्मत कर खेतों में पहुंचाएंगे पानी

जिले में सिंचाई के लिए बन रहे जलाशयों के निर्माण पर ब्रेक लग गया है। 100 करोड़ के जलाशय व डायवर्सन का काम अभी नहीं हो पाएगा। अब एक हजार हेक्टेयर तक सिंचाई का रकबा बढ़ाने पुरानी नहरों की मरम्मत कराई जा रही है। 51 जलाशयों में से आधे में पानी लबालब है। मानसून के पिछड़ने पर पानी की कमी नहीं होगी। खरीफ फसल का रकबा एक लाख हेक्टेयर है। जिसमें 27 प्रतिशत में ही सिंचाई हो पाती है।

कटघोरा ब्लाॅक में नहरों का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी सिंचाई क्षमता 192 हेक्टेयर है। साथ ही रामपुर जलाशय के लिए भी नहर निर्माण जारी है। इसकी भी सिंचाई क्षमता 2000 हेक्टेयर है। दोनों ही प्रोजेक्ट की लागत लगभग 90 करोड़ रुपए है। इनका काम भी बंद है। तेलसरा एनीकट का निर्माण भी शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। पुरानी योजनाओं की नहरों को सुधारा जा रहा है। जिससे सिंचाई का रकबा एक हजार हेक्टेयर तक बढ़ जाएगा। बेला, बताती, सलिहाभाठा जलाशय 40 से भी पुराने हैं। जिनकी सिंचाई क्षमता कम हो गई है। इसके अलावा लाफा, छुरी, अरदा जलाशय भी पुराने हैं। इनकी क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। सलिहाभाठा जलाशय के नहर को सुधारा जा रहा है।
लघु योजनाओं से 13 हजार हेक्टेयर में हो रही है सिंचाई
लघु सिंचाई योजनाओं से अभी 13 हजार हेक्टेयर में ही सिंचाई हो रही है। बाकी तालाब, सौर उर्जा, कुएं समेत अन्य स्रोतों से 14 हजार हेक्टेयर में सिंचाई हो पाती है। बाकी किसान मानसून पर ही निर्भर हैं। इसी वजह से ही हर साल पोड़ी उपरोड़ा व पाली ब्लाॅक में खंड वर्षा से धान की फसल प्रभावित होती है।
घिनारा, परसाखोला, कछुआ नाला एनीकट को मिली मंजूरी
पोड़ी उपरोड़ा ब्लाॅक में कछुआनाला एनीकट को मंजूरी मिली है। जिसकी लागत 284.36 लाख है। इसके बनने से 96 हेक्टेयर में सिंचाई होगी। कोरबा ब्लाॅक में परसाखोला व्यावर्तन की लागत 2 करोड़ 99 लाख है। इसकी सिंचाई क्षमता 100 हेक्टेयर है। करतला ब्लाॅक में घिनारा व्यावर्तन की लागत 5 करोड़ 33 लाख है। इससे भी 200 हेक्टेयर में सिंचाई होगी।
पुराने कामों को पूरा कराने हो रहा प्रयास
जल संसाधन विभाग के ईई सीके धाकड़ का कहना है कि पुराने कार्यों को शुरू कराया जा रहा है। तीन कार्यों के लिए अनुमति मिल चुकी है। साथ ही सभी पुराने जलाशयों की नहरों की मरम्मत भी जारी है। मनरेगा से इसकी मंजूरी मिली थी। इससे सिंचाई क्षमता बढ़ेगी।
5 साल बाद जलाशयों से तालाबों को भी भरा गया
जलाशयों में पर्याप्त पानी होने के कारण गांवों के तालाबों को भी भरा गया। केहरानाला जलाशय से दलहासागर तालाब के लिए पानी छोड़ा गया था। इसी तरह नवापारा जलाशय, पुरैना एनीकट, मुकुंदपुर एनीकट, जुनवानी जलाशय, छुरी, अरदा, घनाकछार, झोंकानाला, सेंदरी, लिटियाखार, सलिहापारा, हरदी, नेवसा जलाशयों मेें भी लबालब पानी है।
जमनीपाली, कोथारी केनाल की योजना फाइल में बंद
करतला ब्लाॅक के बायीं तट नहर से जमनीपाली, कोथारी व पुरैना के लिए केनाल का निर्माण किया जाना था। इसकी मंजूरी भी मिल गई थी। रेलवे प्रबंधन ने सर्वे का काम भी पूर्ण कर लिया है। केनाल रेलवे लाइन से गुजरेगी। लेकिन इसकी फाइल अब बंद हो गई है, केनाल बनने से 4 हजार हेक्टेयर में सिंचाई हो सकती है।



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Breaks on mini irrigation schemes of 100 crores, will now repair canals and bring water to fields